रक्तदान से बढ़कर परहित का कोई कार्य नहीं-प्रो. सहगल

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झांसी। बुन्देलखण्ड विश्‍वविद्यालय के डा. ऐपीजे अब्दुल कलाम न्यायालयिक विज्ञान एवं अपराध शास्त्र संस्थान में पूूूूर्व राष्‍ट्रपति डा. अब्दुल कलाम की जयन्ती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला में आज रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें फोरेंसिक संस्थान के 25, एन.सी.सी के 15 एवं अन्य विभागों के लगभग 15 छात्र-छात्राओें ने रक्त दान किया।
बुन्देलखण्ड विष्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. वी.के. सहगल ने बड़ी संख्या में रक्तदान षिविर में प्रतिभाग कर रहे बच्चों की हौसलाफजाई की। प्रो. सहगल ने कहा कि रक्त दान से बढ़कर परहित का कोई कार्य नहीं है। मानवता के लिये किया गया उनका यह कार्य कभी व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे कार्य ही हमारे चरित्र की परछाई होते हैं। सकारात्मक कार्य से ही जीवन की सार्थकता है।


इससे पूर्व प्रश्‍नोत्तरी एवं वाद विवाद का आयोजन किया गया था। इसमें उत्कृष्‍ट स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये गये। इसमें प्रष्नोत्तरी में फोरेंसिक की सुरभी यादव प्रथम, अषोक शेखर द्वितीय एव आलोक कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में विषय के पक्ष में पत्रकारिता विभाग की सैजल जैन प्रथम, फोरेंसिक विभाग के सुधांषुमणि त्रिपाठी द्वितीय एवं पत्रकारिता विभाग के मो. मेहताब ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विशय के विपक्ष में फोरेंसिक विभाग की अनुश्का सिंह ने प्रथम, अंकुष सिंह ने द्वितीय एवं धीरेन्द्र ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर डा.धीरेन्द्र यादव, डा. रष्मि सिंह, डा. दीप्ती सिंह, डा. यतीन्द्र मिश्रा, डा. अंकित श्रीवास्तव, डा. कौषल त्रिपाठी, मुरली मनोहर, चंदन मिश्रा आदि उपस्थित रहे। डा. विजय यादव, समन्वयक ऐ.पी.जे. अब्दुल कलाम फोरेंसिक एवं क्रिमनोलोजी संस्थान ने आभार व्यक्त किया।

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