कृषि में आत्मनिर्भरता के साथ किसान को उद्यमी बनाने का है लक्ष्‍य : पीएम

**********************आत्मनिर्भर भारत बनाने में बुंदेलखंड क्षेत्र की महती भूमिका है******* केन-बेतवा लिंक परियोजना से सूखे बुंदेलखंड में होगा पानी पानी जल मिलेगा तो जीवन बदलेगा ******* संपूर्ण बुंदेलखंड में हर घर जल पहुंचाने का कार्य तेजी से चल रहा है। 3 हजार करोड़ की परियोजना पर कार्य शुरू हो गया******** वीरों की भूमि देश की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बड़ा क्षेत्र विकसित होगा ******** कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए बुंदेलखंड में अच्छे प्रयास किए गए हैं ******** जब खेती उद्योग की तरह आगे बढ़ेगी तो रोजगार के अवसर पैदा होंगे ************** कृषि में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य एक उत्पादक के साथ ही किसान को उद्यमी बनाने का है******************

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झांसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के शैक्षणिक भवन और प्रशासनिक भवन का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण करते हुए राष्ट्र को समर्पित किया और कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने में कृषि विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषि में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य एक उत्पादक के साथ ही किसान को उद्यमी बनाने का, जब किसान खेती को उद्योग की तरह बढ़ाएगा तो रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कृषि क्षेत्र में अनेकों बदलाव किए हैं। किसानों को जंजीरों से जकड़ने वाले कानून में सुधार किया गया है। किसान की आय बढ़ाने के लिए किसान अपनी फसल मंडी के स्थान पर जहां उसे अधिक दाम मिल रहे बेचे जाने की सुविधा दी गई। एक नए युग का प्रारंभ किया गया जिसमें एक लाख करोड़ के विशेष पैकेज के माध्यम से एफपीओ को भंडारण व प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योग लगाने का मौका दिया गया। इससे युवाओं को नए अवसर मिलेंगे, क्षेत्र का विकास होगा।
प्रधानमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विश्वविद्यालय को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि रिसर्च का सीधे गांव के किसानों से सरोकार है, इसे और प्रभावी बनाना जरूरी है। इसमें विश्वविद्यालय की बड़ी भूमिका है। उन्होंने बुंदेलखंड में कृषि को और प्रभावशाली बनाए जाने के लिए कहा कि कृषि शिक्षा को गांव स्तर के मिडिल स्कूल तक ले जाया जाए ताकि बच्चों को शुरू में ही कृषि में लगाव हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव किए जाने के कारण यही है कि शिक्षा के साथ आत्मनिर्भरता भी हो। उन्होंने कहा कि देश में मात्र एक कृषि विश्वविद्यालय था परंतु अब 3-3 कृषि विश्वविद्यालय कार्यरत हैं। इसके साथ ही रिसर्च सेंटर भी स्थापित किए जा रहे हैं जो किसानों की क्षमता बढाये जाने में कारगर साबित होंगे क्योंकि बीज से लेकर बाजार तक रिसर्च संस्थानों व कृषि विश्वविद्यालय की भूमिका अधिक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड एक पिछड़ा क्षेत्र है। उसे आत्मनिर्भर बनाया जाना हमारा लक्ष्य है। बुंदेलखंड में पानी के लिए बहुत काम किए जा रहे हैं। सैकड़ों तालाबों का जहां जीर्णोद्धार किया जा रहा है। वहीं नये तालाब को बनाने के लिए कार्य हो रहे हैं। क्षेत्र में हर घर जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। 10 हजार करोड़ रुपए की पाइप पेयजल योजना का कार्य प्रगति पर है, जिससे हर घर को नल से शुद्ध जल मिलेगा। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड में भूगर्भ जल पर भी काम हो रहा है। जलस्तर सुधारने के लिए 700 करोड रुपए की योजना का कार्य प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र को सीधा लाभ होगा। क्षेत्र में जल मिलेगा तो जीवन बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से संपूर्ण बुंदेलखंड में विकास की नई दिशा बनेगी। साथ ही डिफेंस कॉरिडोर से वीरों की भूमि झांसी देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में एक बड़ा क्षेत्र विकसित हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने उदबोधन के पूर्व रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओ में सुश्री युवांशी, नरेंद्र सेन, सुश्री स्वाति, मंयक जैन तथा टोनी मनोज कूमार से संवाद स्थापित करते हुए बात करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में आने का क्या कारण है और कृषि क्षेत्र को बढ़ाने, उत्पादन में सुधार लाने, किसानों को नई तकनीकी से खेती कार्य कराने के साथ ही किसानों को आय बढ़ाने के लिए क्या विजन है, की जानकारी प्राप्त की,सभी ने अपने विजन के बारे में बताया।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण के मौके पर अपने उदबोधन में कहा कि आर्थिक रूप से पिछड़े बुंदेलखंड में कृषि विश्वविद्यालय का लोकार्पण संपन्न हो रहा है। यह क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता का परिणाम है कि सोच में परिवर्तन आया है। किसानों को नई तकनीकी से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से बुंदेलखंड के सात जिलों के अतिरिक्त मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को लाभ मिला है, जो सूखे की चपेट में रहते थे। बुंदेलखंड में प्रधानमंत्री जल मिशन योजना जो लगभग 10322 करोड़ रुपए की है। हर घर नल जल योजना का कार्य प्रारंभ हो गया। बुंदेलखंड क्षेत्र में अन्ना पशुओं की समस्या थी, निराश्रित गौवंश खेती को नुकसान करते थे। अब बुंदेलखंड में 1535 गौआश्रय स्थल बनाए गए, जहां 149000 गोवंश रखे हैं। इन्हें बीमारी से बचाया जा रहा है और नस्ल सुधार कार्यक्रम भी किए जा रहे हैं जो समृद्धि का आधार बनेंगे। उन्होंने सुरक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए डिफेंस कॉरिडोर जो 26 एकड़ में बनाया जा रहा है तथा लगभग 36000 करोड़ के एमओयू साइन हो गए है। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड की लाइफ लाइन बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जो 296 किलोमीटर है जिसका 15% कार्य हो गया है। प्रदेश में 68 केवीके थे अब 20 नए केवीके और मिल गए हैं। इससे उन्नत तकनीकी उपलब्ध होने से कृषि क्षेत्र का विस्तार हो रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत में उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर नरेंद्र सिंह तोमर कृषि मंत्री भारत सरकार ने प्रधानमंत्री सहित सभी का स्वागत करते हुए अपने उदबोधन में कहा कि काफी लंबे समय से इस क्षेत्र की प्रतीक्षा थी। आज समय आ गया है। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विश्वविद्यालय का लोकार्पण प्रधानमंत्री के कर कमलों से होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि झांसी में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना मार्च 2014 से प्रारंभ हुई। जमीन को लेकर लंबा प्रयास किया गया। नवंबर 2017 में बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ जिसका लोकार्पण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में 3 महाविद्यालय तथा 22 राज्यों के छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं। विश्वविद्यालय की स्थापना से बुंदेलखंड क्षेत्र के उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के लोगों को लाभ होगा। बुंदेलखंड में जैविक खेती की जाती है। इसको और विस्तार मिलेगा। कृषि शिक्षा क्षेत्र में नए आयाम जुड़े हैं। अब 15000 रुपए की जगह 31000 रुपए छात्रवृत्ति की जा रही है। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो का लक्ष्य प्रधानमंत्री ने दिया है। उस लक्ष्य को अवश्य पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम में आभार कुलपति डा. अरविंद कुमार ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अनुराग शर्मा, विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, विधायक मऊरानीपुर, विधायक गरौठा, एमएलसी, राज्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों में आईजी एसएस बघेल, जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी, सीडीओ शैलेष कुमार, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, पंजाब सिंह, डॉ एसएस सिंह, डा आशुतोष शर्मा, डॉ मीनाक्षी आर्य, डा सुनैना विष्ठ, डा संदीप उपाध्याय, डॉ अर्तिका सिंह सहित अन्य अधिकारी, विश्वविद्यालय के कर्मचारी व किसान उपस्थित रहे।

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