चुनावी नैया पार लगाने के लिये फर्स्‍ट वोटरों की हो रही बंदगी

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झांसी। सूरज की बढ़ रही तल्खी के बीच सामान्य लोकसभा निर्वाचन 2019 की गर्माहट भी तेज हो गई। पहले चरण का मतदान खत्म हो जाने के बाद अब सभी राजनैतिक दलों ने आने वाले चरणों में बढ़त बनाने के लिये नये सिरे से रणनीति बनाना शुरू कर दी है। इन्हीं रणनीतियों के तहत पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को रिझाने की कोशिश राजनैतिक दलों द्वारा की जाने लगी है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी एक चुनावी रैली में अपने सम्बोधन के दौरान पहली वार वोट डालने जा रहे युवाओं को लुभाने के लिये उनसे अपील की थी कि क्या वह अपना पहला वोट पुलवामा के शहीदों को, एयर स्ट्राइक को समर्पित कर सकते हैं। चुनाव आयोग की हिदायत थी कि सेना के नाम का उपयोग किसी भी सूरत में राजनैतिक फायदे के लिये नहीं किये जाने के बाद भी खुले मंच से प्रधानमंत्री का यह कहना दर्शाता है कि भाजपा ने अपनी जो चुनावी स्ट्रेटजी तैयार की है उसमें पहले पायदान पर पहली बार वोट डालने वाले युवा ही हैं। केवल भाजपा ही नहीं वरन कांग्रेस सहित हर राजनैतिक दल भी फस्र्ट वोटर को अपने पाले में करने के लिये हरसंभव कोशिश करने में जुटा हुआ है।
आम चुनाव में जीत की दहलीज पर कदम रखने के लिए हर दल की नजर युवाओं पर है। ऐसे में हर कोई युवाओं को लुभाने में जुटा है। इसके लिए भगवा दल ने युवाओं को शपथ के जरिये अपने साथ करने की तैयारी की है। उन्हें फोन के जरिए अपने साथ जोड़ने के लिए शपथ दिलाई जा रही है। इस काम में एक दो लोग नहीं बल्कि पूरी टीम जुटी हुई है।
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इनमें युवाओं पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इस अभियान में भगवा दल द्वारा युवाओं के फोन पर दस्तक दी जा रही है। नेशन विद नमो अभियान के तहत उनके पास फोन पहुंच रहा है। इसमें 2018 में भगवा दल द्वारा युवाओं को अपने साथ जुड़ने के लिए शपथ दिलवाई जा रही है। इस शपथ लेने वाले को फोन पर बटन दबाकर अपनी सहमति देनी पड़ती है। इसके अलावा अन्य साथियों को जोड़ने का भी आग्रह किया जा रहा है।

फर्स्‍ट वोटर पर फोकस

भगवा दल द्वारा पहली बार मतदान करने वाले वोटरों पर फोकस हैं। इसके लिए पूरा अभियान पहला वोट मोदी के नाम शुरू किया गया। इसमें युवा मतदाताओं को सरकार की उपलब्धियां बताकर वोट के लिए आग्रह किया जा रहा है।

दूसरे दल भी आए मैदान में

भगवा दल की तरह युवाओं को लुभाने में अन्य राजनीतिक दल भी मैदान में उतर आए हैं। गठबंधन प्रत्याशी की ओर से भी युवाओं को फोन कर समर्थन मांगा जा रहा है। उनसे कई तरह की अपील भी की जा रही हैं। वहीं कांग्रेस द्वारा भी यही कोशिश की जा रही है और इसके लिये एनएसयूआई व यूथ कांग्रेस के अलावा आईटी सेल के धुरंधर व तेजतर्रार पदाधिकारियों की टीम को लगाया गया है जो कि सोशल साइट्स के सहारे इन फर्स्‍ट वोटरों को साधने में जुटे हुये हैं।

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