विवि : अन्तर महाविद्यालयीन युवा महोत्सव ‘कलरव-2018’ का हुआ आगाज

विश्‍वविद्यालय परिसर में निकाली गई सांस्कृतिक शोभायात्रा

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झांसी। बुन्देलखण्ड विश्‍वविद्यालय में अन्तर महाविद्यालयीन युवा महोत्सव कलरव-2018 का रंगारंग आगाज विश्‍वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. वीके सहगल ने सांस्कृतिक शोभायात्रा को हरी झण्डी दिखाकर किया। शोभायात्रा में विभिन्न सांस्कृतिक परिधानों में छात्र-छात्राएं नृत्य कर रहे थे। शोभायात्रा का मुख्य फोकस बुन्देली संस्कृति पर रहा।
तीन दिवसीय कलरव के अन्तर्गत आयोजित होने वाली सांस्कृतिक, साहित्यक, थियेटर एंव ललित कला की कुल 26 प्रतियोगिताओंका आयाेेजन किया जाना है। विवि के अधिष्‍ठाता छात्र कल्याण प्रो. देवेश निगम तथा सहायक अधिष्‍ठाता छात्र कल्याण डाॅॅ. रेखा लगरखा तथा डाॅॅॅ. मुन्ना तिवारी के निर्देशन में सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा ललित कला वर्गो में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियेगिताओं का शुभारम्भ हो गया है, जिसके अन्तर्गत नृत्य एवं संगीत की प्रतियोगितायें गाँधी सभागार के मुख्य सभागार में, संगीत गायन एवं वादन की प्रतियेगिताऐं गांधी सभागार के भूतल में, साहित्यिक वर्ग की प्रतियोगिताएं विज्ञान भवन के सभागर में तथा ललित कला वर्ग की प्रतियेगिताएं गांधी सभागार की गैलरी में ललित कला विभाग में आयोजित की गई। बुन्देलखण्‍ड विश्‍वविद्यालय परिसर स्थित गांधी सभागार में तीन दिवसीय अन्तर महाविद्यालयीन युवा महोत्सव ‘कलरव-2018’ के उदघाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी कुलपति प्रो. वीके सहगल ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी।

अन्तर महाविद्यालयीन युवा महोत्सव कलरव के उदघाटन समारेह की मुख्य अतिथि झांसी मण्डल की आयुक्त सुश्री कुमदलता श्रीवास्तव ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्र-छात्राओं को हमारी प्राचीन संस्कृति से जोड़ते है। सुश्री श्रीवास्तव ने आव्हान किया कि विश्‍वविद्यालय ही नही बल्कि महाविद्यालय एवं माध्यमिक विद्यालयों के स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिये। कार्यक्रम की विशिष्‍ट अतिथि फिल्म निर्देशक श्रीमती शोभा सिंह ने कहा कि कलरव जैसे आयोजनों से विश्‍वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होगा।

विशिष्‍ट अतिथि एवं झांसीं की उपजिलाधिकारी सुश्री बान्या ने अपने विश्‍वविद्यालय में अध्ययन के समय को याद करते कहा कि प्रत्‍येेक छात्र-छात्रा को इन कार्यक्रमों में प्रतिभाग करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी अपने अध्ययन काल में इस प्रकार के कार्यक्रमों में प्रतिभाग करती थी। कार्यक्रम की शुरूआत मंचासीन अतिथियें द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन, माल्यार्पण तथा पुष्‍पार्चन से हुई। मंचासीन अतिथियों को पुष्‍पगुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया। बुन्देलखण्ड विश्‍वविद्यालय के अधिष्‍ठाता छात्र कल्याण प्रो.देवेश निगम ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए कलरव-2018 की रूपरेखा प्रस्तुत की। संचालन सहायक अधिश्ठाता छात्र कल्याण एवं विश्‍वविद्यालय की सांस्कृतिक समन्वयक डा.रेखा लगरखा ने किया तथा कार्यक्रम के अन्त में सहायक अधिष्‍ठाता छात्र कल्याण डा.मुन्ना तिवारी ने आभार व्यक्त किया। आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य कुलानुशासक प्रो. आरके सैनी, प्रो. प्रतीक अग्रवाल, प्रो.एमएम सिंह, डा. पुनीत बिसारिया, डा. गजाला रिजवी, डा. ममता सिंह, डा. मीनाक्षी सिंह, डाॅॅॅ. प्रकाश चन्द्र, डा. राधिका चोधरी, डा. अंजली सक्सेना, डा. अंजू सिंह, डा. शिल्पा गुप्ता वशिष्‍ठ, डा.ईरा तिवारी, डा. शुभांगीं निगम आदि उपस्थित रहे।

अलग अलग हुई प्रतियोगिताएं

उद्घाटन समारेह के पश्‍चात कलरव-2018 के अन्तर्गत साहित्यिक प्रतियोगिताएं विज्ञान भवन में आयोजित की गयी। प्रश्‍नोत्तरी प्रतियोगिता के प्रथम चरण के अंतर्गत 56 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की। इसमें से प्रथम 12 छात्र-छात्राओं का चयन कल गाँधी सभागार में होने वाली फाइनल प्रतियोगिता के लिये किया गया। वाद विवाद प्रतियोगिता एवं एलोकेशन की प्रतियोगिता विज्ञान भवन के सेमिनार हाल में आयोजित की गयी। इसमें ‘वाद-विवाद’ का विशय ‘वृद्ध-आश्रम-उचित या अनुचित’ एवं एलोकेषन का विशय ‘किशोरों को कॉलेज स्तर पर व्यावहारिक और मानव कौशल सिखाया जाना चाहिए’ रहा। उल्लेखनीय है कि दोनों ही प्रतियोगिताओं के लिये एक दिन पूर्व ही गृह विज्ञान विभाग में छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग की गयी थी। आज चयनित छात्र-छात्राओं ने अपने विचार रखे। भारतीय विष्वविद्यालय संघ की निर्णायक एवं राजकीय महाविद्यालय ग्वालियर की डा. प्रीति बाला अग्रवाल एवं एचएनएम डिग्री कालेज, झांसी के प्रधानाचार्य डा. अशोक कुमार पाराशर ने निर्णायक की भूमिका निभायी। संचालन बायोमेडिकल की शोध छात्रा मानसी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर साहित्यिक गतिविधियों की समन्वयक डा. गजाला रिजवी एवं डा. मीनाक्षी सिंह के अतिरिक्त डा. प्रकाष चन्द्र, डा. उमेश कुमार, डा. कौशल त्रिपाठी, डा. सुमिरन श्रीवास्तव, डा. अंजू सिंह आदि उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह के बाद गांधी सभागार में डा. रेखा लगरखा वर्मा के निर्देशन में मुख्य मंच पर वन एक्ट प्ले तथा मिमिक्री की प्रतियाेेगिताओं का आयोजन किया गया। गांधी सभागार की गैलरी में डा.सुनीता के निर्देशन में ऑन स्पॉट पेण्टिग, पेस्टर मेकिंग तथा कार्टूनिंग की प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुई, जबकि गांधी सभागार के भूतल पर भारतीय तथा पष्चिमी समूह के अतिरिक्त लाईट वेकल तथा क्लासिक वोकल की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

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