फेक न्यूज़ के समाधान के लिए जागरूकता आवश्यक- डॉ मनीष जैसल

****बुंविवि के इंस्टिट्यूशन इनोवेशन काउंसिल एवं पत्रकारिता संस्थान के सहयोग से एक दिवसीय फैक्टशाला कार्यशाला आयोजित *****गूगल न्यूज इनीशिएटिव, डाटा लीड और फैक्टशाला के संयुक्त प्रयास से अवगत हुए छात्र

0
215

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के भास्कर जनसंचार और पत्रकारिता संस्थान में फेक न्यूज़ के कारण- निवारण के साथ ही इसके अनेक आयामों पर कार्यशाला आयोजित की गई। फैक्टशाला ट्रेनर एवं आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन के विभागाध्यक्ष डॉ मनीष जैसल ने छात्रों को बताया किस प्रकार हम फेक न्यूज़ या अनाधिकृत सामग्री का पता लगा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि गूगल लेंस इसमें हमारी काफी सहायता करता है। इसके साथ ही सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब इत्यादि पर कोई सामग्री शेयर करने से पूर्व उसकी दो तीन स्रोतों से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि गूगल न्यूज़ इनीशिएटिव, डाटा लीड और फैक्टशाला विगत कई वर्षों से इस संबंध में जागरूकता अभियान चला रहे हैं। देशभर में लगभग ढाई सौ प्रशिक्षक इस कार्य में लगे हुए हैं। आईआईसी की प्रेसिडेंट प्रोफेसर अपर्णा राज ने कहा की आईआईसी छात्रों को कौशल विकास आधारित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए इस प्रकार की कार्यशाला को प्राथमिकता देता है। समन्वयक पत्रकारिता विभाग डॉ जय सिंह ने विशेषज्ञ का स्वागत करते हुए कहा कि मीडिया के छात्रों के लिए अति आवश्यक है कि वह स्वयं के साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी इससे अवगत कराएं। कार्यशाला संयोजक एवं आईसीसी सदस्य डॉ कौशल त्रिपाठी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित ही इस कार्यशाला से छात्रों को फेक न्यूज़ की समस्या का समाधान प्राप्त हुआ होगा। छात्रों का दायित्व है कि वह अपने परिवार मित्रगण एवं विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी इस से अवगत कराएं। इस अवसर पर डॉ राघवेंद्र दीक्षित, उमेश शुक्ला, अभिषेक कुमार, अतीत विजय, देवेंद्र सिंह के साथ ही अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY