विवि : चुनौती कॉन्टेक्स्ट 8.0 में प्रथम चरण में तीन स्टार्ट अप को किया गया चयनित

0
384

झांसी। नेक्स्ट जेनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम के तहत भारत सरकार द्वारा चुनौती कॉन्टेक्स्ट 8.0 में तीन स्टार्टअप को प्रथम चरण में चयनित किया गया। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय कुलपति प्रो मुकेश पांडे ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए तीनों स्टार्टअप के युवाओं को बधाई दी और स्टार्ट अप को हर संभव प्रयास के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया।
उन्‍होंने बताया कि विश्वविद्यालय में 28 स्टार्टअप इनक्यूबेटर है जिनको ऑफिस स्पेस वर्क स्टेशन एवं अन्य सुविधाएं विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं। आशा है कि बुंदेलखंड स्टार्टअप के लिए एक उत्तम केंद्र के रूप मे ऊबरेगा। प्रो. सुनील कुमार काबिया निदेशक बेसिक ने बताया कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की अनेक योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु समस्त स्टार्टअप को मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। कंपनी के गठन, मेंटरिंग हैंड होल्डिंग गाइडेंस द्वारा युवा स्टार्टअप को अपने अपने उत्पाद को बेहतर टेक्नोलॉजी के माध्यम से मार्केट में प्रस्तुत करने के विषय में भी मदद की जाती है। प्रो. काबिया ने यह भी बताया कि विभिन्न विषयों के एक्सपर्ट जो कि बेसिक में स्थापित स्टार्टअप को एक बेहतर प्रदर्शन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है। चुनौती 8.0 में प्रथम चरण में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने वाले स्टार्टअप एक के अंतर्गत लिंक ओएसएम नेटवर्क सॉल्यूशन एलएलपी को स्टार्टअप पिच के लिए चुना गया। संस्थापक अशोक कुमार और उनकी समर्पित टीम के नेतृत्व में लिंकओएसएम नेटवर्क सॉल्यूशन एलएलपी को एसटीपीआई एनजीआईएस के तहत चुनौती 8.0 कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया है। लिंक ओएसएम, एक स्टार्टअप है जो स्थानीय दुकानों और व्यवसायों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य इन संस्थाओं के लिए डिजिटल स्टोर बनाना है, जिससे वे स्थानीय स्तर पर अपने उत्पाद और सेवाएँ बेच सकें। यह प्लेटफ़ॉर्म स्थानीय ग्राहकों के साथ जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है। ग्राहकों की माँग को बेहतर ढंग से समझने के लिए छूट, नए उत्पाद लॉंच और बाज़ार सर्वेक्षण जैसे प्रचार उपकरण प्रदान करता है। इस पहल का लक्ष्य 30 किलोमीटर के दायरे में व्यवसायों को बढ़ावा देना और शहर-दर-शहर विस्तार करना है। चुनौती 8.0 के माध्यम से, लिंकओएसएम को अमूल्य सलाह सहायता और शीर्ष-स्तरीय बुनियादी ढाँचे तक पहुँच प्राप्त होगी, जिससे उनके मिशन को बल मिलेगा। स्टार्टअप अपने विकास और स्थानीय वाणिज्य पर प्रभाव को आगे बढ़ाने के लिए ₹25 लाख के पर्याप्त अनुदान के लिए भी प्रयास कर रहा है।
स्टार्टअप 2 के अंतर्गत आर्यमान मेहरोत्रा ने कहा कि मैं Hostelsnearme का संस्थापक हूं। आज यह बताते हुए मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है कि हमारे स्टार्टअप ने अपनी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। Hostelsnearme की स्थापना एक विशिष्ट दृष्टिकोण के साथ की गई थी: हॉस्टल आरक्षण प्रक्रिया को सरल और छात्रों के लिए आसानी से सुलभ बनाना। हमारा ऑनलाइन पोर्टल छात्रों को अपने घरों की आरामदायक स्थिति से ही हॉस्टल देखने, तुलना करने और बुक करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे उन्हें सर्वोत्तम आवास और प्रतिस्पर्धी कीमतें मिलती हैं। स्टार्टअप 3 के अंतर्गत आर्टोजोन को चुनौती 8.0 स्टार्टअप पिच प्रोग्राम के लिए चुना गया। सुमित झा और मनीष राव द्वारा स्थापित एक होनहार स्टार्टअप आर्टोजोन को एसटीपीआई एनजीआईएस के तहत प्रतिष्ठित चुनौती 8.0 कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया है। यह घोषणा झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के आधिकारिक बेसिक इनक्यूबेशन सेंटर में प्रो. सुनील कुमार काबिया द्वारा की गई।
इस अवसर पर उप निदेशक डॉ अनुपम व्यास, डॉ अतुल खरे, अनिल बोहरे, डॉ यशोधरा शर्मा, हेमंत चंद्रा, शशांक, चंद्रभान प्रजापति, हितिका यादव आदि मौजूद रहे।

समाचार व विज्ञापन के लिए सम्‍पर्क करें ::: सुमित मिश्रा — 9415996901

LEAVE A REPLY