प्राइवेट विद्यालयों में बच्‍चों को दवा न खिलाए जाने पर होगी सख्त कार्यवाही : जिलाधिकारी

** जनपद के समस्त निजी/प्राइवेट विद्यालयों में 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाया जाना सुनिश्चित करें ** जनपद में 8,03,525 बच्चों के सापेक्ष 5,48,154 बच्चों को खिलाई गई एल्बेंडाजोल की दवा ** दवा खाने से निकल जाएंगे पेट के कीड़े, शरीर का होगा समुचित विकास   ** छूटे हुए बच्चों के लिए 25 से 27 जुलाई तक चलेगा माॅपअप राउंड, सभी तैयारियां पूर्ण  

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झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने 20 जुलाई से 01 वर्ष से 19 वर्ष से कम उम्र के किशोर-किशोरियों को लक्ष्य के सापेक्ष एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाए जाने की जानकारी लेते हुए छूटे हुए बच्चों के लिए 25 से 27 जुलाई तक चलने वाले मॉकअप राउंड की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिए कि जनपद के समस्त प्राइवेट स्कूल एवं शिक्षण संस्थाएं अपने यहां बच्चों को शत प्रतिशत एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाया जाना सुनिश्चित करें। यदि यह जानकारी मिलती है की किसी प्राइवेट स्कूल अथवा संस्था ने अपने यहां बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट नहीं खिलाई है तो ऐसे प्राइवेट स्कूल संस्थाओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बच्चों से टैबलेट चबाकर खाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि नंगे पैर मिट्टी में खेलने व दूषित पानी पीने से पेट में जो कीड़े पैदा हो जाते हैं, इस दवा के खाने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं और कृमि से छुटकारा भी मिल जाता है। जनपद में करीब 08 लाख से अधिक बच्चों को दवा खिलाई जानी है। इसके सापेक्ष अब तक 05 लाख से अधिक बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि एक से दो वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजोल 200 मिलीग्राम (आधी गोली), दो से 19 वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजोल 400 मिलीग्राम की पूरी गोली चबाकर, पीसकर अथवा चूरा बनाकर खिलाई जानी है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने समक्ष गोली खिलाएंगी, किसी को घर ले जाने के लिए नहीं देना है। ध्यान रहे कि यह गोली खाली पेट नहीं खिलाना है। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए बताया कि अभियान के दौरान 01 से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाव के लिए गोली खिलाई गई। यह दिवस ग्रामीण और शहरी  दोनों क्षेत्रों में मनाया गया। 20 जुलाई को अनुपस्थित रहने वालों या अन्य कारणों से दवा खाने से वंचित रह गए बच्चों को मापअप राउंड के दौरान  25 से 27 जुलाई के बीच स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने जनपद के समस्त ऐसे अभिभावक जिनके बच्चों की 19 वर्ष से कम हैं सभी से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को एल्बेंडाजोल टेबलेट अवश्य खिलाएं ताकी उसके शरीर का विकास संभव हो सके।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक से पांच वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों एवं 06 से 19 वर्ष तक के सभी स्कूल न जाने वाले बालक/बालिकाओं, काम करने वाले श्रमिकों एवं घुमन्तू लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से दवा खिलाई खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। 06 से 19 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी, सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों एवं मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से गोली खिलाई जाए। उन्होंने अपने आदेशों को दोहराते हुए कहा कि यदि किसी की शैक्षिक संस्था द्वारा यदि दवा बच्चों को नहीं खिलाई जाती है तो ऐसी शिक्षण संस्थाओं, प्राइवेट स्कूल पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

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