विवि: पदकों की दौड़ में छात्राओं ने लगाई लम्‍बी छलांग

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झांसी। शिक्षा क्षेत्र में लड़कियां निरंतर आगे बढ रही है, यह समाज के लिए शुभ संकेत है। यह नारी सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण कदम भी है। उच्‍च शिक्षा में पूरे उत्तर प्रदेश में लड़कों के अपेक्षा लड़कियां 4 प्रतिशत आगे आयी हैं यह एक सुखद अनुभूति है। केन्द्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के लिए काम कर रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी और बिजली की उपलब्धता बढ़ी है, जिससे प्रदेश में निवेश बढ़ा है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेेंगे। बुन्देलखण्ड के विकास पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री विशेष नजर रखे है। डिफेंस कारीडोर बुन्देलखण्ड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। बुन्देलखण्ड बदलेगा तो उत्तर प्रदेश बदलेगा, जब उत्तर पदेश बदलेगा तो देश बदलेगा। प्रदेश में संगठित अपराध में कमी आने से ही यहां निवेश बढ़ा है। एक सुखद माहौल तैयार हो रहा है, जो विकास का सृजन करेगा।
उक्‍त विचार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के 23 वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए विवि के कुलाधिपति राज्‍यपाल राम नाईक ने कार्यक्रम में ब्यक्त किए।

उन्होने कहा कि आप शॉर्टकट से जीवन में आगे नही बढ़ सकते, इसका ख्याल रखा जाना आवश्यक है। उन्होने उपाधिधारी छात्र-छात्राओं से कहा कि जो प्रतिज्ञा ली है उसे जीवन में ख्याल रखना चाहिए। कुलाधिपति ने नकल विहीन परीक्षा व समय से परिणाम घोषित करने पर बुन्‍देलखण्‍ड विश्‍वविद्यालय प्रबंधन को बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि उच्च शिक्षा में लड़कियां आगे बढ़ रही है यह अच्छी बात हैं उन्होने उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस वर्ष 55273 उपाधि दी गयी, जिसमें छात्र 23343 रहे, जिनका परिणाम 42 प्रतिशत और लड़कियां 31930 जिनका परिणाम 58 प्रतिशत है। इससे यह तय है कि लड़कियां अधिक आगे आ रही है। जो बुन्देलखण्ड के लिए सुखद है। उन्होने कहा कि आज 37 छात्र-छात्राओं को पदक वितरित कियें इसमें भी लड़कियां आगे है। 10 पदक लड़कों को जबकि 27 पदक लड़कियों को दिए गये। उन्होने सभी लड़कियों का अभिनन्दन किया।
कुलाधिपति ने इस मौके पर सम्पूर्ण प्रदेश की जानकारी दी और बताया कि जो हाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय का है, वही अन्य विश्वविद्यालयों का भी है, सभी में लड़कियां आगे है। उन्होने सभी उपाधिधारी छात्र-छात्राओं से कहा कि नई यात्रा प्रारम्भ हो रही है। आपके नये पंखों में ताकत है उड़ने की, जो बदलाव हुआ है इसमें स्पर्धा है तो मेहनत करना होगा, पारदर्शिता व मेहनत से आगे आना चाहिए। 23 वें दीक्षान्त समारोह के मुख्‍य अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि नकल विहीन परीक्षा व समय से परीक्षा परिणाम घोषित कर नये सत्र के प्रारम्भ करने पर बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति को बधाई। आपके द्वारा किये गये कार्य को अन्य विश्वविद्यालयों को भी करने के निर्देश दिए। उन्होने विश्वविद्यालय के शिक्षकों को 7 वां वेतनमान लागू करते हुए 921 करोड़ की धनराशि दिए जाने की जानकारी दी। उन्होने बताया कि विभिन्न विश्वविद्यालयों में रिक्तियों को भरने का भी कार्य किया जा रहा है। अब तक 80 प्रतिशत रिक्तियों को भरा जा चुका है। विश्वविद्यालय के अध्यापकों को अब वी.आर.एस. का लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही 904 अध्यापकों को नियमित किया गया है। उप मुख्यमंत्री जी ने उपाधिधारी छात्र-छात्राओं से कहा कि शिक्षा का उददेश्य चरित्र का निर्माण करना और सिन्द्वात का सृजन करना है। हमारे जीवन को विस्तार देने वाला हमारा गुरु है। उन्होने विश्वविद्यालय को श्रेष्ठतम बनाने के लिए कुलपति के कार्यो की प्रशंसा की। साथ ही जिस प्रकार बुन्देलखण्ड में आनलाइन व्यवस्था संचालित है। ठीक उसी तरह अन्य विश्वविद्यालयों में भी संचालित करायी जाएगी, ताकि घर बैठे ट्रान्सफर आर्डर मिल सके। इसके पूर्व कुलाधिपति एवं उप मुख्यमंत्री ने कम्प्यूटर सेन्टर की बिल्डिंग का लोकार्पण किया और होटल मैनेजमेन्ट बिल्डिंग, फिजियोथैरपी भवन के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर आवासीय परिसर के मुख्य द्वार का शिलान्यास किया। इससे पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे ने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति से अवगत कराया। उन्होने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र की 100 विभूतियों का सम्मान किया गया। राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन किया गया। साथ ही जीवन कौशल कार्यशाला केे आयोजन की जानकारी दी। उन्होने बताया कि भारत सरकार के डीएसटी ने बुन्देलखण्ड के लिए करोड़ों रुपये की बहुउददेश्यीय परियोजनाये स्वीकृत की है और इसके लिए हमारे विश्वविद्यालय को नोडल केन्द्र बनाया है। उन्होने कहा कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश का एक मात्र आई.एस.ओ. प्रमाणित विश्वविद्यालय है। ई-गर्वनेंस की दिशा में हमारा विश्वविद्यालय अग्रणी है।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद चन्‍द्रपाल सिंह यादव, विधायक रवि शर्मा, राजीव सिंह, जवाहर राजपूत, एमएलसी रमा निरंजन, पूर्व मंत्री रविन्‍द्र शुक्‍ला, कुलसचिव चतुर्भुजी गुप्‍ता, प्रो. सुनील काबिया, प्रो. सीबी सिंह, प्रो. पूनम पुरी, प्रो. एमएम सिंह, डॉ. सीपी पैन्‍यूली, उमेश शुक्‍ला, सतीश साहनी, डॉ. मो. नईम, डॉ. श्‍वेता पाण्‍डे आदि मौजूद रहे।

उपाधिधारियों की तरह उमड़े जनप्रतिनिधि

बुन्‍देलखण्‍ड विश्‍वविद्यालय का 23 वां दीक्षांंत समारोह एक नई विशेषता लिए रहा, जिसमें सत्‍ताधारी दल के साथ ही वर्तमान पदों पर मौजूद जनप्रतिनिधियों के साथ ही पूर्व के जनप्रतिनिधि भी उपाधिधारियों की तरह उमड़ पड़े। हालांकि शिक्षा से सम्‍बंधित कार्यक्रम होने केे कारण मंचासीन अतिथियों व आयोजकों नेे उनको दर्शक दीर्घा की प्रथम पंक्‍ति में ही बैठे रहने दिया और खास तबज्‍जो नहीं दी। मुख्‍य अतिथि ने अपने सम्‍बोधन में कुछ को याद रखा, लेकिन इसको लेकर अपने भाषण के दौरान कुलाधिपति नेे भी उनके इस तरह उमड़ने को लेकर चुटकी ले ही ली।

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