अलग अलग कारणों के चलते दो किसानो ने फाँसी लगाकर दी जान

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मुसीबत का मारा किसान बेचारा वैसे ही परेशान रहता है। उसके बाद भी अन्‍य परेशानियां उसे जीने नहीं देती हैं। ऐसे ही दो अलग अलग कारणों के चलते हमीरपुर जिले में दो किसानों ने फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली। एक बीमारी से परेशान था, तो दूसरा फसल बर्बाद होने के बाद बैंक से लिए कर्ज के कारण चिंतित था।

कैंसर के शक में बीमार किसान ने फाँसी लगाकर दी जान

राठ (हमीरपुर)। पिछले एक साल से बीमार चल रहेे किसान ने डिप्रेशन के चलते कैंसर के शक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

मामला जनपद हमीरपुर की राठ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मवई का है, जहाँ पर पवन (28) पुत्र देव सिंह ने कल देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पवन पिछले एक साल से फोड़े फुंसी की शिकायत के चलते बीमार चल रहा था, जिसको लेकर डॉक्टर का कहना था कि उसे नियमित इलाज़ कराना पड़ेगा। अन्यथा की स्‍थिति में उसे कैंसर भी हो सकता है। इसको लेकर वह डिप्रेशन में रहने लगा था। उसे शक था कि शायद उसे कैंसर हो गया है और कल रात लगभग 1 बजे वह घर से बाहर निकला और गांव के ही एक पेड़ में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

फसल बर्बाद होने पर किसान ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या।

राठ (हमीरपुर)। कभी अन्ना पशु तो कभी दैवीय आपदाओं की मार झेल रहेे किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। यहां भी फसल बर्बाद होने पर एक किसान ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्‍त कर ली।


मामला जनपद हमीरपुर के जरिया थाने के गोहांड कस्बे के निवासी किसान तुलाराम उम्र 45 वर्ष पुत्र हरीदास ने विगत 05 जनवरी को रात में लगभग नौ बजे अपने खेत पर लगे आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के चचेरे भाई चन्द्रभान ने बताया कि, मृतक की पत्नी सुदामा के नाम दो एकड़ जमीन है व उसके पिता के नाम तीन हेक्टेयर जमीन है, जिसमें मटर, गेंहूं व चने की फसल बोई थी। बारिश व अन्य कारणों के चलते फसल बर्बाद हो गई। फसल नष्ट होने के चलते वह अत्यधिक परेशान था और उस पर बैंक का कर्ज भी था। इस वजह से उसने कल रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस द्वारा मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया।

हमीरपुर से मोहम्‍मद मुख्‍तार की रिपोर्ट

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