झांसी। चुनावों में जनता को रिझाकर अपने पक्ष में वोट डलवाने के लिए दारु मुर्गा पार्टी का चलन तो अब पुराना हो गया है। इन दिनों पार्षद प्रत्याशी जनता को रिझाने के लिए नए नए तरीके निकाल रहे हैं, जिससे लोग उनके पक्ष में वोटिंग करें। इसके लिए मंदिरों पर धार्मिक आयोजन सुंदर काण्ड, कथा आदि के साथ भण्डारा करना और शर्बत, ठण्डा पानी आदि पिलाकर अपना प्रचार किया जा रहा है। इसमें होने वाले खर्चे को प्रत्याशी पीछे के गेट से कर रहा है, जिससे उसके चुनाव खर्च में यह न जुड़े और उसका काम भी हो जाए।
हिन्दुत्व की बात और सनातनी प्रथा के चलते जहां इन दिनों माहौल थोड़ा धार्मिक हो गया है और मंदिरों व भगवान पर लोगों की श्रद्धा बढ़ गई है, जिसका फायदा चुनाव में लोगों को अपने पक्ष में रिझाने को प्रत्याशी लेने लगे हैं। इस क्रम में नगर निकाय चुनाव में अधिकतर मंदिरों पर आए दिन धार्मिक आयोजन और बढ़ गए हैं। इन आयोजनों के लिए प्रत्याशी मंदिर समितियों को खर्च देकर काम करा लेते हैं, जिससे कि खर्च उनके खाते में न जुड़े और आयोजन के मौके पर वहां मौजूद रह कर जनता का आर्शीवाद मांगते रहते हैं। कई बार इन स्थानों पर पार्टी से जुड़े सांसद, विधायक, पूर्व सांसद व विधायक और अन्य नेता भी उस आयोजन के मौके पर पहुंच कर जनता से अपनी पार्टी के प्रत्याशी को वोट देने की अपील करते हैं।
बड़े नेता के आगमन से ज्यादा भीड़ होती है ऐसे आयोजन में
विगत दिनों झांसी में सत्ताधारी दल के बड़े नेता खाती बाबा में एक चुनावी सभी करने आए, जिसके कारण जनता को परेशानी उठानी पड़ी। सारे रास्ते बंद किए गए और पुलिस व अन्य विभाग के लोगों को परेशान होना पड़ा। इसके बावजूद उक्त कार्यक्रम में भीड़ न के बराबर ही आई। उनके आने के अगले ही दिन एक आयोजन एक मंदिर पर किया गया, जिसमें क्षेत्र के अलावा जाने कहां कहां से लोग शामिल होने के लिए आए। हालांकि उस धार्मिक आयोजन का खर्च बड़े नेता की चुनावी सभा से कम ही हुआ होगा और प्रत्याशी ने आर्शीवाद भी ज्यादा लोगों से लिया।