खतरनाक औद्योगिक इकाईयों पर रखी जाए कड़ी नजर : मण्‍डलायुक्‍त

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झांसी। कोविड 19 के सैंपल लेते समय टीम के साथ पर्याप्त पुलिस फोर्स रहे। आपातकाल टीम का मनोबल बढाये जाने के निर्देश। हेजारडस (खतरनाक) से संबंधित फैक्ट्रियों पर पुलिस, स्वास्थ्य व प्रशासन सभी नजर बनाए रखें ताकि कोई घटना ना हो सके। शेल्टर होम में व्यवस्थाओ को और बेहतर बनाया जाए। जो प्रवासी मजदूर मंडल में आए हैं उन्हें रोजगार जल्द उपलब्ध कराया जाए। पैदल चलते हुए कोई भी दुर्घटना के कारण मृत न हो। पैदल चलने वालों को रोका जाना सुनिश्चित हो। यह निर्देश मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने आयुक्त सभागार में कोविड-19 को लेकर जिलाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में हम सभी आपसी तालमेल बनाकर कार्य करें।
मंडलायुक्त ने कहा कि रक्सा व चिरूला सीमा पर एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा आने वालों की थर्मल स्कैनिंग व डाक्यूमेंशन भी किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैदल नहीं चलने दे। ऐसे लोगों को शेल्टर होम में ले जाएं तथा वहां दो-तीन दिन रख कर उन्हें राजकीय बसों द्वारा गन्तव्य तक पहुंचाया जाए। शेल्टर होम में व्यवस्थाओं को देख लिया जाए। वहां प्रॉपर साफ-सफाई की व्यवस्था हो। जो रह रहे हैं उन्हें समय से नाश्ता व खाना प्राप्त हो। जनपद झांसी में 91 लोग शेल्टर होम में है, जबकि ललितपुर में 1000 तथा जालौन में 700 से 800 लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं। मंडलायुक्त ने जनपदों में विभिन्न स्तरों पर गठित निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र में गठित निगरानी समिति क्षेत्र में आए लोगों की जानकारी एकत्र करें ताकि उन्हें समय से रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने नगर निकायों में भी साफ-सफाई के साथ जल संरक्षण के कार्य कराए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने मनरेगा, एनआरएलएम, उद्योग विभाग को ऐसे मजदूरों को जल्द रोजगार दिलाने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि हेजारडस (खतरनाक) से संबंधित मंडल में जितने भी औद्योगिक इकाइयां (फैक्ट्रियां) है उन पर कड़ी नजर रखी जाए। यहां विशाखापट्टनम की तरह कोई घटना ना घटे, इसे सख्ती से सुनिश्चित किया जाए। बैठक में कोविड-19 को लेकर मंडलायुक्त ने कहा कि बड़ागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एल- 1 अस्पताल है इसका उपयोग किया जाए। जो भी कोविड-19 के मरीज आए तो उन्हें एल -1 में रखा जाए। आपातकालीन सेवा से जुड़े हैं उनका मनोबल बढ़ाया जाए। उन्होंने बताया कि जनपद झांसी के लगभग 650 मेडिकल स्टाफ एवं नर्सिंग स्टाफ के लिए होटल में रहने की व्यवस्था की गई है। यह एक अच्छी पहल है। उन्होंने इसे प्रोत्साहित किया। इस मौके पर नोडल अधिकारी अबरार अहमद, जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, एसएसपी डी प्रदीप कुमार, अपर आयुक्त सर्वेश कुमार दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी ग्रामीण राहुल मिठास, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, एसडीएम सदर संजीव कुमार मौर्य, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डा श्रीमती साधना कौशिक आदि उपस्थित रहे।

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