मतगणना : जनप्रतिनिधि नहीं बन सकेंगे काउंटिंग एजेण्‍ट

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झांसी। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 का महत्वपूर्ण चरण है मतगणना। सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर ले। स्वयं पारदर्शी रहे तथा कार्य में भी पारदर्शिता रखे। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे, आने-जाने वालो की सख्ती से तलाशी ली जाए। मीडिया सेन्टर में सभी सुविधाये उपलब्ध हो तथा चरणवार मतगणना की जानकारी उन्हे दी जाए। परिणाम आने के पश्चात विजयी जुलूस नहींं निकाला जाएगा, इसे अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए। मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे की जद में हो, यह अवश्य सुनिश्चित कर ले। मतगणना टेबिल पर यदि कोई विवाद होता है तो उसका निस्तारण तत्काल किया जाए। मतदान कार्मिक अपने व्यवहार को बेहतर रखे। यह निर्देश मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उ0प्र0 एल0 वेंंक्टेश्वर लू ने योजना भवन वीसी कक्ष से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को दिए।
सीईओ ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मतगणना की तैयारियों पर बिन्दुवार चर्चा की और पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से मैनपावर, ईवीएम की मतगणना, पोस्टल वैलेड की गणना, ईटीपीबी स्कैन और गणना आदि के बारे में विस्तार से बताया। उन्होने कहा कि अब सारी ऊर्जा मतगणना में लगानी होगी। सीईओ ने कहा कि मतगणना हाल में टेबिल तथा एआरओ की टेबिल के साथ आरओ/आब्जर्वर को कहां बैठना है, सारा प्लान बनाकर भेजा जा चुका है। उसी के अनुसार सारी व्यवस्थाये पूर्ण कर ले। पोस्टल वैलेड की मतगणना सर्वप्रथम की जाएगी तथा तदोपरांत ईवीएम की मतगणना होगी। उन्होने कहा कि आरओ हैण्डबुक के अनुसार जनप्रतिनिधि काउटिंग ऐजेन्ट नही बन सकेगे। यह सभी सुनिश्चित कर ले कि सभी अच्छी तरह दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर ले ताकि ऐजेन्ट बनाने में कोई गड़बड़ी न हो। उन्होने कहा कि मतगणना स्थल पर मोबाइल फोन नही जाएगे, कोई भी कार्मिक मोबाइल फोन लेकर मतगणना हाल में नही जाएगा। मीडिया सेन्टर तक ही मीडियाकर्मी अपने मोबाइल फोन ले जा सकेगे। मतगणना के दौरान विधानसभा वार जो मतगणना हो रही है उसका चरणवार व्यौरा मीडिया पर्सन को अवश्य समय से दिया जाए। मतगणना की जानकारी देने में विलम्ब न हो यह अवश्य सुनिश्चित कर लिया जाए। वीडियो कान्फ्रेसिंग में रत्नेश कुमार ने पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विभिन्न जानकारी दी। उन्होने मतगणना अभिकर्ता की नियुक्ति कैसे की जानी है उसकी जानकारी दी तथा नियुक्ति मतगणना के 3 दिवस पूर्व अधिकतम 17.00 बजे तक आरओ को फोटो सहित सूचियां प्रस्तुत करनी होगी। उन्होने बताया कि आरओ द्वारा एक पहचान-पत्र दिया जाएगा ताकि वह पहचाना जा सके कि वह अभिकर्ता है। पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से रत्नेश कुमार ने सेवा मतदाताओं के लिए इलैक्ट्रानिक रुप से प्रेषित डाक मतपत्रों (ईटीपीबी) की गणना की जानकारी दी। उन्होने कहा कि ईटीपीबी की गणना आरओ टेबिल पर ही की जाएगी, जैसे कि अन्य डाक मतपत्रों की गणना पहले प्रारम्भ की जाएगी और 30 मिनट के अंतराल पर ईवीएम की मतगणना भी शुरु की जा सकती है। उन्होने कहा कि प्रत्येक डाक मतपत्र को सावधानीपूर्वक स्कैन करते हुये उसकी गणना की जानी है तथा निश्चित प्रारुप पर जानकारी प्रेषित करना है। मतदान केन्द्रों पर डाले गये मतो की गणना की जानकारी देते हुए कहा कि स्ट्रांग रुम खुलने के बाद ईवीएम की कन्ट्रोल यूनिट टेबिल पर गणना हेतु आएगी।


उन्होने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच बूथों का रैण्डमली चयन होगा और वहां वीवीपैट की पर्चियों की गणना होगी तथा ईवीएम में पड़े वोट से मिलान होगा। उन्होने कहा कि गणना के बाद वीवीपैट की पर्चियों को उम्मीदवार अलग-अलग गड्डी बनाकर सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होने कहा कि मतगणना में सावधानी बरतनी होगी। उन्होने मतगणना के विषयक विभिन्न प्रारुपों की जानकारी दी जिन्हे भरकर आयोग को ई-मेल करना है। उन्होने कहा कि मतगणना स्थल पर इंटरनेट सेवाये पुख्ता रहे साथ ही 10एमबीपीएस लाइन हो या इससे अधिक की लाइन हो ताकि ई-मेल में परेशानी न आ सके, उन्होने बीएसएनएल को अभी उक्त व्यवस्था करने के लिए निर्देश देने को कहा। इस मौके पर एनआईसी झांसी में जिला निर्वाचन अधिकारी शिव सहाय अवस्थी, कार्मिक प्रभारी/मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसडीएम बी.प्रसाद, नगेन्द्र शर्मा, डीडी मण्डी सी.पी. तिवारी, नगर मजिस्ट्रेट रामप्रकाश, आसेन्द्र दिवालिया सहित एसडीएम व तहसीलदार उपस्थित रहे।

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