विवि : डीएनए टेक्नोलॉजी एवं नैनोटेक्नोलाजी पर हुई संगोष्ठी

0
692

झांसी। नवप्रवर्तन केंद्र, बायोमेडिकल साइंस संस्थान, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं विद्यावती ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के संयुक्त तत्वावधान में एक अक्टूबर सोमवार को डीएनए टेक्नोलॉजी एवं नैनोटेक्नोलाजी; मेडिकल साइंस के भविष्य में इनकी उपयोगिता विषय’ पर एक दिवसीय सिम्पोजियम तथा नेशनल अक्क्रेडिटशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज (जोकि भारत में टेस्टिंग एवं कैलिब्रेशन प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता मानकों के आधार पर ग्रेडिंग करती है) द्वारा प्रत्यायन के सम्बन्ध में जागरुक्ता कार्यक्रम का आयोजन कियागया। तीन से छह अक्टूबर को नवप्रवर्तन केंद्र में हो रही फैकल्टी ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसमें केंद्रीय औषधि अनुसन्धान केंद्र लखनऊ के पूर्व उपनिदेशक एवं जाने माने सैंटूनिस्ट प्रो. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि रहे, साथ ही एनएबीएल के उपनिदेशक अशोक कुमार गर्ग एवं केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाँसी के निदेशक प्रो. अनिल कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में उपलब्ध रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ कुलपति प्रो. वीके सहगल, प्रो. एस पी सिंह, निदेशक एकेडेमिक्स, मुख्य अतिथि प्रो. श्रीवास्तव, विज्ञानं संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. एमएम सिंह, विद्यावती ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटयूशन्स के निदेशक केके चागती सहित समस्त अतिथियों द्वारा मां सरस्वती पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। तदुपरांत कार्यक्रम के ओर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. लवकुश द्विवेदी द्वारा लिखी गयी पुस्तक ‘इंस्टेंट नोट्स ऑन ह्यूमन फिजियोलॉजी’ का विमोचन किया गया तथा सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई गयी। कार्यक्रम के दौरान प्रो. श्रीवास्तव द्वारा डीएनए टेक्नोलॉजी एवं नैनोटेक्नोलाजी का मेडिकल साइंस में उपयोग पर विस्तार से चर्चा की गयी। दूसरे सेशन में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय से पधारे प्रो. अनिल कुमार गुप्ता द्वारा बुंदेलखंड के जैविक श्रोतों के उपयोग एवं एग्रोटेक्नोलॉजी की मदद से कृषि एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवप्रवर्तन की संभावनाओं पर चर्चा की गयी। तीसरे सेशन में डॉ. लवकुश द्विवेदी द्वारा बयोसिग्नलस जैसे की इसीजी, ईईजी आदि के द्वारा रोगों की पहचान में उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। चौथे सत्र में एनएबीएल से पधारे श्री गर्ग द्वारा प्रत्यायन प्राप्त करने की तैैयारी, प्रोसेस एवं फायदों पर विस्तार से चर्चा की गयी। अंत में डॉ. जे पी यादव द्वारा सबका आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. शिव कुमार, श्री विज्ञानं सिंह, डॉ. शिवशंकर यादव, डॉ. एकरूप वर्मा, डॉ. कुसुम सिंह, डॉ. सपना रानी आदि मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY