सर्दी की मेवा है सेहतमंद गजक – जीतू शिवहरे

0 खाने से दूर होती है कमजोरी 0 गम्‍भीर बीमारियां भी रहती हैं दूर

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झांसी। ठंड के दिनों में महानगर सहित पूरे देश में गजक जमकर खाई जाती है। गजक में तिल, गुड़ के अलावा ड्राय फ्रूट्स डाले जाते हैं जिससे यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। गजक में मौजूद इन्ग्रीडिएंट्स जैसे तिल और गुड़ सर्दियों में मेटाबॉलिज्म को तेज करके बॉडी को गर्म रखते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिनस और मिनरल्स भी होते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
सर्दियों के साथ-साथ गजक का भी मौसम शरू हो जाता है। इस मौसम में लोग गजक खाना बहुत पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वाद के साथ गजक में सेहत के कई राज छिपे होते हैं। जी हां, गजक से कई तरह की समस्याओं से निजात मिलती है, इस सम्‍बंध में सीपरी बाजार स्‍थित शिवहरे गजक एवं नमकीन भण्‍डार के संचालक जीतू शिवहरे बताते हैं कि गजक तिल और गुड़ से बनती है। चिकित्‍सकों के अनुसार इसमें कैल्शियम पाया जाता है जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। इससे कई अन्‍य रोगों से भी निजात मिलती है। तिल की गजक रक्त चाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। गजक में सूखे मेवे भी डाले जाते हैं जो शरीर को ताकत प्रदान करते हैं और कमजोरी दूर भगाते हैं। तिल और गुड़ शरीर में रस प्रक्रिया को बढ़ाते हैं। इससे वजम कम करने में सहायता मिलती है। गजक में फाइबर पाए जाते हैं जो पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं से भी निजात मिलती है। उन्‍होंने बताया कि गजक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, जिंक और सेलेनियम से त्वचा जवान बनी रहती है। इसे खाने से समय से पहले झुर्रियां नहीं पड़ती। तिल और गुड़ से शरीर को गर्मी मिलती है। इसलिए सर्दियों में इसे खाने से ठंड कम लगती है। गजक खाने से एनीमिया की शिकायत नहीं रहती, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है।

कई वैरायटी में उपलब्‍ध है गजक

जीतू शिवहरे ने बताया कि उनकी दुकान में कई वैरायटी में गजक उपलब्‍ध है, जिसमें तिल के साथ ही मूंगफली व मेवा की गजक शक्‍कर व गुड़ के साथ बनती हैं । यह गजक अलग अलग डिजायन में भी बनाई जाती हैं। बर्फी के आकार के साथ रोल के आकार और मूंगफली की पट्टी भी बनाई जाती है। यह गजक सामान्‍यत 200 रुपए किलो से 350 रुपए किलो के दामों में मिलती है।

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