मुख्‍यमंत्री जी, आपकी पुलिस नहीं लिख रहीं पीड़ितों की एफआईआर : रिपोर्ट गौरव कुशवाहा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय लगी रहती हैं भीड़

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झाँसी। मुख्‍यमंत्री जी अभी तक खाकी वर्दी सुधरी नहीं है। थानों में चक्कर लगाने के बाद उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है। यही कारण है कि कई किलोमीटर दूर आकर एसएसपी कार्यालय में पीड़ितों को पुलिस अधिकारियों द्वारा एफआईआर न लिखने की शिकायत के साथ दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करनी पड़ रही है।

पैत्रक मकान पर कब्जा करने का प्रयास

सदर बाजार थाना क्षेत्र के धर्मशाला मोहल्ले में रहने वाली रितू साहू ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि उसके ससुर का पैतृक मकान है। मकान हड़पने की नियत से उसके चचिया ससुर व सास आदि ने 75 प्रतिशत भाग कर कब्जा कर लिया। आरोप है कि आए दिन शराब पीकर विपक्षी घर के सदस्यों से गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देते हैं। शिकायती पत्र के माध्यम से न्याय की मांग की है।

दंपति पर लगा बेटी को अगवा करने का आरोप

प्रेमनगर थाना क्षेत्र के बिजौली में रहने वाले एक ग्रामीण ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि उसके मकान पर एक दंपति परिवार रहता है। वहां पर कुछ दिनों से अराजक तत्वों का आना जाना बना रहता है. भोले-भाली युवतियों को अपने जाल में फंसाकर उनसे गलत हरकत करवाते हैं। आरोप है कि पिछले दिनों 17 वर्षीय पुत्री को दंपति ने अपने घर पर बुलाया था। पुत्री घर से दस हजार व जेवर ले गई थी। इसके बाद पुत्री का पता नहीं चला है। आरोप है कि बलात्कार कर उसकी पुत्री की हत्या करवा दी है। इसकी सूचना पुलिस को दी मगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करती है। शिकायती पत्र के माध्यम से पुत्री का शव बरामद करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

पुलिस नहीं कर रही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई

एरच थाना क्षेत्र के ग्राम सगोली निवासी में रहने वाली एक युवती ने पुलिस अफसर को शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि वह गुरसरांय में किराए में रहती है। यहां रहकर वह पढ़ती है। ककरबई थाना क्षेत्र के ग्राम जखौरा निवासी एक युवक आए दिन उसके घर आकर अश्लील हरकत करता है। फोन पर कइयों बार धमकियां दी है। इसकी सूचना पुलिस को दी मगर पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली हैं लेकिन अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। शिकायती पत्र के माध्यम से आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की।

युवक पर चलाई गोली, रिपोर्ट दर्ज न करने का आरोप

कोतवाली थाना क्षेत्र के मेंहदी बाग मोहल्ले में रहने वाले प्रशांत अवस्थी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसके भाई बाहर गए थे। इसलिए वह फोन पर सूचना मिलने पर उनके यहां आया था। यहां पता चला कि उसके भतीजे कृणाल से गाली गलौज की। मना करने पर विपक्षियों ने गोली चलाई जिससे वह दहशत फैल गई। मौका देख आरोपी भाग गए। इसकी सूचना पुलिस को दी मगर अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की। शिकायती पत्र के माध्यम से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए हड़पे

प्रेमनगर थाना क्षेत्र में स्थित कैथेड्रिल स्कूल के पीछे रेलवे कॉलोनी में रहने वाले अमित शर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि वह एक कोंचिग सेंटर में रेलवे की तैयारी करने जाता है। कोचिंग के संचालक ने उसे रेलवे में नौकरी लगवाने का लालच देकर खाते में 30 हजार रुपया जमा कराया था। इसके बाद 70 हजार रुपया नगद ले लिया था। एक लाख लेने के बाद उसकी नौकरी नहीं लगी। बाद में उसने पैसा वापस मांगा तो विपक्षी ने गाली गलौज की। आरोप है कि नौकरी लगवाने के नाम पर सारा पैसा हड़प कर लिया। शिकायती पत्र के माध्यम से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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हाईटेक होती पुलिसिंग के बीच जमीनी मुखबिरी तंत्र ने तोड़ा दम

झाँसी। तकनीक के युग में पुलिस तो हाईटेक हो गई है, लेकिन अपने महत्वपूर्ण अंग जमीनी मुखबिरी तंत्र को पुलिस ने कहीं पीछे छोड़ दिया है। मौजूदा वक्त में जमीनी मुखबिरों का स्थान थानों पर दलाल किस्म के लोगों ने ले लिया है। बीते समय की मुखबिरी तंत्र ध्वस्त होने से प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर रोकथाम लगा पाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। इसकी मुख्य वजह है कि, जमीनी मुखबिरों की जगह थानों पर दलालों ने ले लिया है, जो अपराधियों से साठगांठ कर धनउगाही में लगे रहते हैं।
पुलिस पूरी तरह सर्विलांस ट्रैकिंग सिस्टम पर निर्भर होती जा रही है। कानपुर जोन के किसी भी थाने में आपराधिक वारदात घटित होते ही पुलिस सबसे पहले क्राइम ब्रांच/ स्वॉट टीम को फोन कर अपराध की सूचना देती है। क्योंकि उसे पता है कि सर्विलांस के जरिए आसानी से अपराधियों से संबंधित जानकारी हासिल की जा सकती है, जबकि कई वर्षों पहले यह काम थाना स्तर पर पुलिस द्वारा आम जनता के बीच से खड़ा किया हुआ जमीनी मुखबिर करता था, जो अपराधियों के ही बीच में बैठ कर उनकी अपराधिक साजिश की सूचना पुलिस को दिया करता था और वक्त रहते पुलिस उन अपराधियों की धर-पकड़ करने में कामयाब रहती थी, लेकिन मौजूदा वक्त में थाना स्तर पर कोई भी कोतवाल केवल क्षेत्र में दलाल किस्म के लोगों को क्षेत्र में धनउगाही के लिए सक्रिय करके रखता है।
आज के समय में जब हर इंसान के पास मोबाइल फोन मौजूद है तो उसके सिग्नल भी प्रत्येक जगह मिल ही जाते हैं। ऐसे में सर्विलांस ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए पुलिस अपराधियों तक आसानी से पहुंच जाती है। तकनीकी पक्ष से पुलिस मजबूत हो तो पुलिसिंग भी बेहतर हो सकेगी, लेकिन इसका नुकसान यह है कि सिर्फ तकनीकी पक्ष से सर्विलांस के जरिए ही अगर पुलिसिंग की जाएगी तो हर प्रकार के अपराधी तक पुलिस की पहुंच मुमकिन नहीं हो सकेगी।

खुद पर कार्रवाई के डर से भी नहीं बन रहे मुखबिर
एक पुरानी कहावत है कि पुलिस से न दोस्ती अच्छी न दुश्मनी। इस बात को ही ध्यान में रखकर ही पिछले कई वर्षों से पुलिस का मुखबिर तंत्र बुरी तरह विलुप्त हो गया है। इसकी वजह साफ है कि पुलिस अगर किसी अपराध को खोल पाने में नाकाम होती है तो इसका ठीकरा थाने के मुखबिर पर फोड़ कर उसे ही जेल भेज देती है। जब जिलों में एसएसपी थे तो कुछ थानेदारों ने ऐसी हरकत की थी, जिसकी शिकायत मिलने के बाद आरोपी दरोगा पर विभागीय कार्रवाई के आदेश देने के साथ-साथ उसे निलंबित करने का भी काम किया है।

कैसे बनते थे जमीनी मुखबिर
पुरानी पुलिसिंग के दौर में तेजतर्रार लोगों को अक्सर थाने चौकी में चाय-पानी पिलाई जाती थी। साथ ही कंधे पर हाथ रख कर कहते थे कि, तुम हमारे अपने हो और क्षेत्र की शांति व्यवस्था में अपना सहयोग दो। कहीं भी कोई वांछित या असमाजिक तत्व दिखाई दे तो तत्काल पुलिस को सूचना दो। इसके बदले थानेदार मुखबिरों को थोड़ा बहुत अपने स्तर से मेहनताना दिया करता था। ताकि मुखबिर पुलिस के लिए काम करते रहें और उनके परिवार का गुजारा होता रहे। हालांकि यह सभी चीजें पुराने वक्त की बात हो गई है, अब के मुखबिर तो थानेदारों को ही क्षेत्र से रुपए वसूल कर देते हैं। इसके लिए उन्हें थानेदार भी खुली छूट देता है।

‘पहले थानों पर मुखबिर रखना जरूरी होता था’
इस संबंध में पुलिस उपमहानिरीक्षक जवाहर का कहना है कि थानों में दलाल किस्म के लोगों की सक्रियता रोकने के लिए थानेदारों को निर्देश दिया गया है कि, वह अपने क्षेत्रों में हर मुखबिर का डिटेल डीआईजी कैम्प ऑफिस भेजें। इसका वेरीफीकेशन करवाने के बाद ही उन्हें पुलिस के लिए मुखबिर करने की इजाजत दी जाएगी।

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झुलसी किशोरी ने दम तोड़ा

झाँसी। महोबा के थाना कुलपहाड़ के बागौल निवासी कोमल सिंह की पुत्री पूजा गैस चूल्हा जलाकर खाना बना रही थी। इसी बीच कपड़ों में आग लगने से वह झुलस गई। झुलसी हालत में उपचार के लिए मेडिकल कालेज लाया गया। वहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

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रेलवे पटरी किनारे मिला युवक का शव

झाँसी। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के एसी शेड के पास रेलवे लाइन किनारे एक युवक का शव पड़ा मिला है। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के एसी शेड स्थित खंभा नंबर 1124/3 के पास कुछ लोग गुजर रहे थे, तभी उनकी नजर रेलवे लाइन किनारे पड़े युवक के शव पर गई। शव को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हो गई। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस के अनुसार मृतक की उम्र लगभग 42 वर्ष बताई गई है। उसके शरीर पर काला लोअर व स्लेटी रंग की टीशर्ट थी। शव की शिनाख्त करने का काफी प्रयास किया मगर शिनाख्त नहीं हो सकी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
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घर में घुसकर पीटा

झाँसी। टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम छिरौरा निवासी श्रीमती कमलेश देवी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह घर पर थी, तभी विपक्षी घर में घुस आए और गाली गलौज की। मना करने पर उसकी पिटाई की। पुलिस ने राजू, सुंदर लाल के खिलाफ दफा 452,323,506,504 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
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गाली गलौज कर धमकी

झाँसी। लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम सिजारी निवासी सुधा देवी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह घर के बाहर खड़ी थी, तभी दंपति आए और उसके पति से गाली गलौज की। मना करने पर पिटाई की। पुलिस ने जितेन्द्र और ममता देवी के खिलाफ दफा 506,504 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
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पुरानी रंजिश के चलते युवक को मौत के घाट उतारा

खेत से घर वापस लौटते समय हुआ था युवक पर हमला
पुलिस ने माना मामला संदिग्ध, जांच शुरु

झाँसी। कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते एक युवक को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना उस समय अंजाम हुई, जब युवक खेत से घर वापस लौट रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामला संदिग्ध है।
लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम सिजारी निवासी लाल सिंह बीती रात गेहूं की फसल काटकर घर लौट रहा था। जब वह घर के पास पहुंचा, तभी पहले से घात लगाए बैठे युवकों ने लाल सिंह पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गया। उपचार के लिए मऊरानीपुर स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। हालात में सुधार न होने पर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। रास्ते में लाल सिंह ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसकी सूचना लहचूरा थानेदार को दी गई। थानेदार मय फोर्स के मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस ने मृतक के पिता टीकाराम की तहरीर पर कृष्णकांत, धनसिंह, लखनचंद्र, संतराम, रामसहाय, सियाशरण के खिलाफ दफा 147,148,302, 352 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस का कहना है कि डेढ़ माह पहले गांव के ही कुछ लोगों ने लाल सिंह का नाली बनाने को लेकर विवाद हो गया था। तभी विपक्षी उससे रंजिश मानने लगे थे। यह घटना पूरी तरह से संदिग्ध है। मामले की जांच की जा रही है।

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