प्राइवेट हॉस्पिटल में आने वाले सभी मरीजों की होगी कोविड टेस्टिंग : डीएम

**जनपद में 11 प्राइवेट नर्सिंग होम में हो रहा कोविड पेशेंट का सशुल्क उपचार ****मरीजों से दुर्व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, संवेदनशील होकर संवाद करें **07 नये नर्सिंग होम के 70 बेड आरक्षित, आईसीयू, वेंटीलेटर सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध

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झांसी। जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि जनपद में अभी 4 प्राइवेट नर्सिंगहोम ही कोविड पेशेन्ट का सशुल्क इलाज कर रहे थे, परंतु अब 07 अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम ने कोविड-19 पेशेन्ट के इलाज करने की सहमति प्रदान की है, यह पहल स्वागत योग्य है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 पेशेन्ट की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज में अब मरीजों की संख्या नियंत्रित हो सकेगी क्योंकि नगर के अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम में भी कोविड-19 पेशेन्ट का इलाज हो रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व में डॉ शुभदीप आईसीयू एंड रिसर्च सेंटर 16 बेड, मां पीतांबरा केयर एंड क्योर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल 30 बेड, हाइटेक हॉस्पिटल 20 बेड, जर्मनी हॉस्पिटल व सैंट ज्यूडस हॉस्पिटल 22 बेड, जिसमें आईसीयू /नान आईसीयू के साथ ही वैन्टीलेटर व अन्य सुविधाएं दी जा रही थी। इसके अतिरिक्त अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम जिसमें निर्मल हॉस्पिटल, चिरंजीवी मेडिकल सेंटर, राघवेंद्र हॉस्पिटल, विनायक हॉस्पिटल, नजा हॉस्पिटल, तिरुपति आईसीयू सेंटर (कमला हॉस्पिटल) और लाइफ लाइन हॉस्पिटल में भी कोविड-19 पेशेन्ट का सशुल्क उपचार होगा। सभी में 10-10 बेड आरक्षित हैं । कोविड-19 पेशेन्ट को आईसीयू, वेंटीलेटर की सुविधाओं सहित अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने बताया कि प्राइवेट नर्सिंग होम में सभी आने वालों की कोविड-19 की जांच सुनिश्चित की जाए। साथ ही 20 सैंपल आरटीपीसीआर की जांच हेतु मेडिकल कॉलेज भेजना भी सुनिश्चित करें। अधिक से अधिक टेस्टिंग से ही कोरोना की रफ्तार को रोका जा सकेगा। जिलाधिकारी ने आव्हान करते हुए कहा कि कोविड-19 पेशेन्ट के इलाज हेतु अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम में भी अपनी सहमति प्रदान करें ताकि अन्य का भी बेहतर ढंग से इलाज किया जा सके।

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