डायबिटीज पर करना चाहते है काबू, तो इनके सेवन से न करें परहेज

0 हृदय रोग पीड़ित भी कर सकते हैं इसका भोजन में उपयोग

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एशियाटाईम्‍स झांसी। वर्तमान में मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्‍या बढ़ती जा रही है और यह एक ऐसी बीमारी है, जो धीरे धीरे शरीर को बेकार करती जाती है। इसी प्रकार हृदय की बीमारी भी उससे जुड़कर हृदयघात और लकवा जैसे रोगों का परिणाम देती हैं। महंगी दवाएं इसका असर कम कर सकती हैं, लेकिन बीमारी खत्‍म नहीं कर सकती हैं। इसके लिए यह कुछ मोटे अनाज यानि श्रीअन्‍न को आप अपने भोजन में शामिल कर इन बीमारियों पर काबू पा सकते हैं।
इस सम्‍बंध में जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने बताया कि मोटे अनाज यानि श्री अन्‍न के उपयोग से सेहत को सही रखा जा सकता है। साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। कोरोना काल से पहले काफी लोगों द्वारा मल्‍टीग्रेन या अन्‍य मोटे अनाज का आटा गेहूं के आटे में मिलाकर या खाली मोटे अनाज का ही उपयोग किया जाता था। कोरोना काल के दौरान लोगों ने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई प्रयोग किए और उससे उनको लाभ भी मिला। जिला कृषि अधिकारी बताते हैं कि श्री अन्‍न में बाजरा सबसे उपयोगी है, जोकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसमें मैग्‍नीशियम, आयरन, पोटेशियम के साथ ही एण्‍टी आक्‍सीडेण्‍ट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बाजरा श्रीअन्‍न के तहत सबसे ज्‍यादा उगाई जाने वाली फसल है। यह आप अपने घर में भी लगा सकते हैं। इसको आप अपने भोजन में शामिल कर मधुमेह और हृदय सम्‍बंधी रोगों से बचाव कर सकते हैं।
उन्‍होंने बताया कि कंगनी या काकुन जैसे श्रीअन्‍न में कार्बोहाईड्रेट, मैग्‍नीशियम, प्रोटीन, मैगनीज, कैल्‍शियम, थ्‍यामिन, केरोटिन, आयरन, फास्‍फोरस, फाइबर तथा रिबोफिलेविन पाए जाते हैं। नियमित व संतुलित मात्रा में कांगनी के सेवन से जोड़ो के दर्द, अर्थराइटिस और सूजन आदि में लाभ मिलता है। जिला कृषि अधिकारी बताते हैं कि कुटकी श्रीअन्‍न मधुमेह को खत्‍म करने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर ब्‍लड में शुगर धीरे धीरे रिलीज करने देता है। 100 ग्राम कुटकी खाने पर पूरे दिन के शुगर को मेण्‍टेन करने में मदद करता है। इसमें एण्‍टी आक्‍सीडेण्‍ट होता है, जोकि कैंसर के रोगी के लिए भी अच्‍छा भोजन माना जाता है। उन्‍होंने बताया कि चेना बाजरा, छोटी कंगनी, कोदो के चावल आदि को भोजन में शामिल कर मधुमेह और हृदय रोग को अपने से दूर रख सकते हैं।

श्रीअन्‍न के उपयोग से यह भी होते हैं लाभ

0 श्री अन्न में निम्न ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है तथा यह मधुमेह की रोकथाम से भी जुड़ा होता है।
0 यह आयरन, जिंक तथा कैल्शियम जैसे खनिजों का उपयुक्त स्रोत है।
0 श्री अन्न ग्लूटेन-मुक्त होता है और सीलिएक रोग के रोगियों द्वारा इसका सेवन भी किया जा सकता है।
0 श्री अन्न वजन घटाने, बीएमआई और उच्च रक्तचाप में सहायक पाया गया है।

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