झांसी। एक दम्पत्ति पश्चिम बंगाल से झांसी घूमने आए थे और यहां फंस गए। लॉक डाउन के चक्कर में उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय में फोन किया। अपनी सूचना दी व खाना पहुंचवानेे का अनुरोध किया। वहीं दो दिन से एक मजदूर परिवार भूखा था, जिनको कोई सहायता नहीं मिली। ऐसे ही मुम्बई से एक परिवार द्वारा अपने रिश्तेदार महिला, जोकि सुन नहीं सकतीं हैं। उनके लिए भोजन व मदद की अपील की गई। ऐसे लोगों की मदद के लिए बीड़ा उठाया कर्तव्य संस्था की अध्यक्षा श्रीमती शालिनी गुरबख्शानी और उनकी टीम ने।
कर्तव्य संस्था की टीम ने न सिर्फ उन मजदूर परिवार को ही भोजन उपलब्ध कराया बल्कि अन्य सभी लोगों की जानकारी होने पर उनके पास जाकर उनकी मदद की और उनको कोरोना जैसी बीमारी के संक्रमण से बचाव के उपाय भी बताए। संस्था की अध्यक्षा ने बताया कि विगत दिवस उन्होंने एक गरीब बस्ती में जाकर 25 पैकेट खादय सामग्री वितरित की। इसमें पांच किलो आटा, दो किलो चावल, दाल, नमक का पैकेट व सरसों का तेल था। यह बस्ती क्राइज द किंग कालेज के पास एक मजदूर बस्ती है। वहीं इलाईट के पास स्थित एक पैट्रोल पम्प के बगल से स्थित एक गली से एक महिला का फोन आया कि बच्चे भूखे है। उनको कहींं से सहायता नहीं मिल रही है। यदि भोजन की व्यवस्था नहीं हुई तो वह लोग आत्महत्या कर लेंगे। उस परिवार को जब संस्था के सदस्य भोजन देने पहुंचे, तो वह भोजन देखकर रोने लगे।
एक स्थान पर एक बाबा ने कहा कि उनके दांत नहीं हैं और उनको चाय व बिस्कुट चाहिए, तब संस्था वालों ने वहां के अन्य लोगों की मांग पर चाय का कैम्पर भरकर पहुंचाया। साथ ही बिस्कुट के पैकिट वितरित किए। इस मौके पर संस्था के सदस्यों में महिमा जायसवाल, अशोक गुरबख्शानी, शिवाली अग्रवाल, दीपा जैन, सारिका मल्होत्रा, मीना लालचंदानी, हेमा, सचिंन जायसवाल, सीमा शर्मा आदि मौजूद रहे।
Nice work