जल के महत्व को समझना होगा क्योंकि बिन पानी सब सून : सीएम

**जल है तो कल है, जल संचय से आई हरियाली किसानों के जीवन में खुशहाली **278 चेकडैम तथा तालाबों का लोकार्पण एवं भूगर्भ जल पोर्टल का शुभारंभ **प्राकृतिक के अनमोल जल के महत्व को समझना होगा और उसे बहने से रोकना होगा **वेब पोर्टल से एक ही विंडो से सारी सुविधाएं मिलेंगी, नहीं लगाना होगा विभागों के चक्कर **जनपद के किसान नरेन्द्र सिंह राजपूत से किया सीएम ने संवाद

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झांसी। उत्‍तर प्रदेश के 278 चेकडैम तथा तालाबों का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। उन्होंने इस मौके पर भूगर्भ जल पोर्टल का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जल के महत्व को समझना होगा क्योंकि बिन पानी सब सून। इसलिए जल की एक-एक बूंद का संरक्षण करना होगा तथा जो जल उपलब्ध है उसका सही उपयोग भी करना होगा।
मा. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जल संचय व जल संवर्धन के कार्यों में तेजी लानी होगी। सभी सरकारी व गैर सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से छत के पानी को भूगर्भ में पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2017 से पूर्व 200 विकासखंड डार्क जोन में थे, सतही/ भूगर्भ जल की उपलब्धता होने के बाद भी। उन्होंने कहा कि सरकार आने के बाद जल संचय व संवर्धन पर कार्य किए गए। नए तालाबों के साथ पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार किया गया, नये चेकडैम बनाए गए। आज हमारे सभी डार्क जोन वाले इलाकों में जलस्तर बढ़ा है सभी में सुधार आया है।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने भूगर्भ जल पोर्टल http://upgwgonline.in का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि वेब पोर्टल सिंगल विंडो सुविधा देगा, पोर्टल से उद्योगों को एनओसी देना सरल हो जाएगा और एक ही जगह पर सारी सुविधाएं प्राप्त होगी। एनओसी के लिए विभागों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि रेनवाटर हार्वेस्टिंग को पूरी तरह लागू करना होगा। लोकार्पण के समय मुख्यमंत्री ने कहा कि जल की समस्या सबसे अधिक कठिन क्षेत्र बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र है लेकिन जल्दी वहां भी हर घर नल के माध्यम से पानी कर घर पहुंचाए जाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि वर्षा जल का संचय किया जाए तो खारा पानी भी मीठा हो जाएगा, अतः खारे पानी को मीठा बनाने के लिए एक-एक वर्षा जल की बूंद को संरक्षित करना होगा। अतिदोहन से भी भूगर्भ जल दूषित होता है अतः अतिदोहन को रोकना होगा।
मुख्यमंत्री ने विकासखंड बबीना ग्राम खजराहा बुजुर्ग के नरेंद्र सिंह राजपूत से संवाद स्थापित किया और क्या कार्य करते हैं, के साथ ही उनसे क्षेत्र में जल संचय व जल संवर्धन की जानकारी ली। इस सम्बन्ध में नरेंद्र सिंह ने बताया कि विधायक बबीना की प्रेरणा से क्षेत्र में टंकी लगाकर छोटे-छोटे नलों से शुद्ध जल उपलब्ध कराया, साथ ही क्षेत्र में चेकडैम का भी निर्माण किया, जिससे 100 किसानों को सीधा लाभ मिला और क्षेत्र में जल स्तर भी बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने उनके कार्यों की सराहना करते करते हुए लोगों को भी जल संचय से जोड़ने के लिए प्रेरित किया तथा जल समितियों के माध्यम से लोगों को जल के महत्व तथा कम पानी खर्च की जानकारी देने को कहा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्पिंकलर और ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती कार्य किया जाए तो किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा जहां एक और पानी की बचत होगी वहीं उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। वीसी के माध्यम से जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि वर्ष 2017-18 में लघु सिंचाई के माध्यम से 23 चेकडैमों का निर्माण कार्य कराया गया। वर्ष 2018-19 में 7 चेकडैम तथा वर्ष 2019-20 में 3 तालाबों का निर्माण कराया गया, साथ ही जीर्णोद्धार के कार्य भी कराए गए। वर्ष 2020-21में 2 चेकडैम व 2 तालाबों का निर्माण लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराया गया। कार्य से क्षेत्र के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई तथा सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता भी बढ़ी।
इस मौके पर विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, सांसद प्रतिनिधि अतुल अग्रवाल, डीडीओ उग्रसेन सिंह यादव, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई डॉ अनुराग गुप्ता, सहायक अभियंता भूगर्भ जल शशांक सिंह, कृषि अधिकारी केके सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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