ज्यादा माल ढुलाई कर सकेगा दो रेल इंजन को जोड़कर बनाया मल्टीपल यूनिट

0
517

झाँसी। मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के कुशल मार्ग दर्शन में परिचालन की बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 17 जुलाई को विद्युत लोको शेड,झांसी द्वारा दो डब्ल्यूएजी-7 लोको संख्या 24504 एवं 24529 विद्युत इंजनों को जोड़कर मल्टीपल यूनिट बनाने का सफल परीक्षण किया गया । तदुपरान्त पहला डब्ल्यूएजी-7 विद्युत इंजनों को मल्टीपल यूनिट बनाकर परिचालन हेतु रिलीज किया गया है।
विद्युत लोको शेड के स्टाफ तथा अधिकारियों के बेहतर कार्य निष्पादन व समन्वय से डब्ल्यूएजी-7 का मल्टीपल यूनिट बनाकर परिचालन हेतु देने का उत्तर मध्य रेलवे में यह पहला अवसर है।
मालूम हो कि विद्युत लोको शेड वर्ष 1987 से झाँसी नगर में संचालित है। इस शेड द्वारा रेलवे में उपयोग किये जाने वाले मालगाड़ी व सवारी गाड़ी के विभिन्न मानकों के विद्युत इंजनों का नियमित अनुरक्षण किया जाता है। वर्तमान में शेड में कुल 225 विद्युत लोको का अनुरक्षण कार्य किया जा रहा है।
रेलवे के मुताबिक मालगाड़ी के इंजन के प्रकार डब्ल्यूएजी-5 के 117 (3850 एचपीअश्वशक्ति),डब्ल्यूएजी -7 के 90 (5000 एचपी अश्वशक्ति) व डब्ल्यूएपी – 4 के 18(5000 एचपी अश्वशक्ति) इंजन शामिल है। अभी तक भारी गाड़ियों को खींचने हेतु दो डब्ल्यूएजी -5 विद्युत इंजनों को जोड़कर एक मल्टीपल लोको (एमयू) परिचालन हेतु विद्युत लोको शेड द्वारा उपलब्ध कराये जाते रहे हैं। जिसमें दो इंजन की शक्ति के लिए एक ही चालक दल की आवश्यकता होती है।

LEAVE A REPLY