बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में फोटोग्राफी कार्यशाला का आयोजन

0
196

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आज तीन दिवसीय फोटोग्राफी कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को फोटोग्राफी के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का आयोजन छात्रों के मेराकी क्लब द्वारा किया गया, जो विश्वविद्यालय के सक्रिय छात्रों का एक समूह है। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के छात्रों के साथ-साथ फोटोग्राफी में रुचि रखने वाले प्रोफेसरों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे को जेड प्लांट देकर किया गया, जो हरियाली और सकारात्मकता का प्रतीक है। इसके बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ए प्लस प्लस विश्वविद्यालय को मिलने की खुशी में कुलपति से केक कटवाते हुए प्रोग्राम शुभारंभ हुआ इस दौरान प्रोफेसर पांडे ने मेराकी क्लब के प्रयासों की सराहना की और कहा कि फोटोग्राफी एक ऐसी कला है जो विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का अनूठा माध्यम है। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “फोटोग्राफी के माध्यम से आप न केवल अपनी रचनात्मकता को निखार सकते हैं, बल्कि समाज को भी अपने दृष्टिकोण से अवगत करा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी भी छात्र या प्रोफेसर के पास “स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम” से संबंधित कोई विचार हो, तो वे उसे बेझिझक विश्वविद्यालय के साथ साझा कर सकते हैं। कुलपति ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय ऐसे किसी भी विचार को साकार करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा।
इस दौरान प्रो. सुनील कुमार काबिया डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने मेराकी क्लब को उनके प्रयासों के लिए बधाई देते हुए कहा, “ऊंचाइयां हासिल करना नामुमकिन नहीं।” उनके संदेश ने छात्रों में नए उत्साह का संचार किया। मुख्य वक्ता नेचर और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के विशेषज्ञ प्रवीण वशिष्ठ और त्रिभुवन देव शामिल हुए। उन्होंने फोटोग्राफी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए इसे एक कला के रूप में परिभाषित किया। उन्होंने फोटोग्राफी के विभिन्न प्रकारों जैसे पोर्टफोलियो फोटोग्राफी, वेडिंग फोटोग्राफी, और ऑन-स्पॉट फोटोग्राफी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एक अच्छे फोटोग्राफर को कैमरे के तकनीकी पहलुओं के साथ-साथ प्रकाश, तापमान, और स्थान जैसी चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी में न केवल तकनीक का महत्व है, बल्कि धैर्य, समर्पण और दृष्टिकोण भी एक अच्छा फोटोग्राफर बनने के लिए आवश्यक हैं। इस सफल कार्यशाला ने छात्रों को फोटोग्राफी के क्षेत्र में नए दृष्टिकोण दिए और उन्हें अपनी कला को और भी निखारने का अवसर प्रदान किया। छात्रों ने इस आयोजन की बहुत सराहना की और कहा कि उन्हें इस कार्यशाला से बहुत कुछ सीखने को मिला।
प्रो काबिया ने कहा मेराकी क्लब के सदस्यों ने भी इस सफल आयोजन के लिए सभी प्रतिभागियों और विशेषज्ञों का धन्यवाद किया और भविष्य में और भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है, जिससे छात्रों को और अधिक सीखने का अवसर मिले। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों और विशेषज्ञों को सम्मानित किया गया, जिससे कार्यशाला का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रो.अवनीश कुमार, डॉ. संजय निभोरिया, डॉ. अनुपम व्यास, हितिका यादव, आशीष वर्मा, शशांक चंद्र, निकिता अरोड़ा, सोनाली यादव, अदिति तिवारी, अभिनव तिवारी, बुशरा खान, रिचा आर्य, आकृति, युक्तिका मित्तल, साक्षी यादव आदि उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY