मां! मत मार मुझे, जीवन दे, देखन दे संसार

0 कोहिनूर ऑलवेज ब्राइट ने की अपील कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ

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झांसी। नारी सषक्तिकरण और नवरात्र के दिनों में मां और छोटी कन्याओं को पूजने की बात उस समय बेमानी हो जाती हैं, जब एक भ्रूण हत्या या कन्या षिषु को यहां वहां छोड़ने की बात सामने आती है। ऐसे में सबसे ज्यादा वह नारी ही जिम्मेदार लगती है, जिसने खुद नारी होकर अपनी कोख में पल रही बच्ची को मारने की स्वीकृति दे दी। ऐसे में विगत दिनों ओरछा में मंदिर के पीछे मिली एक नवजात बच्ची को देखकर लोगों ने सबसे अधिक उन मातापिता को कोसा, जिन्होंने उस बच्ची को वहां छोड़ा। उसको देखकर लोगों की बद्दुआएं जो उस बच्ची को देखकर उनके दिल से निकली हैं, को लेकर उक्त बच्ची के मातापिता और परिजन खुष रह पाएंगे। उक्त विचार कोहिनूर ऑलवेज ब्राइट की अध्यक्ष वैशाली पुंशी ने संस्था के सदस्यों के साथ कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एक मुहिम छेड़ते हुए लोगों से अपील करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने बताया कि गत दिनों ओरछा के मंदिर की सीढ़ियों पे छोड़ी गयी कन्या की घटना से बहुत दुख हुआ। दुख होता है कि आज क्या एक माँ भी इतनी सशक्त नहीं जो वो विरोध करे और अपनी कन्या शिशु को भी उसी सम्मान के साथ इस दुनिया मे लाए। बेटी है तो कल है , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियानों का क्या मतलब रह जाता है। क्या जब बेटियां जन्म से पहले ही मार दी जाती रहेंगी। नारी के अस्तित्व को बचाने के लिए नारी को ही आगे आना होगा। अगर एक माँ ठान ले तो दुनिया की कोई शक्ति उसकी कोख में पल रही कन्या को नहीं मार सकती। उन्होंने कहा कि कोहिनूर की एक अपील हर माँ के लिए है कि ‘‘बेटी ये कोख से बोल रही, माँ करदे तू मुझपे उपकार, मत मार मुझे जीवन दे दे, मुझे भी देखन दे संसार।‘‘ कोहिनूर ऑलवेज ब्राइट द्वारा मंदिरों की सीढ़ियों के पास, डॉक्टर्स के क्लीनिक के बाहर, वेटिंग रूम्स में पोस्टर्स लगाकर उन अभिभावकों को जागरूक करने की कोषिष की, जो बेटों के चाहत में बेटियों को मारते जाते हैं। इस मुहिम में कोहिनूर सचिव भूमिका सिंह, मुग्धा बरोनिया, संगीता साहू, श्रुति चडढा, रोशनी जसवानी आदि उपस्थित रहे।

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