सीपरी पुल के रिवाइज बजट में बढ़े 38.7 करोड़ रुपए, स्‍मार्ट सिटी के कार्यों पर मण्‍डलायुक्‍त ने जताया रोष

0
997

झांसी। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत अब तक हुए कार्यो पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। कन्वर्जन के कार्यो की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। कन्वर्जन सहित जो कार्य किए गए उनकी एमआईएस फीडिंग ना होने पर आईटी एक्सपर्ट को चेतावनी दी। एक सप्ताह में सभी किए गए कार्यों की एमआईएस फीडिंग पूर्ण करने के निर्देश दिए। स्मार्ट सिटी नोडल अधिकारी सहित पीएमसी के कार्यों से असंतुष्ट हुए और जल्द सुधार लाते हुए कार्य को गति के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। यह निर्देश मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने आयुक्त सभागार में झांसी स्मार्ट सिटी के कन्वर्जन कार्यों की समीक्षा करते हुए दिए।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों को गति के साथ पूरा किया जाए। मंडलायुक्त ने झांसी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कन्वर्जन के एक-एक कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन कार्यों को पूर्ण घोषित कर दिया गया है, परंतु वह अभी अधूरे हैं। ऐसे कार्यो को जल्द पूर्ण किया जाए। सेतु निगम द्वारा सीपरी रेलवे पुल निर्माण के संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि पूर्व शासनादेश में 86 करोड़ की धनराशि उपलब्ध थी। परन्तु नये शासनादेश में धनराशि रिवाइज होते हुए 124.70 करोड़ हो गई। धनराशि को व्यय कर लिया गया है। कार्य सेतु निगम का पूर्ण हो गया रेलवे द्वारा अभी तक कार्य अधूरा है जबकि रेलवे को उनके पोर्सन में होने वाले कार्य के लिए 80.62 करोड रुपए की राशि दी जा चुकी है। स्मार्ट सिटी में विद्युत विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों पर भी चर्चा की गई। मंडलायुक्त ने सुझाव देते हुए कहा कि ट्रांसफार्मर जो अनसेफ है उनका प्रोजेक्ट बनाएं ताकि उन्हें सुरक्षित किया जा सके। ऐसे ट्रांसफार्मर जो बड़ी क्षमता के हैं और उन से दुर्घटना की संभावना है। उन्हें ऊंचाई पर प्लेटफॉर्म बनाते हुए रखा जाए ताकि आने जाने वालों को असुविधा ना हो। मंडलायुक्त ने अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि जो कार्य स्मार्ट सिटी के अंतर्गत विभाग द्वारा किए जाने हैं। उनकी मूल पत्रावलीओं का अध्ययन करते हुए रिपोर्ट दें। विद्युत विभाग को स्मार्ट सिटी में लगभग 237.03 करोड़ के कार्य स्थापित है। मंडलायुक्त ने पिंक टॉयलेट की समीक्षा करते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी में बनने वाले सात पिंक टॉयलेट पूर्ण हो गए की जानकारी दी गई, परंतु चार ही वास्तविकता में पूर्ण हुए हैं। उन्होंने मुख्य अभियंता नगर निगम को निर्देश देते हुए कहा कि 2 दिन में सभी पिंक टॉयलेट का निरीक्षण करते हुए स्पेशल रिपोर्ट प्रस्तुत करें। एक पिंक टॉयलेट पर 35 लाख रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने ठेकेदार का भुगतान किए जाने के भी निर्देश दिये। मंडलायुक्त ने स्मार्ट सिटी फंड के कार्यो की और झांसी स्मार्ट सिटी में 14 प्राइमरी स्कूलों में सोलर पावर प्लांट लगाए जाने की कार्य की जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि 9 स्कूलों में सोलर पैनल लगा दिए गए हैं। शेष कार्य जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। उक्त कार्य पर लगभग 0.69 करोड़ रुपए व्यय किए जाने हैं। झांसी स्मार्ट सिटी की बैठक में मंडलायुक्त ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि पीएमसी व एससीपी की टीम में तालमेल का अभाव है, जिस कारण डीपीआर में प्रगति नहीं हो रही है। किए गए कार्यों की एमआईएस फीडिंग का कार्य भी अधूरा है जो कार्य पूर्ण हो गए हैं। उन्हें निश्चित प्रारूप के सारे कॉलम भरते हुए तैयार कराते हुए एमआईएस फीडिंग पूर्ण कराएं। मंडलायुक्त ने स्मार्ट सिटी पोर्टल पर ऑनलाइन सूचनाओं की भी समीक्षा की और झांसी स्मार्ट सिटी की अधूरी सूचनाओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पोर्टल सही सूचनाएं अपलोड किए जाने के निर्देश दिए। इस मौके पर नगर आयुक्त मनोज कुमार सिंह, जेडीए उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित, मुख्य अभियंता नगर निगम लक्ष्मीनारायण, अधिशासी अभियंता विद्युत एसआर गर्ग, नोडल अधिकारी स्मार्ट सिटी अमित शर्मा, अधिशासी अभियंता डी यादवेंद्र सहित प्रोजेक्ट मैनेजर कंसलटेंट व उनकी टीम उपस्थित रही।
———————-

LEAVE A REPLY