शोध भारत और भारतीयता को ध्यान में रखते हुए होनी चाहिए : प्रो. मिश्रा

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झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी विभाग के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन टेकिप 111 प्रोजेक्ट द्वारा पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में डीन इंजीनियरिंग एवं मुख्य निदेशक टेकिप 111 प्रोजेक्ट प्रो. शिव कुमार कटियार ने कहा क‍ि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से होगा। उन्होंने कहा क‍ि यह फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर है, जिसमे शिक्षक जान पाएंगे क‍ि शोध कैसे की जाए और शोध में उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के टूल्स का इस्तेमाल कैसे किया जाए। उन्होंने कहा क‍ि ऐसे कार्यक्रमोंं से शिक्षकों को नयी शोध की जानकारी मिलती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान कानपुर से पधारे प्रो. देवी प्रसाद मिश्रा ने कहा क‍ि हमारा शोध भारत और भारतीयता को ध्यान में रखते हुए होनी चाहिए। शोध ऐसा होना चाहिए, जो भारत के विकास में अपना योगदान दे। उन्होंने प्राचीन भारत को शोध का बड़ा केंद्र बताया। उन्होंने कहा की शोधार्थी को शोध के होने वाले नए तरीके पता होना चाहिए। इसके पश्चात कार्यक्रम के सयोजक डॉ रंजीत सिंह ने कहा क‍ि सतत सत्य की खोज ही विज्ञान है। इसके पूर्व टेकिप के समन्‍वयक इंजी ब्रजेन्द्र शुक्ल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। संचालन अनुपम व्यास ने किया और आभार गौरव ने व्‍यक्‍त किया। इस अवसर पर नोडल अफसर डॉ अवधेश गौर, डॉ आनंद पांडेय, दिनेश दिवेदी, गौरव श्रीवास्तव, डॉ सादिक खान आदि मौजूद रहे।

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