महिलाओं, शोषित दलित वंचित लोगों को मिला है शिक्षा का अधिकार

सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई

0
608

झाँसी। विभिन्न संगठनों द्वारा मां सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई। महिलाओं ,शोषित, दलित वंचित लोगों को जो शिक्षा का अधिकार मिला है वह मां सावित्री बाई फुले की ही देन है कि जो हम आज पुरुषों की बराबरी कर रहे और नौकरियां कर रहे। उद्योग धंधे में लगे हुए हैं सब मां सावित्री बाई के संघर्षों का फल है।
जन अधिकार पार्टी के तत्वाधान में मां सावित्री बाई फुले जी की जयंती मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमती सुषमा मौर्य राष्ट्रीय महासचिव एवं विशिष्ट अतिथि ज्ञान प्रकाश मौर्य पूर्व सूचना आयुक्त एवं विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रहे अध्यक्षता श्रीमती मधु कुशवाहा जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ ने की। सुषमा मौर्य ने कहा कि सावित्रीबाई फुले जी का जन्म 3 जनवरी 1831 मैं महाराष्ट्र में हुआ था उनका जीवन संघर्षमय रहा विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने स्त्रियों के अधिकारों एवं स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए और महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किए जिसमें 18 स्कूल खुलवाए और कई बालिका स्कूलों का निर्माण कराया पहले महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं था उन्होंने शिक्षा का अधिकार दिलाया। इस अवसर पर श्रीमती हेमलता कुशवाहा, प्रेमवती कुशवाहा, उर्मिला ,आशा लता, सबा खान ,गीता कुशवाहा, रामकली सेन, ज्योति रैकवार ,नेहा ,मंजू विश्वकर्मा ,मालती पाल, ज्योति ,माला देव ,माया देवी, रवि देवी ,प्रेमा साहू, अर्चना ,आरती ,पूजा ,किरण, ममता ,बृज कुंवर ,प्रतिमा, क्रांति ,विमला ,सुधा, ममता, जाम वती,भगवती ,लक्ष्मी, कल्पना, मीरा पाल,आदि सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया संचालन श्रीमती आशा लता एवं नेहा कुशवाहा ने किया और आभार श्रीमती उर्मिला कुशवाहा वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ने किया।
वहीं, प्रथम भारतीय महिला शिक्षिका एवं महिला सशक्तिकरण की प्रणेता, समाज सुधारिका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले की जयंती पर बुंदेलखड जन शिक्षा सामाजिक उत्थान समिति की पदाधिकारी श्रीमती पूजा अरोड़ा के अध्यक्षता में एक संगोष्ठी का आयोजन समिति के केंद्रीय कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर आरती नामदेव, मोनिका, रानी वर्मा, उर्वशी सिंह आदि महिलाएं उपस्थित रही। अंत में समिति के अध्यक्ष तरुण अरोड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया


समानता लाने के लिए मेला शिक्षा पर दिया जोर


सावित्रीबाई फुले की जयंती तुलसा विवाह घर में बड़े धूमधाम से मनाई गई। वक्ताओं ने सावित्रीबाई फुले रूढ़ीवादी परंपराओं को तोड़कर देश में समता समानता लाने के लिए मेला शिक्षा पर जोर दिया। इस अवसर पर गीता बौद्ध, कस्तूरी कुशवाहा, सुनीता केसरी, राजकुमारी आदिम, गीता कुशवाहा, शांति देवी सरसैया, गौरा देवी जाटव, कमलेश कुशवाहा, इंदिरा वर्मा, कुसुम कुशवाहा, दीक्षा आदिम, मधु कुशवाहा, निधि बौद्ध, अंजलि कुशवाहा, रेखा कुशवाहा, नंदिनी राज वर्मा, भगवती कुशवाहा, रेखा नारोलिया, सीताराम कुशवाहा, रविंद्र, संतोष राज वर्मा, राजेश बौद्ध, संतोष कुशवाहा, सुंदर लाल जाटव, आर एस राज, देवेंद्र नारोलिया इत्यादि उपस्थित रहे। जयंती समारोह का सफल संचालन हर्षिता केसरी ने किया। अंत में सभी का आभार राजकुमारी आदिम ने किया।

प्रथम महिला अध्यापिका थीं सावित्री बाई फुले

अरविंद शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में माताश्री सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई एवं कार्यक्रम में संगठन से सर्जन अभियान पर भी विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ ने की। इस अवसर पर अफसर खान, अतिफ इमरोज़ ,मनीष रायकवार, रूपेश विद्यार्थी, पंकज सुरेले, दयाल दास ढोंगरे आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा का संचालन राजेंद्र रेजा एवं आभार जय करन निर्मोही ने किया।

मां सावित्री बाई की जयंती मनाई

न्याय अधिकार चौपाल एवं सामाजिक संस्था स्वर्गीय श्री मानिक लाल मनके स्मृति शिक्षा प्रसार समिति सिलोरी झांसी के संयुक्त तत्वावधान में कचहरी चौराहा स्थित बाबासाहेब अंबेडकर मूर्ति के सामने मुख्य अतिथि प्रदीप जैन आदित्य पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार के मुख्य अतिथि वाह वरिष्ठ समाजसेवी कुंवर बहादुर आदिम की अध्यक्षता तथा संस्था अध्यक्ष बीएल भास्कर के संचालन में महिला शिक्षा की ज्योति जलाने वाली भारत की प्रथम महिला शिक्षिका मां सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर गिरजा शंकर राय, मीना आर्य ज़िला सचिव,बिहार निषाद बट्टागुरु पत्रकार, जगदीश तिवारी संपादक जन ध्वनि ओरछा, प्रभु दयाल कुशवाहा, एडवोकेट हयाज उद्दीन सिद्दीकी, रूपेश विद्यार्थी, एडवोकेट मुकेश सिंघल, बृजेश नामदेव, सौरभ नीखरा, शिव कुमार खटीक, बृजेश वर्मा, नरेंद्र कुशवाहा सामाजिक कार्यकर्ता, अभिषेक, पंकज रावत, कृष्ण कुमार आदि उपस्थित रहे। आभार न्याय अधिकार चौपाल कार्यक्रम प्रभारी जयकरण निर्मोही के द्वारा किया गया।

LEAVE A REPLY