झांसी। महानगर अभी तक सुरक्षित चल रहा था और ग्रीन व सेफ जोन में झांसी नगरवासी सुरक्षित महसूस कर रहे थे। सोमवार को सुबह अचानक एक 59 वर्षीय कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने की सूचना से हड़कम्प की स्थिति बन गई। धीरे धीरे सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई। इसके चलते प्रशासन ने त्वरित कदम उठाते हुए ओरछा गेट को तत्काल सील कर दिया और वहां चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती करते हुए बाजार बंद करा दिए गए। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से सुभाष गंज का बाजार भी बंद करा दिया है। वहीं इस जानकारी के बाद प्रशासन के अधिकारियों में भी हड़कम्प की स्थिति बन गई, जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बैठक की जा रही है।
जानकारी अनुसार कोरोना पाजिटिव मरीज जो कि 59 वर्षीय कमला वर्मा नामक एक महिला बताई जा रही है। झांसी में चल रही अफवाहों के दौर में आज सोमवार को सुबह सुबह ही कोरोना ने दस्तक दे दी है। प्रशासन द्वारा जारी सूचना के आधार पर रविवार को किए गए 114 टेस्ट में एक व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। इसके बाद जिला प्रशासन बेहद सतर्क हो गया। यह व्यक्ति झांसी के ओरछा गेट निवासी है। इलाज के लिए संक्रमित व्यक्ति का मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है। फिलहाल मरीज़ की हालत स्थिर है। संक्रमित व्यक्ति के परिवार और आसपास के क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की जांच प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा ओरछा गेट के आसपास के क्षेत्र खुशीपुरा, तालपुरा, गंज आदि के निवासियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार कोरोना लैब, झांसी से जारी 114 सैम्पल टेस्ट में से एक “पॉजिटिव” केस का पता चला है। वह एक 59 वर्षीय महिला हैं और उसका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। उसके पूरे परिवार को मेडिकल क्वांरेंटाइन के तहत रखा गया है। साथ ही उससे सम्पर्क में आए लोगों पता लगाया जा रहा है। महिला रोगी ओरछा गेट, झाँसी की निवासी होने के कारण ओरछा गेट से सटे सभी क्षेत्रों को सील कर दिया जाएगा। झांसी के नागरिकों से इस क्षेत्र में न आने की अपील भी की गई है, जब तक कि सभी नियंत्रण क्षेत्र कोविद जोखिम से पूरी तरह मुक्त घोषित नहीं हो जाते। साथ ही लोगों से सख्त तालाबंदी के लिए सहयोग करने की अपील की गई है।
आखिर हो ही गई चूक
एशिया टाईम्स द्वारा पहले ही जिला प्रशासन से अपील करते हुए सीमाओं के सील होने के बाद भी लोगों के अन्य शहरों से आकर महानगर की बस्तियों में पहुंच पर रोक लगाने को कहा था। प्रकाशित समाचार में कहा गया था कि जनपद सहित महानगर की सीमाओं को सील कर दिया गया है और ट्रेन व बसें बिलकुल बंद हैं। उसके बावजूद बाहर से लोग आकर बस्तियों में पहुंच रहे हैं। वहीं एक बड़े सरकारी संस्थान में विगत दिवस काम प्रारम्भ होने के बाद बाहर के कई स्थानों से कर्मचारियों के झांसी आने की सूचना है। जिला प्रशासन को इस पर गम्भीरता से सोच विचार कर निर्णय लेने के साथ ही सीमाओं से लगे स्थानों पर चौकसी बढ़ानी होगी। इस स्थिति को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आगामी दिनों में झांसी महानगर का सेफ जोन खतरे में आ जाएगा। और वही हुआ जिसका अंदेशा जताया गया था, आज महानगर सेफ जोन नहीं रहा।