जल्‍दी ही बुन्‍देलखण्‍ड की चंदेरी साड़ियां बिकेंगी ऑनलाइन

कपड़े बनाने के अलावा बुनकरों काेे दिया जाएगा व्‍यवसाई बनने का प्रशिक्षण

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झांसी बुंदेलखंड के बुनकरों का प्रदेश की जीडीपी की उन्नति में अधिक से अधिक सहयोग हो, उन्हें विभिन्न योजनाओं के लाभ आच्‍छादित करते हुए गरीबी रेखा से ऊपर उठाया जाए। जनपद में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाए जाने के साथ ही बुनकरों को निफ्टी द्वारा डिजाइन प्रशिक्षण दिलाए जाने व ट्रेनिंग कम यूजर सेण्‍टर के अतिरिक्त अपने उत्पाद को बेहतर पैकेजिंग करने का भी प्रशिक्षण दिलाया जाए। ताकि उत्पाद के बेहतर दाम प्राप्त हो और उनकी आर्थिक हालत ठीक हो।
उक्‍त उद्गार अपर मुख्य सचिव रमा रमण उत्तर प्रदेश शासन हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग ने सर्किट हाउस में मंडलीय अधिकारियों की बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री क्षेत्र के बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो, इस मंशा के साथ योजना संचालित जा रही हैं। बैठक में अपर मुख्य सचिव रमा रमण ने कहा कि रेशम उद्योग व हथकरघा मिलकर कार्य करें, जिससे क्षेत्र की गरीबी दूर हो सके। सभी विभाग गरीबों को रोजगार दिलाए जाने का कार्य करें, जितनी भी स्कीम है उनका कन्वर्जन द्वारा गरीब तबके के बुनकर हस्तशिल्पी हैं उन्हें योजना का लाभ मिले, ताकि वह गरीबी रेखा से ऊपर आए। अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए यह निर्देश दिए गए कि मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया जाए जिससे वह अपने उत्पाद की बिक्री कर सकें। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही फ्लिपकार्ट व अमेजॉन से संपर्क किया जाएगा, जिनके द्वारा बुंदेलखंड के उत्पादों को ऑनलाइन विक्रय किया जा सके। ललितपुर की चंदेरी साड़ी की मांग अधिक है, लेकिन मार्केट ना मिलने पर बिक्री अच्छी नहीं हो रही है। इसलिए बुनकरों को मार्केटिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही अपने उत्पादों की पैकेजिंग कैसे की जाए, जिससे बिक्री बढ़ेे। इसका भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रत्येक क्लस्टर से पांच-पांच बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ललितपुर में रेशम धागा उपलब्ध कराने हेतु डिपो बनाए जाने पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि बुनकरों के परिवार के सदस्य यदि सेल्स मैन बनना चाहें तो उन्हें प्रशिक्षण देकर देश में फैले प्रदेश का शोरूम में सेल्समैन रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बुनकरों के परिवार के सदस्य जो यह काम नहीं करना चाहते उन्हें मोटिवेट किया जाए सेल्समेन बनने के लिए। बैठक में राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत क्लस्टर विकास योजना, हथकरघा बुनकर बीमा योजना, पावर लूम कामगारों हेतु समूह बीमा योजना, प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना, पावरलूम उद्योग का विकास योजना की बिंदुवार समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि अधिकारी बुनकरों छोटे उद्यमियों के विकासशील होकर कार्य करें। इस मौके पर केपी वर्मा डिप्टी कमिश्नर, पीसी ठाकुर डिप्टी कमिश्नर कानपुर, उपायुक्त उद्योग सुधीर कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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