प्रत्येक नगर निकाय व ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए : मुख्यमंत्री

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झांसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 की चुनौतियो एवं स्वच्छता अभियान व संचारी रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने कहा कि शुक्रवार 17 जुलाई, 2020 को रात्रि 10 बजे से सोमवार 20 जुलाई, 2020 को प्रातः पांच बजे तक पूर्व की भांति प्रतिबन्ध लागू रहेगे। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान जारी रहेगा। इस दौरान स्वच्छता व सैनिटाइजेशन तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही की जाए। शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बन्दी रहेगी। लोग अनावश्यक अपने घरो से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की संक्रमण दर को हर हाल में रोका जाए।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मण्डलायुक्तो, जिलाधिकारियो सहित वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोविड-19 के सन्दर्भ में शासन द्वारा तय की गई व्यवस्थाए प्रत्येक जनपद में समान रूप से इण्टीगग्रेटेड कमाण्ड एवं कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किए जाए जिन जनपदों में स्थापित है वहां गुणवत्ता के साथ कार्य किया जाए, तथा कोविड-19 सम्बन्धी सभी कार्यवाहियों व गतिविधियों की मॉनीटरिंग की जाये। उन्होंने कहा कि कण्टेन्मेण्ट जोन के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर निर्णय लेते हुए सख्ती से कार्यवाही की जाए। डोर-टू-डोर सर्वे अभियान व्यापक स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। रैपिड टेस्ट किए जाएं और कोरोना संदिग्ध केसेज को शीघ्रता के साथ कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करने की कार्यवाही हो। उन्होने कहा कि कोविड हॉस्पिटल में पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद है। सर्वे के समय कोविड-19 रोगी की स्थिति के अनुसार उसे एल-1, एल-2 या एल-3 अस्पताल में भर्ती किए जाने की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में रैपिड टेस्ट किट उपलब्ध करायी जा रही है। इसके सम्बन्ध में लोगो को उचित प्रशिक्षण देते हुए 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जनपदो में न्यूनतम 500 तथा इससे अधिक आबादी वाले जिलो में कम से कम 1000 रैपिड एण्टीजन टेस्ट प्रतिदिन सुनिश्चित किए जाए । सर्विलांस टीम प्रभावी ढंग से कार्य करे। इन टीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। सर्वे गतिविधियों को मिशन मोड में संचालित किया जाए। हर जनपद में कोरोना की जांच प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। उन्होने इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदो के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इनका माग र्दर्शन व सहयोग लेते हुए शनिवार व रविवार को कोविड-19 तथा स्वच्छता व संचारी रोग नियंत्रण अभियान सम्बन्धी गतिविधियों को संचालित किया जाए। प्रत्येक नगर निकाय व ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए। फॉगिंग का कार्य हो। वर्षा ऋतु के दृष्टिगत संचारी रोगो की रोकथाम के प्रबन्ध किए जाए । कहीं भी जल-जमाव न होने दिया जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो। उन्होंने पेयजल की शुद्धता की जांच की कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एस0जी0पी0जी0आई0, डॉ0 राम मनोहर लोहिया आर्युविज्ञान संस्थान तथा के0जी0एम0यू0 के विशेषज्ञो की एक टीम बनायी गई है। यह टीम अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा के समन्वय से कार्य करेगी। कोविड-19 के सन्दर्भ मे किसी भी प्रकार की समस्या आने पर इस टीम के साथ संवाद बनाते हुए उनका समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्राइवेट हॉस्पिटल, आई0एम0ए0 तथा नर्सिंग एसोसिएशन के साथ संवाद बनाते हुए कोविड-19 कोरोना रोगियों के इलाज की व्यवस्था आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाए। रोगियों के परिजनो से भी संवाद बनाया जाए और उन्हें अनिवार्य रूप से रोगी की स्थिति की जानकारी प्रदान की जाए। कोविड-19 के सन्दर्भ में प्रतिदिन आवश्यकतानुसार प्रातः व सायं जिलाधिकारी समीक्षा सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारियों को अद्यतन स्थिति से अवगत कराते हुए कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि पेट्रोलिंग व प्रवर्तन सम्बन्धी कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने झांसी सहित प्रदेश के 19 जनपदों के जिलाधिकारियो से कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, डोर-टू-डोर सर्वे, सर्विलांस, रैपिट टेस्ट, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग आदि के संबंध में बात की और उचित दिशा निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने जनपद में कोविड-19 को लेकर अब तक किए गए कार्यों की बिंदुवार जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में डोर टू डोर सर्वे पूर्ण कर लिया गया है, जिसमें 18624 ऐसे लोगों को चिन्हित किया है जो विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं। इनका एंटीजन टेस्ट प्राथमिकता से कराते हुए इनका प्रॉपर इलाज कराया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं, शहर क्षेत्र में 72 कंटेनमेंट जोन बनाए गए और इसे बफर जोन घोषित करते हुए लॉक डाउन कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने जनपद में पूर्व वर्ष की तुलना में हुई मृत्यु दर की भी जानकारी मुख्यमंत्री को देते हुये कहा कि कोविड-19 में झांसी में जो अब तक मौतें हुई हैं, वह अन्य बीमारियों से ग्रस्त होने के कारण हुई हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि झांसी में हो रही मृत्यु को रोकने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस में तेजी लाते हुए रैपिड टेस्ट किए जाने की तैयारी कर ली है। जल्द ही डोर टू डोर एंटीजन टेस्ट के माध्यम से ऐसे मरीज जिनमें कोई सिम्टम्स दिखाई देते हैं। उनको तत्काल कोविट हॉस्पिटल में भर्ती कराते हुए उनका प्रॉपर इलाज किया जाएगा ताकि उनका जीवन सुरक्षित किया जा सके। इस मौके पर एनआईसी कक्ष में मंडल आयुक्त सुभाष चंद शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार, कोबिट नोडल अधिकारी राम यज्ञ मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी शैलेश कुमार, नगर आयुक्त अविनाश राय, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज श्रीमती साधना कौशिक, निदेशक पैरामेडिकल डॉक्टर एसएन सिंगर सहित अन्य विभागीय अधिकारी व पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

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