संस्कृत एवं संस्कृति के क्षरण से बचाने को रखी विद्यालय की आधारशिला : महंत

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झांसी। श्री कुंजबिहारी संगीत एवं संस्कृत वेद वेदांत विद्यालय के शुभारंभ एवं गौलोकवासी महंत बिहारीदास महाराज की पुण्य स्मृति में गत एक जनवरी से चल रहे विविध आयोजनों एवं श्रीमद् भागवत के मूल पाठ का समापन, संत महंतों के पावन सानिध्य में आयोजित पत्रकार सम्मेलन, सम्मान समारोह व विशाल भण्डारे के साथ समापन हो गया।
इस दौरान संतों से शुभाशीष लेते हुए बुन्देलखण्ड धर्माचार्य महंत राधामोहन दास ने कहा कि वे सदैव संतों, महंतों एवं ब्राह्मणों से आशीर्वाद चाहते हैं इसी श्रृंखला में यह आयोजन है। उन्होंने संस्कृत एवं संस्कृति के क्षरण होने की बात कहते हुए इस विद्यालय की आधारशिला रखी है। आपने कहा कि स्वर में ही ईश्वर का वास होता है। सुर एवं ताल का मेल बहुत आवश्यक है। प्रत्येक के जीवन स्वर एवं ताल का मेल बना रहेगा तो परिवारों में हो रहे झगड़े बंद हो जायेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये जिला धर्माचार्य महंत विष्णु दत्त स्वामी ने कहा कि विद्या कभी बूढ़ी नहीं होती। इसलिए ज्ञानार्जन किसी भी उम्र में किया जा सकता है। पूर्व नगर धर्माचार्य कृष्णचंद शर्मा नारद ने संस्कृत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिन ब्राह्मण बालकों को संस्कृत नहीं आती वे इस विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा ग्रहण करें। मण्डलाचार्य लल्लन महाराज ने कहा झांसी और काशी में कोई अंतर न हो ऐसी उनकी कामना है। सभा को घनश्याम बाजपेयी, गिरीश शास्त्री, इस्कान मंदिर के कालीचरन, ब्रह्मचारी पारीछा के शिष्य जगद्गुरु, मेंहदी बाग मंदिर के महंत रामप्रियदास, सेमरी महंत, चिरगांव पीठाधीश्वर मुरली मनोहर मंदिर के महंत बसंत गोलवलकर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बुन्देलखण्ड प्रेस वैलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। सोसायटी अध्यक्ष शीतल प्रसाद तिवारी ने सभी का स्वागत किया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार रामसेवक अडजरिया, दीपक चंदेल, शशांक त्रिपाठी, महेश पटैरिया ने संस्कृति एवं संस्कृत के विकास में भरपूर योगदान का आश्वासन दिया।
पत्रकार सम्मेलन में हरिकृष्ण चतुर्वेदी, रामगोपाल शर्मा, रामकुमार साहू, कमलेश बिहारी पाण्डेय, रवीन्द्र पचौरी, रविन्द्र सिंह गौर, वाईके शर्मा, पीएन दुबे, चन्द्रशेखर पाण्डेय, मुकेश वर्मा, राजेश चौरसिया, फारुक खान, भूपेंद्र रायकवार, सूरज सिंह यादव, कुलदीप अवस्थी, कुंदन सोलंकी, जितेंद्र शर्मा, भरत कुलश्रेष्ठ, जसवंत सिंह, प्रभात साहनी, बबलू रमैया, रानू साहू, मनोज दुबे, राहुल नायक, अब्दुल सत्तार, इमरान भाई, बीआर निषाद आदि पत्रकार उपस्थित रहे। महंत राधामोहनदास महाराज ने सभी को शॉल उड़ाकर अभिनंदन किया। संचालन प्रवीण कुमार जैन ने किया। कार्यक्रम उपरांत विशाल भण्डारे में सभी को प्रसाद ग्रहण कराया गया।

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