वोट ही नहीं ‘नोट‘ के लिये जनता के द्वार पहुंच रहे हैंं कार्यकर्ता

0
717

झांसी। लोकसभा चुनाव के दौरान विभिन्न पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता वोट ही नहीं बल्कि ‘नोट’ के लिए भी जनता के द्वार पहुंच रहे हैं। इसके लिए अधिकतर राजनीतिक दल टारगेट के साथ अपने अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। कुछ पार्टियां तो झोली फैलाकर लोगों से चंदे के लिए अपील कर रही हैं। चंदे एकत्रित करने को लेकर सभी सियासी दलों के एजेंडे भी अलग-अलग हैं।
पिछले कुछ आम चुनावों में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इन्हीं में से एक है राजनैतिक दलों द्वारा चुनावी फंड की व्यवस्था कारोबारियों, उद्यमियों के साथ ही आम जनता के सहयोग से करना है। पहले राजनैतिक दल चुनावों के समय आम जनता के बीच जाकर केवल वोट ही मांगा करते थे, लेकिन बदले दौर में अब इसी काम के साथ धन का जुगाड़ भी किया जा रहा है। जनपद में भी आम लोगों के सहयोग से चुनावी प्रचार के लिये धन जुटाने जिसे क्राउड फण्डिंग भी कहा जाता है, की व्यवस्था कार्यकर्ताओं को सौंप दी है। बात भारतीय जनता पार्टी की करें तो उसने इसकी शुरूआत चुनावी तिथियों की घोषणा होने से काफी पहले ही कर दी थी। एक संगठित दल का फायदा उठाते हुये पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने स्थानीय इकाई को चंदे की रसीद बुकेंं भेजी थीं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुये लाखों का चन्दा एकत्र कर पार्टी फण्ड में भेजा था। इसके तहत लोगों ने पार्टी फण्‍ड में चंदा देकर उसकी रसीदेें फेसबुक और व्‍हाट्स अप पर लोगों के साथ शेयर भी कीं थीं। इसी क्रम में अब अन्य दल भी यही नीति अपना रहे हैं। बुन्देलखण्ड राज्य की लड़ाई लड़ रहे बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के अध्यक्ष सत्येन्द्र पाल सिंह भी आम जनमानस से उनके दल को चंदा देने की अपील कर रहे हैं और बता रहे हैं कि चंदे में दी जाने वाली राशि कर मुक्त रहेगी। ऐसा ही किसान रक्षा दल के गौरीशंकर बिदुआ भी कर रहे हैं। वह ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से सहयोग मांग रहे हैं।

कारोबारियों, उद्यमियों संग बैठकें जारी

सियासी दल आमजन के साथ-साथ जनपद के बड़े कारोबारियों व उद्यमियों से भी चुनाव में आर्थिक मदद की तैयारी में है। इसके लिए राजनीतिक पार्टियों ने विशेष तौर पर कुछ खास प्रभावशाली पदाधिकारियों को नियुक्त किया हैं। ये पदाधिकारी पार्टी स्तर पर इन उद्यमियों व कारोबारियों से चुनावी चंदा स्वरूप आर्थिक मदद मांगेंगे। पार्टियों के पदाधिकारियों ने व्यवसायियों के साथ बैठकें भी शुरू कर दी है। एक पार्टी के नेता ने बताया कि चुनावी चंदे के लिए वे हर वर्ग के पास जाते हैं।

LEAVE A REPLY