अब नहीं दिख रही किसी में भी मानवता

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रिपोर्ट : हमीरपुर से मोहम्‍मद मुख्‍तार

हमीरपुर। देश में फैली करोना जैसी महामारी का असर अब सरकारी अस्पतालों में दिखाई देने लगा है। सरकारी अस्पताल के कर्मचारी अब मरीजो के साथ अमानवीय व्यवहार करने लगे है। जी हा ऐसा कुछ हुया यूपी के हमीरपुर जिला महिला अस्पताल में जहां एक महिला के प्रसव के कुछ ही घंटों बाद उसे अस्पताल से बाहर कर घर जाने के लिए बोल दिया गया। मजबूरन महिला अपने नवजात को कई घंटों तक एक चबूतरे में लेटी रही। महिला के परिजनों ने 102 एम्बुलेन्स को फोन किया, तो उन्होंने भी महिला को घर छोड़ने से मना कर दिया। महिला के साथ उसका मासूम नवजात को तपती गर्मी में खुले आसमान के नीचे बने एक टीन शेड के चबूतरे में लेटना पड़ा। इसे देख कर हर किसी का दिल पसीज जाएगा, लेकिन अस्‍पताल के स्‍टाफ के दिल मे इसे लेकर कोई दया नही आई और डिलीवरी के कुछ ही घंटों बाद नवजात और माँ को अस्पताल से बाहर निकाल कर अपनी जिम्मेदारी से मुँह मोड़ लिया।
मामला हमीरपुर जिला महिला अस्पताल का है जहां कल रात एक महिला की डिलीवरी हुई थी। डिलीवरी होने के बाद कॅरोना के खौफ के चलते अस्पताल कर्मी जायदातर मरीजो को उन्हें घर भेज रहे है। इस महिला के साथ भी उन्होंने यही किया। महिला के पति ने एम्बुलेन्स को भी फोन किया, लेकिन एम्बुलेन्स कर्मियों ने दो लोगो को एक साथ छोड़ने का हवाला देते हुए इंतज़ार करने के लिए बोल दिया। उसके बाद एम्बुलेन्स के इंतज़ार में मांं और नवजात मासूम अस्पताल के बाहर ही चबूतरे में लेटेे रहे। जिला अस्पताल की इस घोर लापरवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ विभाग के आलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुये जांच कर कार्यवाही के आदेश दे दिये हैं।

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