झांसी। विगत एक माह पूर्व बिरलानगर रेलवे स्टेशन पर गाड़ी सं. 22416 आंध्र प्रदेश एसी एक्सप्रेस के दो कोचों बी-6 व बी-7 में आग लग गई थी, जिसकी जांच उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की समिति द्वारा की गयी। जांच रिपोर्ट में कई अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए गए हैं, जिन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस आगजनी की घटना में रेलवे को लगभग सवा करोड़ रुपए की अनुमानित क्षति हुई है।
रेलवे से प्राप्त जानकारी के अनुुुुसार जांच रिपोर्ट में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि बी-7 कोच के शौचालय में शौच हेतु पानी के नल के ऊपर एक होल था, जिसमें किसी बाहरी अनजान यात्री अथवा उपभोक्ता ने जलती हुई सिगरेट अथवा जलती हुई माचिस की तीली फेंंक दी थी। इसकी वजह से आग लगी और आग फैल गयी और आग बी-7 कोच से बी-6 कोच में भी पहुंंच गई। दोनों कोच पूरी तरह से जल गये। जांच समिति ने प्राथमिक तौर पर अनजान यात्री अथवा उपभोक्ता को जिम्मेदार ठहराया है तथा सीएंडडब्ल्यू अनुरक्षण डिपो/विशाखापटनम, पूर्व तटीय रेलवे को अनुरक्षण कार्य में कोताही बरतने के कारण दोषी ठहराया है एवं ट्रेन एस्कोर्टिंग स्टाफ (कैरिज व वैगन) तथा इलेक्ट्रिकल स्टाफ को उक्त होल में विद्युत के नंगे तारों के लटकने के कारण कार्य में शिथिलता हेतु निंदनीय दोषी ठहराया है। आनडयूटी स्टेशन मास्टर बिरलानगर डीके उपाध्याय को उक्त गाड़ी के आफ साइड में निरीक्षण हेतु प्वाइंटसमैन को न भेजने हेतु कार्य में लापरवाही के कारण निंदनीय दोषी ठहराया गया है। प्वाइंटसमैन राजू द्वारा भी अपने कार्य में सजग न रहने के कारण निंदनीय दोषी ठहराया गया है। वरिष्ठ अनुभाग अभियंता इंचार्ज (कैरिज व वैगन) अनुरक्षण डिपो/विषाखापटनम को उक्त गाड़ी में कुछ अग्निशमक यंत्र न चलने के कारण निंदनीय दोषी ठहराया गया है। उपरोक्त दुर्घटना में अनुमानित क्षति 1,20,50,000 रुपए है।
रेलवे को हुआ अनुमानित सवा करोड़ का नुकसान
0 एक माह पूर्व हुए आगजनी के हादसे की आई जांच रिपोर्ट 0 कई अधिकारी व कर्मचारी दोषी, होगी कार्रवाई