दिव्‍यांगों के मन में ख्‍ाुुुशी भरने पहुंचे डीआरएम

स्वावलम्बन विद्यालय के नवीनीकृत कक्षा का उद्घाटन

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झाँसी। दिव्‍यांग होना ही एक अभिशाप सा माना जाता है। पर उस पर मानसिक दिव्‍यांग बच्‍चेे के मांबाप पर क्‍या बीतती होगी। यह काेेई नहीं जान सकता है। ऐसे दिव्‍यांग बच्‍चों के माता पिता का दर्द रेलवे केे महिला मण्‍डल ने समझा और स्‍वावलम्‍बन के नाम से विद्यालय चलाकर बच्‍चों को इलाज के साथ ही खुद का ख्‍याल रखना भी सिखाया जाता है। इन दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए रेलवे द्वारा संचालित स्‍वावलम्‍बन विद्यालय का विस्‍तार करते हुए एक नवीन कक्ष का निर्माण कराया गया, जिसके उदघाटन को पहुंचे डीआरएम ने बच्‍चों के साथ समय बिताया और उनके चेहरों पर खुशी लाने के लिए उनको उपहार भी वितरित किए।
मंडल रेल प्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा ने महिला कल्याण संगठन उत्तर मध्य रेलवे झाँसी द्वारा मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित स्वावलम्बन विद्यालय के नवीनीकृत कक्षा का उद्घाटन किया। इस दौरान डीआरएम ने महिला कल्याण संगठन द्वारा मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों की प्रशंसा की तथा विद्यालय के बच्चों को उपहार भी दिए।

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक विनीत सिंह, उप मुख्य सामग्री प्रबंधक अकमल बद्दू, संगठन अध्यक्षा श्रीमती क्षमा मिश्र, सचिव श्रीमती शर्मिला नाजनीन, सह-सचिव श्रीमती अंजली कंचन, श्रीमती शबाना बद्दू, श्रीमती श्रद्धा छापोलिया, श्रीमती मोनिका गोयल, श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव, श्रीमती हंसा आदि उपस्थित रहे। आगुन्तकों का स्वागत प्रिसिंपल श्रीमती मीरा सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की इंचार्ज श्रीमती मीनाक्षी मिश्रा द्वारा किया गया।

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