एक्सपायरी दवा मिली तो चिकित्सक पर होगी कार्यवाही : मण्डलायुक्त

0 मण्डलीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों की ली क्लास 0 मुख्यमंत्री के सम्भावित दौरे को लेकर दिए आवष्यक निर्देष

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झांसी। यदि अस्तपाल में एक्सपायरी दवा मिलती है तो सम्बन्धित चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। मरीजों को बाहर से दवा कतई न लिखी जाए, यह भी सुनिश्चित कर ले। आयुष्मान भारत योजना का मण्डल में प्रापर फोलोआप न होने पर असंतोष व्यक्त करते हुए पंजीकरण कम होने पर आयुष्मान मित्र को ऐक्टिवेट करने के मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए। मण्डल में जल निगम की पाइप पेयजल योजना की प्रगति संतोषजनक न होने पर नाराजगी जताई। माह फरवरी से पेयजल समस्या से आमजन को कैसे राहत देगे, जिसकी कार्य योजना बनाएं। मण्डल में यदि हैण्डपम्प जल निगम स्थापित नहीं कर सकता, तो यूपी एग्रो से काम कराया जाए। समीक्षा बैठक में विभाग द्वारा यदि गलत सूचना प्रेषित की जाती हैं, तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। अनुपस्थित रहने पर एडी पशुपालन को चेतावनी देने के निर्देश दिए।
मण्डलीय विकास कार्यो के 70 प्रपत्रों की समीक्षा करते हुए उक्त निर्देष मण्डलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने दिए। उन्होने सभी को नववर्ष की शुभकामनाए देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सम्भावित भ्रमण व बैठक को देखते हुए सभी तैयारियां पूर्ण कर ले। साथ ही विभागीय योजनाओं की स्वयं समीक्षा कर एक-एक बिन्दु की प्रगति को देख ले ताकि समीक्षा बैठक में आप मुख्यमंत्री को जानकारी दे सके। मण्डलीय बैठक में आईजीआरएस की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि निस्तारण का शत-प्रतिशत प्रयास किया जाए, सन्दर्भ लटकाया न जाए। उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सन्दर्भ निस्तारण आख्या में यह नही लिखा जा रहा है कि शिकायतकर्ता से वार्ता की की गई वह निस्तारण से संतुष्ट है अथवा नही। यह अवश्य लिखा जाए ताकि सन्दर्भ सी श्रेणी में न शामिल हो सके। उन्होने मा. मुख्यमंत्री जी के भ्रमण को लेकर निर्देश दिए है कि सन्दर्भो का संवेदनशीलता के साथ निस्तारण किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के 21 से 27 प्रपत्रों की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि चिकित्सक सही समय पर अस्तपालों में पहुंचे, इसे डीएम/सीडीओ भ्रमण कर सुनिश्चित कर लें। सीएचसी/पीएचसी तथा जिला अस्तपाल में यदि कालातीत दवाये मिलती है तो चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होने बाहर की दवाएं लिखने पर कड़ी चेतावनी दी और कहा कि जो दवाये उपलब्ध है उन्हे ही लिखा जाए और नोटिस बोर्ड पर सूची चस्पा करें। साथ ही मा. प्रधानमंत्री जी की प्राथमिकता वाली योजना है आयुष्मान भारत योजना, इसमें लापरवाही क्षम्य नही है। उन्होने मण्डल में आयुष्मान भारत योजना की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया और व्यापक प्रचार-प्रसार के आदेश दिए। उन्होने कहा कि अस्तपालों ने जो आवेदन दिए है उन्हें निस्तारित करें, ताकि अधिक लोगों योजना का लाभ दे सके। मण्डल में 12383 गोल्डन कार्ड वितरित किये गये। जिसके सापेक्ष अभी कम लोगों को लाभान्वित किया गया है, इसे बढाया जाए। टीकाकरण के सम्बन्ध में उन्होने कहा कि 15 दिवस में एमआर टीकाकरण 90 प्रतिशत हो जाना चाहिए। टीकाकरण में तेजी लाए।
14 वें वित्त की समीक्षा करते हुए उन्होने कहा कि जो भी कार्य प्रस्तावित है उन्हे तत्काल प्रारम्भ कर लिया जाए। मण्डलायुक्त ने समस्त विभागों को निर्देश दिए कि स्वीकृत कार्यो में से कितने कार्य प्रारम्भ हुए और कितने कार्य अभी प्रारम्भ नही हुए है, सूची तैयार कर लें और माह फरवरी में कार्य प्रारम्भ करा ले ताकि आचार संहिता लागू होने के बाद कार्य प्रभावित न हो सके। जो कार्य प्रगति पर है, उन्हें 2 माह में पूर्ण कर ले।

समीक्षा करते हुए जल निगम के कार्यो पर अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि झांसी में 4 परियोजना है जो अभी 50-60 प्रतिशत ही पूर्ण हो सकी है। फरवरी से पेयजल संकट से कैसे निपटा जाएगा। ऐसी प्रगति से गर्मी में तो पानी दे नही सकेगे। उन्होने सख्त लहजे में कहा कि प्रत्येक दशा में माह मार्च तक योजना पूर्ण कर पेयजलापूर्ति सुचारु करे। उन्होने हैण्डपम्प के कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि जन सामान्य को पानी को लेकर कोई असुविधा नह होनी चाहिए। जो भी मरम्मत होनी है उसे अभी से पूर्ण कर ले। उन्होने कहा कि हैण्डपम्प में जो भी टूट-फूट है उसे प्राथमिकता से दुरस्त करा ले। हैण्डपम्प स्थापना में जल निगम रुचि नही ले रहा है तो हैण्डपम्प स्थापना का कार्य यूपी एग्रो को दे दिया जाए। जालौन की प्रगति बेहद असंतोषजनक रही। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि शौचालय रिपोर्ट में शत-प्रतिशत पूर्ण बताया गया जबकि मौके पर मात्र गढढा खुदा मिला या दीवारे ही बनी मिली है, परन्तु शौचालय पूर्ण नही है। यह स्थिति ठीक नही है। जहां कार्य अधूरा है उसे तीव्र गति के साथ पूर्ण कर ले। उन्होने एमआईएस फीडिंग व जियोटेगिंग में भी सुधार लाये जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री समग्र ग्राम योजना की समीक्षा में उन्होने निर्देश दिए कि सम्बन्धित समस्त विभाग जिलो में चिन्हित ग्रामों को संतृप्त कर लें। जालौन में 12 समग्र ग्राम है। झांसी व ललितपुर में 8-8 गांव चिन्हित है। सभी गांवों को विभागवार अपनी योजनाओं से पूर्ण संतृप्त कर लें। उन्होने चिन्हित ग्रामों में मुख्यमंत्री शादी अनुदान योजना में अधिक से अधिक लाभार्थियों के चयन के निर्देश दिए। बैठक में पीएमजीएसवाई, महिला हैल्पलाइन, पंचायतराज, पेंशन, बेसिक शिक्षा, पशुपालन, विद्युत विभाग, ओडीओपी सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा हुई। मण्डलीय कानून व्यवस्था की बैठक में मण्डलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा कि पेट्रोलिंग लगातार की जाए। जेलों का निरीक्षण कर लिया जाए। जेलों से अपराध संचालित न हो, यह सुनिश्चित कर ले। पटाखा कारखानो का औचक निरीक्षण करे और यह अवश्य सुनिश्चित कर ले कि बच्चे तो काम नही रहे है। गौवंश व गौकशी पर सख्त कार्यवही की जाए। इस मौके पर जिलाधिकारी झांसी शिव सहाय अवस्थी, जालौन डॉ. मन्नान अख्तर, ललितपुर मानवेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी झांसी निखिल फुंडे, ललितपुर वीरेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, जालौन अवधेश बहादुर सिंह, जेडीसी आर.बी. भास्कर, डीडीसी संजय श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

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