सहकारिता को यशस्वी बनाने के लिये अधिक से अधिक सदस्य बनायें: सहकारिता मंत्री

****एजीएम का तात्पर्य पारदर्शिता के साथ प्रगति, समितियों का होगा आडिट **जिलों में समितियों के पास होगा अपना सम्पत्ति रजिस्टर, अब नही होगा अवैध कब्जा **समितियों के सदस्यों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही सरकार की प्राथमिकता

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झांसी। आज झांसी में जिला सहकारी बैंक झांसी की 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय पैरामेडीकल ऑडिटोरियम में सहकारिता विभाग उ0प्र0 शासन के मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुई। उन्होने कहा कि कृषकों के उत्थान में सहकारी बैंक की अहम भूमिका है, बैंक कृषकों, अल्प आय, निर्बल वर्ग को बेहतर बैंकिंग सुविधाये उपलब्ध कराकर सहकारिता को गतिशील बनाने के लिये प्रतिबद्ध और संकल्पबद्ध रहेगा, जो सर्वथा संस्था एवं लाभार्थियों के हित में रहेगा। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि विकास की गति को बनाये रखते हुये सहकारिता आन्दोलन को अग्रणी सहकारी आन्दोलन बनाने में हर सम्भव प्रयास रखने होंगे।
सहकारी बैंक झांसी की 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक में सहकारिता मंत्री ने उपस्थित जनों को भारत द्वारा 2-2 कोरोना वैक्सीन तथा चीन के गुरुर को तोड़ने पर सभी को बधाई दी और वीरांगना की धरती को सादर नमन किया। उन्होने कहा कि विश्वास सबसे बड़ी चीज है इसे बनाये रखना होगा। जो साधारण व्यक्ति अपनी जमा पूंजी बैंक में रखता है और जब लोन लेने आता है तो बैंक यह कहकर टाल देता है कि पैसा नही है, तो यह उसके साथ विशवासघात है। यह सब पूर्व की सरकारों में होता रहा, परन्तु जब से हमारी सरकार आयी तो हमने विश्वास अर्जन का कार्य किया। विश्वास यानि बैंकिंग, विश्वास यानि सहकारिता। उन्होने कहा कि 2017 में 16 बैंक बेहद कमजोर थे परन्तु आज एक बैंक कमजोर श्रेणी में रह गया तथा शेष 15 बैंक ऐसे है जो ऑनडिमाण्ड पैसा दे रहे है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि कोपरेटिव की दुर्दशा को सुधारने का कार्य हो रहा है, जहां पहले समितियों के पास सम्पत्ति रजिस्टर नही हुआ करता था, अब सम्पत्ति रजिस्टर बनाये जा रहे है ताकि पारदर्शिता बनी रहे। सम्पत्ति रजिस्टर के माध्यम से समितियों की सम्पत्ति सुरक्षित रहेगी उन पर अवैध कब्जा नही होगा। समितियों का अब आडिट होगा और इस हेतु पैसा सरकार देगी ताकि लोगो को यह जानकारी रहे कि कितना लाभ हुआ और कितना समितियों द्वारा व्यय किया गया। उन्होने बताया कि प्रदेश में ऐसी कई समितियों थी, जहां 20 साल से कोई बैठक नही हुई परन्तु अब 97 प्रतिशत एजीएम करायी जा रही है, वार्षिक रिपोर्ट भी लोगों के सामने रखी जा रही है। भारत व प्रदेश सरकार जीरो भ्रष्टाचार के साथ आगे बढ़ रही है।
मंत्री ने देश के गृहमंत्री भी साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष है अतः जो भी क्षेत्र में समिति के अध्यक्ष है वह भी अपने को गौरान्वित महसूस करें। उन्होने कहा कि समितियां हमारी जड़ है और यदि यह जड़ मजबूत होगी तो हम सुधर जायेंगे। उन्होने अपेक्षा कि समितियां वार्षिक बैठक करते हुये अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाये और उन्हें अनुभूति कराये कि यह संस्था हमारी है। इसके विकास के लिये कार्य करें क्यांेकि जब सहकारी समिति यशस्वी होगी तो हमारे बैंक भी यशस्वी होंगे। मंत्री के मुख्य आतिथ्य में आयोजित जिला सहकारी बैंक झांसी 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक में बैंक प्रगति की जानकारी सहित वर्षवार रिपोर्ट के साथ ही प्रस्ताव की कार्य सूची भी पढ़ी गयी जिसे सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया। उन्होने जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी के कार्य की सराहना करते हुये बताया कि उनको अच्छे कार्य के लिये आज भी शासन स्तर पर स्मरण किया जाता है कि विषम परिस्थितियों में भी वसूली को कैसे बढ़ाया जा सकता है। सहकारी बैंक झांसी की 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक में अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक समिति जयदेव पुरोहित ने कहा कि प्रदेश में सरकार के गठन होने के बाद नई लहर आयी है, बैंक की स्थिति स्पष्ट करती है कि बैंक उन्नति कर रहा है। उन्होने विधायक गरौठा व बबीना द्वारा सहकारी समितियों की कब्जायुक्त सम्पत्तियों को मुक्त कराये जाने पर धन्यवाद दिया तथा नई समितियां बनाने पर बधाई दी। उन्होने कहा कि वर्ष 1932 में बैंक की स्थापना हुई और वर्ष 2018 में हमें बैंक का दायित्व मिला, जब कार्यभार ग्रहण किया तो उस समय 26 करोड़ एनपीए था उसमें 5 करोड़ वसूल कर लिये गये शेष वसूली प्रगति पर है। उन्होने बताया कि बैंक के कई प्रस्ताव शासन को अनुमोदनार्थ भेजे गये है जिसमें सीसी लिमिट/कर्मचारियों के द्वारा होमलोन को बढ़ाना शामिल है यदि अनुमोदन प्राप्त हो तो बैंक को लाभ होगा। उन्होने कहा कि जनपद की समस्त शाखायें कम्प्यूटराइज्ड है जिससे लाभकारी योजनाओं का लाभ अथवा सब्सिडी सीधे बैंक खाते में हस्तांतरण होता है। उन्होने वर्ष 1972 व 1984 के नियमों में परिवर्तन करने का सुझाव दिया।
सहकारी बैंक झांसी की 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक में विधायक सदर रवि शर्मा ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से राष्ट्र की उन्नति की परिकल्पना, सहकारिता आन्दोलन को आत्मसात करके प्रदेश को विकास व उन्नति के मार्ग पर राष्ट्र को साथ ले जा सकते है। सहकारिता के क्षेत्र में आमजन के जीवन को कैसे जोड़ पाये यह कार्य मा0 मंत्री जी के कार्यकाल में हुआ। उन्होने कहा कि जब से श्री जयदेव पुरोहित अध्यक्ष हुये है तभी से बैंक विकास की राह पर चल रहा है। बैंक की उन्नति हो इसकी विश्वसनीयता पूर्व की तरह हो यह विश्वास है। विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा ने कहा कि 2100 करोड़ जो डूब गया था उसमें से 1600 करोड़ वसूल कर सरकारी खजाने में जमा कराये गये। उन्होने कहा कि पूर्व सरकारों में सहकारिता का चीरहरण हुआ, जिसमें झांसी भी शामिल रहा। जिन्होने बैंक से लोन लिया वह वापस करने नही आया, यह हालत देखकर वेदना होती थी। श्री जयदेव पुरोहित के अध्यक्ष बनने के बाद स्थिति में सुधार आया व वसूली भी बढ़ी और सहकारिता उड़ान भर रहा है। सामान्य निकाय की बैठक में राज्यमंत्री हरगोविन्द कुशवाहा ने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म हुआ है लोगों में विश्वास बढ़ा। विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि क्षेत्र में समितियों के ऊपर कब्जा था उन्हें मुक्त कराया गया तथा कब्जाधारियों पर कार्यवाही की गयी। विधायक मऊरानीपुर बिहारी लाल आर्य ने कहा कि सहकारिता से गांव, गरीब व किसान का विकास हुआ। सहकारी बैंक झांसी की 53 वीं सामान्य निकाय की बैठक में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी बैंक का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुये कहा कि सहकारिता आन्दोलन में जब तक नये लोगों को नही जोड़ेगे तब तक किसानों तक सही स्थिति स्पष्ट नही होगी। इसलिये समितियां सदस्य बनाने की प्रक्रिया संचालित करते रहे और सदस्य बनाते रहे। उन्होने बताया कि जनपद में 58 समितियां है, जिनकी स्थिति ठीक न होने के कारण सभी समितियों का कायाकल्प और बेहतर बनाया गया है। लगभग 35 लाख रुपये की और आवश्यकता है यदि सदन द्वारा पास हो जाये तो और कार्य कराया जा सकता है। उन्होने कहा कि जब डिपोजिट बढेगा तो ऋण वितरण होगा और ऋण वितरण से किसान जुड़ेगे। साथ ही फसल बोयेंगे उसे काटेंगे और बेचकर पैसा बैंक को वापस देंगे, यह सतत प्रक्रिया है। उन्होने नाबार्ड की धनराशि को वसूल करने की जानकारी दी तथा आय-व्यय के साथ नये प्रस्तावों को सदन के समक्ष रखा, सभी प्रस्तावों को अनुमोदित किया गया। कार्यक्रम में अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर उप महाप्रबन्धक सहित अनुभाग अधिकारी प्रशासन, लेखा, विकास आदि को प्रशास्ति पत्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीपप्रज्जवित करते हुये सहकारिता गीतगान व बुन्देली लोकगीत राईनृत्य प्रस्तुत करने के बाद प्रारम्भ हुई। इस अवसर पर ललितपुर सहकारी बैंक के अध्यक्ष हरिराम निरंजन, सीडीओ शैलेष कुमार, संयुक्त आयुक्त एवं निबन्धक सहकारिता उदयभानु सिंह, सचिव नन्द किशोर सहित संचालकगण जितेन्द्र दीक्षित, पुरुषोत्तम दत्त स्वामी, श्रीमती विभा तिवारी, आशाीष उपाध्याय, शिशुपाल सिंह यादव सहित समस्त संचालक मण्डल व बैंक कार्यलय के अधिकारी उपस्‍थित रहे।

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