प्रसव पूर्व जाँच के लिए गर्भवती ले 102 एम्बुलेंस की सुविधा – सीएमओ

जनपद में स्वास्थ्य इकाइयों पर मनाया गया पीएमएसएमए क्लीनिक दिवस ********************26 गर्भवतियों को मिला ई–रुपी वाउचर

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झाँसी। मोठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाँच के लिए आयी 26 वर्षीय रुबीना (बदलाहुआनाम) को उच्च जोख़िम वाली गर्भावस्था में रखा गया| रुबीना बताती हैं कि यह उनका पहला गर्भ है और शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर 8.6 होने की वजह से उनको उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था में रखा गया है| हीमोग्लोबिन का स्तर सही करने के लिए उन्हे आयरनफॉलिक एसिड की गोलियां दी गयी हैंI जिन्हें वह नियमित रूप से खा रही हैंI गुरुवार को तीसरी प्रसव पूर्व जाँच(एएनसी) के दौरान उनकी उच्च रक्तचाप, एचआईवी एड्स, हीमोग्लोबिन और पेशाब में शुगर एवं प्रोटीन की जांच की गयीI इसके साथ ही उन्हे अल्ट्रासाउंड के लिए सीएचसी द्वारा ई- रुपी वाउचर दिया गया I
बता दें कि मेडिकल कॉलेज, जिला महिला अस्पताल सहित जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया गया| मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडे ने बताया कि अब पीएमएसएमए दिवस माह में चार बार (1, 9, 16, 24 ) मनाया जाने लगा हैं| इसका मुख्य उद्देश्य है कि गर्भवती की सभी प्रसव पूर्व जाँच सुनिश्चित करायी जा सके, जिससे कि गर्भावस्था और प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं कम करके मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सके| साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी लायी जा सकेI
सीएमओ का कहना है कि महिलाओं को गर्भ धारण करने के बाद जल्द से जल्द अपना रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए, जिससे कि उन्हें समय पर सभी सुविधाएँ मुहैया करायी जा सके| साथ ही गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार प्रसव पूर्व जाँच के लिए जरुर स्वास्थ्य केंद्र आयें| दूर दराज में रहने वाली गर्भवती या जिनके पास साधन की व्यवस्था नहीं है, वह प्रसव पूर्व जाँच के लिए 102 एम्बुलेंस की मदद ले सकती हैं| अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनके जैन ने बताया कि 1, 16 और 24 को मनाया जाने वाले दिवस समुदयिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर मनाया जाता है और 9 तारीख को यह सीएचसी और पीएचसी दोनों जगह मनाया जाता हैI जिनके विशेषज्ञ द्वारा गर्भवती की जाँच की जाती है| इन दिवस पर रक्तचाप, वजन, ऊंचाई, खून, मूत्र और प्रोटीन आदि की जांच कीजाती एवं गर्भवती को टिटनेस के टीके लगाए जाते हैंIइसके साथ ही खून की कमी को पूरा करने के लिए आयरन की गोलियां भी दी जाती हैंI राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक ऋषिराज सिंह ने बताया कि गुरुवार को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पर गर्भवतियों की निर्धारित जाँचे की गयी एवं 26 गर्भवतियों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ई – रुपी वाउचर जेनरेट किए गएI

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