हिंदी के स्व‍रूप का सृजन केवल महावीर प्रसाद द्विवेदी ने किया : एडीआरएम

0
1031

झांसी। रेल प्रशासन द्वारा सुविख्यात साहित्यकार आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की जयंती समारोह का आयोजन कर मनाई गई, जिसका उद्घाटन संजय सिंह नेगी, अपर मंडल रेल प्रबंधक/अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी द्वारा मां सरस्वती एवं आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। एम एम भटनागर राजभाषा अधिकारी द्वारा कार्यक्रम के अध्यक्ष/अपर मंडल रेल प्रबंधक, संजय सिंह नेगी व आमंत्रित अतिथि वक्ता डॉ. नवेन्द्र सिंह, प्रोफेसर हिंदी विभाग, बुंदेलखंड महाविदयालय, झांसी व डॉ.अनिल अविश्रांत, विभागाध्यक्ष (हिंदी विभाग) राजकीय महिला महाविद्यालय, झांसी का स्वागत करते हुए आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के साहित्य पर चर्चा कर उन्हें अपनी पुष्पांजलि अर्पित की । तत्पश्चात् अध्यक्ष एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि हमारे देश में राष्ट्रभाषा की कल्पना अनेक कालदर्शी चिंतकों, मनीषियों एवं विचारकों ने की है लेकिन मूलत: राष्ट्रभाषा हिंदी के स्व‍रूप का सृजन केवल महावीर प्रसाद द्विवेदी ने ही किया है । उन्होंने समय और समाज के अंधकार में नव ज्योति की दीप शिखा दिखा कर सबसे पहले देश को राष्ट्र पथ दिखाया फि‍र देश व समाज के लिए राष्ट्र वाणी का सेतु बनाकर मार्गदर्शन किया ।
समारोह के अतिथि वक्ता झांसी नगर क्षेत्र के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ.नवेन्द्र सिंह, प्रोफेसर हिंदी विभाग, बुंदेलखंड महाविदयालय, झांसी व डॉ. अनिल अविश्रांत ने आचार्य द्विवेदी जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तांर से प्रकाश डाला। संगोष्ठी में अनुराग यादव वरिष्ठ मंडल इंजीनियर, विपिन कुमार सिंह वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, भीमराज धन्ना वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, मुदित चंद्रा वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी, उल्ला्स कुमार मंडल कार्मिक अधिकारी, रूपेश कुमार वघेला मं.वि.इंजी./क.वि., विजय कुमार खरे सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक आदि उपस्थित रहे ।
इससे पूर्व स्टेशन परिसर स्थित आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की प्रतिमा के साथ-साथ स्थापित राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त एवं उपन्यास सम्राट बाबू वृंदावनलाल वर्मा की प्रतिमाओं पर अपर मंडल रेल प्रबंधक, अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी संजय सिंह नेगी ने माल्यांर्पण कर श्री द्विवेदी को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर गिरीश कंचन स्टेशन निदेशक सहित अनेक रेल अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में मंडल कार्यालय के राजभाषा विभाग में कार्यरत श्रीकांत शर्मा कनिष्ठ अनुवादक व राजेश त्रिपाठी वरिष्ठ लिपिक का सहयोग अत्यंत सराहनीय रहा ।
संचालन राजभाषा अधिकारी एमएम भटनागर द्वारा किया गया तथा वरिष्ठ अनुवादक भगवानदास द्वारा सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

LEAVE A REPLY