समाज की समस्याओं के निराकरण को प्रभावी प्रयास करें युवा : डा. सीपी पैन्यूली

ग्राम दिगारा में आयोजित एनएसएस शिविर में दूसरे दिन हुआ नाटय मंचन

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झांसी। बुन्‍देलखण्‍ड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डाॅॅ. सीपी पैन्यूली ने युवाओं का आह्वान किया कि वे आपस में मिल-जुलकर सामूहिक रूप से समाज की समस्याओं के निराकरण को प्रभावी प्रयास करें। इससे समाज और देश दोनों के विकास की गति बढ़ेगी। डा. पैन्यूली बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय, तृतीय और पंचम इकाई के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम दिगारा में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन सोमवार को विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व के विकास का गुण करना है। यह संगठन युवाओं को स्वावलंबन, अनुशासन और साथ मिलकर काम करने की सीख देता है। विद्यार्थियों को यह समाज की समस्याओं को समझने और उन्हें दूर करने का अवसर भी प्रदान करता है। बहुत से ऐसे युवा जो शहरी क्षेत्रों में ही रहते हैं उन्हें गांव में जाकर वहां के लोगों के जीवन को नजदीक से देखने और समझने का अवसर देता है। शिविर के दौरान विविध गतिविधियों का आयोजन इसीलिए किया जाता है कि युवा सक्रिय रहें। उन्हें अलग अलग किस्म की जिम्मेदारियां सौंपकर कार्यकुशल बनाने का प्रयास किया जाता है। डा. पैन्यूली ने कहा कि युवा किसी भी देश की रीढ़ उसके युवा ही होते हैं। यदि सभी युवा क्रियाशील हो जाएं तो देश की तरक्की की गति भी बढ़ जाती है। उन्होंने युवाओं से सकारात्मक सोच के साथ देश के विकास में अपना बेहतरीन योगदान देने का भी आह्वान किया।
इससे पूर्व पत्रकारिता विभाग के शि़क्षक उमेश शुक्ल और ललित कला संस्थान के शि़क्षक जयराम कुटार ने भी विद्यार्थियों को एनएएसएस के शिविर की गतिविधियों के महत्व के बारे में बताया। शिक्षकद्वय ने उम्मीद जताई कि सभी युवा अपने व्यक्तित्व के विकास के एक अवसर के रूप में इस शिविर का उपयोग करेंगे। इससे पूर्व विद्यार्थियों ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम पर अनेक लघु नाटिकाओं की प्रस्तुति दी। उन्होंंने अपनी प्रस्तुतियों में समाज में व्याप्त विसंगतियों का रेखांकन भी किया। उन्होंने यह संदेश दिया कि समाज में सभी लोगों को अपनी बेटियों को भी शिक्षा के भरपूर अवसर मुहैया कराना चाहिए। बेटियां किसी मायने में बेटे से कम नहीं होती हैं।
इससे पूर्व विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया। सभी गतिविधियों की रिपोर्ट अतिथियों के समक्ष पेश की गई। अंत में एनएसएस की द्वितीय इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डा. श्वेता पाण्डेय और तृतीय इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डा. फुरकान अहमद ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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