झांसी। जनपद सहित महानगर की सीमाओं को सील कर दिया गया है और ट्रेन व बसें बिलकुल बंद हैं। उसके बावजूद बाहर से लोग आकर बस्तियों में पहुंच रहे हैं। एक बड़े सरकारी संस्थान में विगत दिवस काम प्रारम्भ होने के बाद बाहर के कई स्थानों से कर्मचारियों के झांसी आने की सूचना है। वहींं एक बैंक में चार लोग बाहर से आए हैंं और किसी को सूचना दिए बगैर कार्य कर रहे हैं। इससे कार्य स्थान पर ही नहीं पूरे महानगर में लोगों में दहशत फैल रही है। जिला प्रशासन को इस पर गम्भीरता से सोच विचार कर निर्णय लेने के साथ ही सीमाओं से लगे स्थानों पर चौकसी बढ़ानी होगी। इस स्थिति को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आगामी दिनों में झांसी महानगर का सेफ जोन खतरे में आ जाएगा।
उक्त सरकारी संस्थान के प्रेमनगर क्षेत्र के ज्यादा करीब होने के कारण यहां अधिकतर बाहर से आने वाले कर्मचारी आसपास किराए के मकानों में रह रहे हैं। लॉक डाउन के कारण सरकारी संस्थान के बंद होने के बाद अधिकतर कर्मचारी अपने वाहनों या अन्य व्यवस्था करके यहां से बाहर चले गए थे। अब वहां दोबारा कार्य प्रारम्भ होने की स्थिति में वह कर्मचारी वापस आ गए हैं। ऐसे में उक्त संस्थान में काम करने वाले स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि बाहर से आने वाले अधिकतर कर्मचारी बिना किसी जांच के कार्य कर रहे हैं। ऐसे में यदि कोई कोरोना वायरस से संक्रमित है, तो वह दूसरों को पीड़ित करने से नहीं चूकेगा। इन कर्मचारियों ने ही जिला प्रशासन द्वारा सीमा पर लगाई गई चौकसी पर उंगलियां उठाते हुए कहा है कि आखिर यह ढील क्यों दी जा रही है। इससे झांसी के लोग खतरे में आ जाएंगे। विगत दिनों खाती बाबा स्थित एक मकान में रहने वाले दो कर्मचारी झांसी आ गए, जिसको लेकर मकान मालिक द्वारा उनको जांच को कहा गया। साथ ही क्षेत्र में सिविल डिफेंस के वार्डन्स को इनकी जानकारी दी। वहीं नगरा आदि क्षेत्रों में तो इन कर्मचारियों के वापिस आने पर मकान मालिक और क्षेत्रवासियों ने उनको मोहल्ले में नहीं रहने दिया। जानकारी अनुसार ऐसे कई लोग अब अपने साथियों के साथ रेलवे कालोनियों में रह रहे हैं। वहीं मेडिकल कालेज के पास स्थित एक प्रायवेट बैंक में 20 अप्रैल को चार लोग बाहर से आए हैं। इनमें दो लोग कानपुर, एक लखनऊ और एक ग्वालियर से आए हैं। इन लोगों की सूचना किसी को नहीं दी गई है। यह लोग बैंक के अंदर अपना काम करने में व्यस्त हैं। इन चारों के बैंक में आने से अन्य कर्मचारी दहशत में हैं। वहीं नई बस्ती क्षेत्र में दो लोगों के दिल्ली से आने की सूचना पर उनको सिविल डिफेंस की टीम द्वारा क्वारेंटाइन कराया गया है। ऐसे ही कई अन्य बस्तियों में लोगों के आने की सूचनाएं मिल रहीे हैं। सबसे बड़ी बात यह लोग भी तब्लीगी जमात के लोगों की तरह खुद छिप रहे हैं और अपने आने की सूचना प्रशासन को नहीं दे रहे हैं। जिला प्रशासन यदि इस मामले में सख्त कदम नहीं उठाता है, तो झांसी महानगर में परेशानी खड़ी होने में देर नहीं लगेगी।