झांसी। एक अच्छा खासा लड़का, जो एक अंग्रेजी माध्यम मिशनरी स्कूल में पढ़ता था। दूसरों के फटे में टांग अड़ाना या कह लिया जाए कि किसी की मदद करना उसे शुरु से ही पसंद था। पढ़ाई में भी होशियार था, पर घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण कई बार उसे अपने बड़े घर के क्लासमेट के सामने शर्मिन्दा होना पड़ता था, जिस कारण उसका पढ़ाई से मन विचलित हो गया और आखिर इन कारणों से उसको पढ़ाई छोड़ना पड़ी। यहां से कहानी में टविस्ट आया और अब वह परिवार की आर्थिक मदद करना चाहता था, लेकिन दूसरों के चेहरों पर खुशी पहुंचाकर उसको किक मिलती थी। इसी दौरान उसकी आंखे अपने ही क्षेत्र में रहने वाली एक कन्या से लड़ गईं। आग दोनों तरफ लगी और जिन्दगी ने पलटा खाया। किसी तरह घरवालों के विरोध के बावजूद दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद एक बेटी हो गई। पर उस लड़के की आदत नहीं बदली। ऐसे में आम बीबीयों की तरह उसकी पत्नी से इस काम में विरोध करने की बजाय सहयोग मिला और दोनों लोगों की मिलकर मदद करने लगे। इस सब में कई बार वह अपनी बेटी तक को भूल जाते थे। वहीं दूसरों की मदद करने से उनसे बुरा मानने वालों की संख्या में भी वृद्धि होने लगी। फिलहाल पिक्चर अभी बाकी है कि तर्ज पर वह दम्पत्ति एक एनजीओ बनाकर अपनी सामर्थ्य से अधिक लोगों की मदद में मशगूल हैं।
यह कहानी वाकई आपको फिल्मी स्टोरी जैसी लगी होगी, लेकिन हकीकत में इसके हीरो हीरोईन हैं आसरा सोसाईटी के विकास शर्मा उर्फ बण्टी शर्मा और पूजा शर्मा। स्कूल छूटने के बाद अब बण्टी शर्मा के रुप में पहचाने जाने वाले बण्टी शर्मा ने आसरा सोसाइटी के नाम से एक एनजीओ खोल लिया और उसके तहत लोगों की सेवा करने लगे।
इस दौरान उन्होंने कभी लोगों को सर्दी से बचाव के लिए कपड़े और कम्बल वितरित किए, बारिश में तिरपाल बांटी, कभी किसी बेसहारा को उसकी आवश्यकता के हिसाब से मदद की। गरीब बच्चों को पढ़ाई लिखाई के लिए किताब, कॉपी, पेंसिल, बस्ता आदि वितरण किए। उन्होंने कई बीमारों के इलाज के लिए सहायतार्थ धन से मदद की और अन्य लोगों से अपील कर सहयोग राशि बीमार के परिजनों को उपलब्ध कराई।
वहीं उनकी पत्नी पूजा शर्मा द्वारा सदर बाजार में एक ब्यूटी पार्लर खोला और गरीब कन्याओं विवाह कराने का जिम्मा लिया। उन्होंने अब तक कई गरीब कन्याओं का विवाह कराया है।
उसका विवाह कराने के साथ दहेज का सामान, नगद धनराशि सहित दुल्हन का मेकअप और उसको शादी में पहनने का लहंगा अपने पास से उपलब्ध कराया है। इसमें उनको अन्य लोगों का भी कभी कभार सहयोग मिलता रहता है। अपनी आगामी योजनाओं के बारे में बण्टी शर्मा और पूजा शर्मा बताते हैं कि वह एक वृद्धाश्रम और अनाथाश्रम खोलना चाहते हैं, जिससे गरीब बच्चों और वृद्ध लोगों की सेवा कर सकें और उनको परिवार का प्यार दे सकें।
Hi Congrats to you both yaa it’s real and so tuchy story God bless you
films year 2020
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