हमारा देश बदल रहा है और यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं- प्रो. काबिया

0
860

झांसी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट नोएडा तथा पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में आज आईटीएचएम के सभागार में पर्यटन के स्टेकहोल्डर मीट का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश से अनेक होटल व्यवसाय, ट्रैवल एजेंट, टैक्सी ऑपरेटर, टैक्सी ड्राइवर तथा वोटर्स व अन्य उद्योग से जुड़े अन्य लोग उपस्थित हुए। इस दौरान एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए झांसी के एक होटल के प्रबंधक

प्रदीप तिवारी

ने आईएचएम द्वारा आयोजित इस कार्यशाला के आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि झांसी में यद्यपि विश्व के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख स्थान रखता है, लेकिन आज भी झांसी को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर उपयोग नहीं किया जाता है। पर्यटक रात्रि विश्राम के लिए झांसी, ओरछा व आसपास के अन्य स्थानों पर रुकते हैं। इसका कारण झांसी में आवश्यक सुविधाओं का उपलब्ध न होना है। उन्होंने कहा आवश्यकता है कि हम बुंदेलखंड क्षेत्र में नए पर्यटक सर्किट को खोजें तथा उनको विकसित करें, जिससे कि झांसी व आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके तथा यहां के निवासियों को रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की भी है कि हमें स्थानीय लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रखना होगा। स्वच्छता से ही देशी-विदेशी सैलानियों और पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पर्यटन एवं होटल प्रबंध संस्थान के निदेशक एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील काबिया ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत करते हुए संस्थान की उपलब्धियों को उपस्थित अतिथियों के समक्ष रखा। प्रो काबिया ने कहा की इस बार पर्यटन दिवस की थीम पर्यटन एवं एवं रोजगार रखा गया है। दुनिया में 40 करोड़ लोग पर्यटन से जुड़े हुए हैं। निश्चित रूप से पर्यटन में बहुत संभावना है और अगर जीडीपी की बात करें तो 10% जीडी के पर्यटन से आती है। रोजगार की बात करें तो लगभग 10 में से एक व्यक्ति को पर्यटन में रोजगार मिल रहा है। उन्‍होंने कहा कि पर्यटन की संभावनाएं तो बहुत है, लेकिन उसके लिए नियम नीति बनाने की काफी आवश्यकता है। इस बार का पर्यटन दिवस गांधी जी की जयंती के 150 वें वर्ष के दौरान मनाया जा रहा है, इसलिए इसमें स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जा रहा है। डॉ. काबिया ने कहा कि देश की तस्वीर बदल रही है। एक समय हमारे देश को काफी गरीब और कमजोर तबके का बताया जाता था, लेकिन अब वह स्थितियां नहीं है। हम निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी ट्रेन इंप्रूव हो चुकी है। रेलवे नेटवर्क काफी बढ़ चुका है। एयरपोर्ट फैसिलिटी भी काफी सुदृढ़ हो चुकी है। हमारे फाइव स्टार होटल किसी भी इंटरनेशनल होटल से कम नहीं है। पर्यटन के विकास के लिए यह मुख्य बिंदु हैं। कई ऐसेे देश है जहां उनकी आबादी से अधिक पर्यटक उनके देश में भ्रमण करने आते हैं। वही हिंदुस्तान की आबादी इतनी अधिक होने के बावजूद वहां एक से दो परसेंट पर्यटक भी नहीं पहुंच पाते हैं। यदि हम प्रयास करें तो हमारे पर्यटन का काफी विकास संभव है और लोगों के रोजगार बढ़ने की काफी संभावना है। हम अपने शहर को साफ़ व स्वच्छ रखें तो यह पर्यटकों के लिए काफी अच्छा उदाहरण छोड़ सकते हैं। आईआईटीटीएम की नमिता त्यागी ने पर्यटन संस्थान एवं सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता एक्शन प्लान के विषय में जानकारी दी तथा इससे होने वाले पर्यटन के क्षेत्र में होने वाले लाभ के बारे में भी बताया।

स्‍वच्‍छता अभियान के तहत किया नुक्‍कड़ नाटक

बी.एच.ई.एल. में छात्राओं द्वारा स्वच्च्छता अभियान के प्रति जागरूकता हेतु नुक्कड नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन, पुष्‍पार्चन तथा माल्यार्पण से हुआ। मंचासीन अतिथियों को पुष्‍प गुच्छ भेंटकर सम्मानित भी किया गया। प्रतिभाग कर रहे सभी हितधारकों को भी पुष्‍प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया। संचालन अंशुमन सिंह ने तथा आमंत्रित अतिथियों का आभार आई.आई.टी.टी.एम.नोएडा की नीति दीक्षित ने व्यक्त किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई।
इस अवसर पर डा. संजय निबोरिया, डा.शैलेन्द्र तिवारी, डा.प्रणव श्राार्गव, डा.सुधीर द्विवेदी, डा.रमेश कुमार, आषीश सेठ, जी.के.श्रीनिवासन, आयुश सक्सेना, मुकुल खरे, प्रभाकर पाण्डेय, मेधा जायसवाल, हेमन्त चन्द्रा, आर.एन.पाठक आदि उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY