निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कर्मियों को दिया प्रशिक्षण

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झांसी। महिलायें संवेदनशील होकर ईवीएम व वीवीपैट पर हैण्डआन प्रैक्टिस करें जो भी भ्रान्ति हो उसे मास्टर ट्रेनर द्वारा अवश्य दूर कर लें। भारत निर्वाचन आयोग की मंशा है कि महिलायें अधिक से अधिक मतदान करें। उसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु आयोग ने सखी बूथ की परिकल्पना की और यह बूथ प्रत्येक विधानसभा में तैयार किये जा रहे हैं। जिसमें समस्त पोलिंग पर्सन महिलायें होंगी और सुरक्षाकर्मी भी महिलायें रहेंगी ताकि महिला मतदाताओं को मतदान करने में कोई भी अड़चन न हो।
यह बात सह प्रभारी कार्मिक/परियोजना निदेशक डीआरडीए डाॅ. आर.के. गौतम ने पैरामेडिकल प्रांगण में लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019 के सफल आयोजन हेतु मतदान कार्मिकों को द्वितीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत बीयू, सीयू व वीवीपैट के संचालन की हैण्डआन प्रैक्टिस के दौरान महिला कार्मिकों के मध्य व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मास्टर ट्रेनर द्वारा जो भी जानकारी दी जा रही है उसे गंभीरता से ग्रहण करें ताकि मतदान दिवस पर कोई समस्या न हो।

डाॅ. आर.के. गौतम ने हैण्डआन प्रैक्टिस सत्र में महिला कार्मिकों को बीयू, सीयू व वीवीपैट कैसे लिंग किया जाना है, समझाया और कहा कि लिंक करते समय साॅकिट दबाकर लिंग करें जोर आजमाइश न की जाए, इसका विशेष ख्याल रखा जाए। ईवीएम व वीवीपैट संवेदनशील है इसको सावधानीपूर्वक संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि वीवीपैट को सीधे धूप व अधिक गर्मी से बचाया जाना आवश्यक है, वीवीपैट को परिवहन के दौरान विशेष प्रबन्ध किया जाना जरूरी है। हैण्डआन प्रैक्टिस के समय उन्होंने माॅकपोल की जानकारी दी और बताया कि मतदान से पूर्व माॅकपोल अवश्य किया जायेगा और इसे पार्टी एजेन्टों के समक्ष किया जाना है। माॅकपोल में बताया जाए कि आप जिस प्रत्याशी को वोट करेंगे वीवीपैट पर उसका चित्र आयेगा जो 7 सेकण्ड तक दिखायी देगा।
सामान्य प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर जिला विद्यालय निरीक्षक डाॅ. नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया कि पोलिंग पार्टी पर्सन के क्या-क्या दायित्व है? कार्य विभाजन के विषयक भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मतदान समाप्ति के बाद पीठासीन अधिकारी टीम के साथ रहेंगे और जब तक ईवीएम व वीवीपैट स्ट्रांग रूम में जमा न हो जाए, वह कहीं जाएंगे नहीं।
उन्होंने बताया कि मतदान के दिवस प्रातः जल्द उठकर सारी तैयारी पूर्ण कर लें ताकि समय से माॅकपोल हो जाये और सही समय से मतदान प्रारम्भ किया जा सके। मतदेय स्थल में मोबाइल फोन नहीं जाएंगे, पार्टी एजेन्ट अपने साथ मोबाइल फोन अन्दर नहीं ले जायेंगे, केवल पीठासीन अधिकारी ही अपने पास मोबाइल फोन रख सकेगा। उन्होंने कहा कि यदि मतदेय स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगा है तो उसे बंद रखा जाए ताकि मतदान की गोपनीयता भंग न हो, उन्होंने कहा कि वोटिंग कम्पार्टमेंट खिड़की के नजदीक हो यह भी सुनिश्चित कर लें।
मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण के दौरान मास्टर टेªनर बीयू, सीयू व वीवीपैट बी.एल. मौर्य ने कहा वीवीपैट से किसी भी प्रकार केाई छेड़छाड़ न करें यह बहुत ही संवेदनशील है अन्यथा यह कार्य करना बंद कर देगी। उन्होंने एरर की जानकारी दी और बताया कि एरर-1 और एरर-2 आने पर उसे कैसे दूर करना होगा, उसकी बिन्दुवार जानकारी दी।
उन्होंने माॅकपोल के बाद जो वोट डाले गये उसकी वीवीपैट की पर्ची से मिलान अवश्य कर लिये जायें ताकि पोलिंग एजेन्ट संतुष्ट हो सकें।
इस मौके पर डीडीओ उग्रसेन सिंह यादव, अधि.अभि. विद्युत डी. यादुवेन्द्र, डीपीआरओ ए.पी. त्रिपाठी, अवर अभियन्ता कृष्ण गोपाल सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

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