अनंत सम्‍भावनाएंं हैं उप्र में, जरुरत है अवसर प्राप्‍त करने की : मुख्‍यमंत्री

0
644

झांसी। ऑनलाइन रोजगार संगम में प्रदेश के 56754 उद्यमियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगभग दो हजार करोड़ से अधिक ऑनलाइन ऋण वितरण किया गया। आज ही एमएसएमई साथी ऐप को भी लांच किया गया। इसके साथ ही diupmsme.upsdc.gov.in की भी शुरुआत की गई, जिसमें मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के साथ ओडीओपी योजना का लाभ लेने हेतु ऑनलाइन आवेदन कर योजना का लाभ ले सकते हैं। उत्तर प्रदेश अन्नत संभावना से भरा प्रदेश है, जरूरत है अवसर प्राप्त करने की। अतः युवा आगे आए और स्वयं रोजगार करें तथा अन्य को भी रोजगार उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उक्त कार्यक्रम उनके आवास स्थित सभागार में आयोजित हुआ। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों ने प्रतिभाग किया और जिलो में योजनाओं के लाभार्थियों को चैक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने भी ओडीओपी व मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों को चैक वितरित किए। उन्‍होंने जिलों में प्रतिभाग कर रहे लाभार्थियों से बात की तथा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।

उन्होंने झांसी की श्रीमती उदिता गुप्ता जिन्हें एक जनपद एक उत्पाद योजना से 50 लाख का चेक भेंट किया गया, बात की। श्रीमती उदिता गुप्ता ने बताया कि सॉफ्ट टॉयज का काम किया जा रहा है। जिसमें 400 लोगों को रोजगार दे रहे हैं, परंतु अब ऋण प्राप्त हो गया है तो इस कार्य को और बढ़ाएगे और लगभग पंद्रह सौ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने उन्हें व अन्य लाभार्थियों को शुभकामनाएं दी। मुख्‍यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है यहां रोजगार की अनन्‍त संभावना है। उन्होंने प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल व उनकी क्षमता के अनुसार कार्य कराए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें रोजगार देते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों को स्वावलंबी बनाए जाने पर जोर दिया ताकि उनके साथ राज्य का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से आधे से अधिक हो गई। जबकि पूर्व में यह स्थिति बेहद खराब थी। मुख्यमंत्री ने ओडीओपी योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि गोरखपुर के टेरा कोटा को बौद्धिक सम्पदा बनाया गया है। इसी प्रकार पीलीभीत की बांसुरी, अमरोहा की ढोलक को भी प्रोसाहित किया जाए,लोगों को जानकारी नहीं होगी कि यह उत्पाद उत्तर प्रदेश का है। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के ओडीओपी उत्पाद को बौद्धिक सम्पदा घोषित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी के कारण प्रदेश में लगभग 12 लाख प्रवासी श्रमिक आ गए हैं, और लगभग 10 लाख श्रमिक और आने वाले हैं। सभी विभिन्न कार्यों में दक्ष है जैसे ड्राइवर, प्लंबर, टेलर, राजमिस्त्री सहित अन्य विधाओं में पारंगत हैं, उन्हें उनकी दक्षता के अनुसार कार्य देना होगा। सभी को रोजगार से जोड़ा जाना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश मनरेगा में सबसे अग्रणी है, अभी 25 लाख लोग काम कर रहे हैं। इस माह 50 लाख लोगों को काम देने का लक्ष्य हैं। मुख्यमंत्री ने एमएसएमई की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस विषम परिस्थिति में बेहद अच्छा कार्य किया गया है। सैनिटाइजर की उपलब्धता बनाए रखी। वहीं अब प्रदेश को 26 इकाइयों द्वारा पीपीई किट बनाई जा रही है और वेंटिलेटर का भी निर्माण प्रदेश में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी लाभार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जो पैकेज घोषित हुआ है इसमें उत्तर प्रदेश एमएसएमई मे इसका अधिक लाभ लें।
झांसी एनआईसी में कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने ओडीओपी के तहत श्रीमती उदिता गुप्ता को 50 लाख तथा सुश्री निधि को 1.50 लाख रुपए का चैक भेंट किया। जिलाधिकारी ने एमवाईएसवाई योजना में आशीष जैन को दो लाख तथा रानू को 3 लाख रुपए का चेक भेंट किया। उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप लोग अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराएं ताकि क्षेत्र में खुशहाली आ सके। उपायुक्त उद्योग सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए कहा कि जनपद में ऋण मेला के अंतर्गत ओडीओपी, एमवाईएसवाई, पीएमईजीपी, पीएमएमवाई तथा एमएसएमई के लगभग 96 लाभार्थियों को 213 लाख रुपए की धनराशि वितरित की गई।
इस मौके पर सहायक आयुक्त उद्योग अमित द्विवेदी, एलडीएम अरुण कुमार, बुंदेलखंड चैम्बर सचिव धीरज खुल्लर, लघु उद्योग भारती बुन्देलखण्ड प्रभारी जीएल अग्रवाल सहित योजना के लाभार्थी उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY