. . . ताकि विद्युतकर्मियों की हड़ताल का न पड़े विद्युत आपूर्ति पर कोई असर

**विद्युतकर्मियों के कार्य बहिष्कार व हड़ताल को लेकर जिलाधिकारी ने किया पारीछा थर्मल पावर का निरीक्षण ** पारीछा थर्मल पावर में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा ** जिलाधिकारी ने तैयारियों की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश ** विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था में लगे कर्मचारियों की सुरक्षा सहित रहने और खाने की समुचित व्यवस्था के निर्देश ** विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार एवं सांकेतिक हड़ताल के दौरान संवेदनशील विद्युत उप केंद्रों पर रखा जाए विशेष फोकस ** विद्युत विभाग के द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए लगाई जाए अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी

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झांसी। जनपद में विद्युत कर्मियों का 15 मार्च को कार्य बहिष्कार एवं 17 मार्च से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आवश्यक व्यवस्था एवं तैयारियों की समीक्षा करते हुए पारीछा थर्मल पावर का भ्रमण किया।
उन्होंने कहा कि जनपद औद्योगिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण जनपद है इसीलिए विद्युत कर्मियों के कार्य बहिष्कार एवं सांकेतिक हड़ताल के दौरान विद्युत आपूर्ति प्रभावित न हो विद्युत विभाग समय रहते अपनी सभी समुचित व्यवस्थाएं संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सुनिश्चित कर ली जाए, ताकि जनपद में विद्युत आपूर्ति अनवरत रूप से संचालित रहे। जिलाधिकारी ने समीक्षा करते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद के संवेदनशील विद्युत उपकेंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी सुनिश्चित कर ली जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संवेदनशील विद्युत उपकेंद्र पर अतिरिक्त विद्युत कर्मियों की समुचित व्यवस्था और उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित रखी जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका सहयोग लिया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने हेतु रिपेयर आदि के सामान की व्यवस्था और उसकी सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया जाए। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिन आउटसोर्सिंग कंपनियों के विद्युत कर्मी कार्य कर रहे हैं। उन कंपनियों के निदेशको के साथ वार्ता करते हुए सभी आउटसोर्स कर्मियों की सूची प्राप्त करते हुए, आउटसोर्सिंग कर्मियों के लीडरों को चिन्हित कर लिया जाए और उन पर विशेष ध्यान रखा जाए तथा आउटसोर्सिंग कंपनियों के निदेशकों से वार्ता करते हुए सुनिश्चित कर लिया जाए कि सांकेतिक हड़ताल के दौरान वह जनपद में ही प्रवास करें, ताकि जनपद की विद्युत आपूर्ति सांकेतिक हड़ताल के दौरान प्रभावित न हो।

जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनपद में एक कंट्रोल रूम स्थापना करते हुए उसमें नोडल अधिकारी नामित किया जाए और कंट्रोल रूम में भी विद्युत कर्मियों को तैनात कर दिया जाए ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे कार्य लिया जा सके। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग के अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि उनके द्वारा भी विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जनपद के संवेदनशील विद्युत उपकेंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया जाए एवं अन्य सभी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित कर ली जाए एवं जिन संविदा विद्युत कर्मियों के द्वारा हड़ताल में भाग नहीं लिया जा रहा उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी ने राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य, राजकीय पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य को निर्देश देते हुए कहा कि उनके द्वारा संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का भी सूचीकरण करते हुए उपलब्ध करा दिया जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका सहयोग लिया जा सके। इसी प्रकार जिला सेवायोजन अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि उनके द्वारा भी ऐसे युवकों को चिन्हित कर सूचीकरण कर लिया जाए जो विद्युत कार्य से संबंधित जानकारी रखते हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि उनके द्वारा विद्युत संघ के पदाधिकारियों के साथ निरंतर संवाद किया जाए, ताकि जनपद में हड़ताल के दौरान विद्युत आपूर्ति पर कोई प्रभाव न पड़े। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारों को यह भी निर्देश दिए कि उनके द्वारा जनपद के संवेदनशील प्रतिष्ठानों जैसे अस्पताल, मेडिकल कॉलेज आदि में सांकेतिक हड़ताल के दौरान विद्युत आपूर्ति प्रभावित ने हो इस प्रकार वहां की सुरक्षा एवं आवश्यक समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। पारीछा थर्मल पावर प्लांट के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस, नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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