पं. दीनदयाल उपाध्‍याय को अर्पित की श्रद्धांजलि

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झांसी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अनुराग शर्मा ने पं. दीनदयाल सभागार में स्थापित प्रतिमा पर भाजपा के पदाधिकारियों के साथ मिलकर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया। क्षेत्रीय सांसद ने पत्रकार बंधुओं से वार्ता के दौरान बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने अंत्योदय के सिद्धांत पर चलकर अपना संपूर्ण जीवन गांव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचित के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय संस्कृति के बड़े उपासक थे तथा उन्होंने संघ के माध्यम से अपना जीवन देश के लिए न्योछावर कर दिया था। वे जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे तथा मृत्यु के समय जनसंघ के अध्यक्ष भी थे। उनका बचपन से ही पढाई के प्रति गहरा लगाव था तथा दसवीं, बारहवीं एवं स्नातक में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उनका प्रशासनिक सेवाओं में भी चयन हो गया था, परन्तु अंग्रेजों की नौकरी करना उन्हें नहीं भाया और उन्होंने वह अवसर छोड़ दिया। सांसद अनुराग शर्मा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चरणों में प्रणाम किया तथा उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए जनकल्याण और राष्ट्रसेवा में सदैव समर्पित रहने का संकल्प लिया।

अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान ही दीनदयाल उपाध्याय का सपना: प्रो. सहगल

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस पर हुआ माल्यार्पण

झांसी। राष्ट्र का विकास तभी संभव है जब यहां के प्रत्येक नागरिक का उचित विकास हो। अंतिम व्यक्ति के विकास के बिना देश के संपूर्ण विकास के बारे में सोचा नहीं जा सकता है। यह विचार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रो.वी.के.सहगल ने व्यक्त किये। प्रो. सहगल आज बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा उनके जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपस्ािित श्रोताओं को सम्बोधित कर रहे थे। प्रो सहगल ने कहा कि आज देश कोविड़ महामारी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में बहुत से लोगों के सामने दिन प्रतिदिन की जरूरतों को पूरा करने के भी संसाधन नहीं है। ऐसे में हम सभी को अपने आस पास के जरूरतमंदो की यथासंभव मदद करनी चाहिए, तभी पंडित दीनदयाल उपाध्यााय का सपना सच हो सकता है तथा यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर शोध पीठ के निदेशक डॉ मुन्ना तिवारी ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए पीठ की वार्षिक आख्या प्रस्तुत की तथा कहा कि शोध पीठ पंडित जी के सपनों को आम जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए शोध पीठ शोध के साथ ही साथ जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन निरंतर करता रहता है।
उपस्थित लोगों ने इस अवसर पर बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
इस अवसर पर डॉ यतींद्र मिश्रा, डॉ श्वेता पांडेय, डॉ उमेश कुमार उपस्थित रहे।

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