बच्चों को संक्रमण से बचाव हेतु जुकाम व खांसी के साथ उनके पल्‍स व हार्ट रेट का भी रखें ध्यान

**0-5 वर्ष के बच्चों के लिए मेडिकल कॉलेज कोविड वार्ड में बेड की व्यवस्था करने के निर्देश ** जनपद में तीन एक्सपर्ट पैनल किए गए तैयार, जो कोविड प्राइवेट हॉस्पिटल में देंगे प्रशिक्षण, मेडिसन व थेरेपी की नवीनतम तकनीकी को बताएंगे **कोविड-19 की थर्ड वेब के दृष्टिगत बच्चों को सुरक्षित रखना प्राथमिकता - जिलामजिस्ट्रेट *** कोविड-19 की थर्ड वेब से गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड बनाए जाने के निर्देश ** वैक्सीनेशन में तेजी लाए जाने व वैक्सीन वेस्टेज को रोके जाने के निर्देश

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झाँसी। जनपद में कोविड-19 थर्ड वेब की आशंका के दृष्टिगत संक्रमण को रोकने के लिए जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में बाल रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करते हुए अभी से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये, ताकि छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को संक्रमित होने से रोका जा सके।जिलाधिकारी ने कहा कि छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है, उन्होंने जनमानस से अपील करते हुए कहा कि बच्चों की स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें उन्होंने कहा कि यदि बच्चे में खांसी या जुकाम की शिकायत है तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं, इसके साथ-साथ बच्चों की पल्स और हार्ट रेट पर भी विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि यदि तीसरी लहर में कोविड-19 संक्रमण बच्चों तक पहुँचता है तो उसके नियंत्रण तथा बचाव हेतु मेडीकल कॉलेज कोविड वार्ड में आईसीयू के 18 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने इसके अतिरिक्त 31 प्राइवेट नर्सिंग होम में सभी सुविधाओं सहित 160 आईसीयू बेड तैयार करने के निर्देश दिए ।
उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को कोविड संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए मेडिकल कॉलेज में 50 बेड का आईसीयू कोविड महिला वार्ड बनाये जाने निर्देश दिए।उन्होंने बताया कि तीन एक्सपर्ट पैनल तैयार किए गए हैं, गर्भवती महिलाओं के लिए बच्चों के लिए तथा एक विभिन्न कोविड हॉस्पिटल में इनसाइड प्रशिक्षण हेतु, उक्त पैनल कोविड ट्रीटमेंट में नए-नए मेडिसन व थैरेपी के बारे में नर्सिंग होम के चिकित्सकों को प्रशिक्षण देंगे, यह प्रशिक्षण मेडिकल कॉलेज में भी प्रति रविवार भी दिया जाएगा, नरसिंहपुर चिकित्सक प्रशिक्षण प्राप्त करें। जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि जनपद में 103 महिला रोग विशेषज्ञ पंजीकृत हैं जिन्हें शासन द्वारा आवश्यकता पड़ने पर अधिग्रहण किया जाएगा और उनकी विभिन्न हॉस्पिटल में तैनाती करते हुए सेवाएं ली जाएंगी। इसके साथ ही जनपद में लगभग 48 बाल रोग विशेषज्ञ भी रजिस्टर्ड हैं, इन सभी को जरूरत पड़ने पर अधिग्रहित करते हुए चिल्ड्रन वार्ड में तैनात किया जाएगा ताकि उपचार में कोई समस्या न आये। जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने उक्त बैठक में जनपद में वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन की गति बढ़ाई जाए, उन्होंने वैक्सीन के वेस्टेज को भी प्रभावी ढंग से रोके जाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। बच्चों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु मेडिकल कालेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ ओमशंकर चौरसिया ने बताया कि स्कूल बंद होने से बच्चों की शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं, जिससे बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है जो कोविड-19 संक्रमण का रिस्क बढ़ा रहा है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि अपने बच्चों को संतुलित भोजन कराएं, जिससे मोटापे को नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने बताया कि बच्चों को सर्दी, खांसी, बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाये। घर मे भी बच्चों को सोशल डिस्टेंस, हाथों को बार बार धोना, प्रोटीनयुक्त भोजन कराएं, मोबाइल फोन से दूरी बनाएं रखें। माताएं मास्क लगाने की आदत बनाएं, बच्चों को खाना खिलाने से पहले व बाद में हाथों को साबुन से धुलाये, ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम न दें, सेनेटाइजेसन आदि विभिन्न उपाय करने से बच्चों में संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।
बैठक में सीडीओ शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, वीसी जेडीए सर्वेश कुमार दीक्षित, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, प्रिंसिपल मेडिकल कालेज डॉ नरेंद्र सिंह सेंगर, एसीएमओ डॉ सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉ अंशुल जैन, डॉ एनके जैन, डॉ ओमशंकर चौरसिया, डॉ आरआर सिंह सहित बाल रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर उपस्थित रहे।

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