विवि – एनएसएस की दैनिक डायरी पर बढ़ सकती है सियासत

******* अभाविप ने बुविवि के एनएसएस समन्वयक व अन्य के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की ********एनएसएस की दैनिक डायरी में भारत के नक्शे से अक्साई चीन का हिस्सा गायब होने के संबंध में दिया ज्ञापन

0
618

झांसी। बुन्‍देलखण्‍ड विश्‍वविद्यालय में संचालित राष्‍ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की दैनिक डायरी में भारत के नक्‍शे से अक्‍साई चीन का हिस्‍सा गायब दिखाए जाने को लेकर जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबवीपी) ने कुलपति, जिलाधिकारी और एसएसपी आदि को ज्ञापन देकर मामले में कड़ी कार्रवाई किए जाने सहित देशद्रोह का मामला उठाया है। वहीं विवि के एनएसएस समन्‍वयक का कहना है कि उनके कार्यकाल से पहले ही यह पुस्‍तकें आई हुईं थी, जोकि सम्‍भवतया कांग्रेस कार्यकाल में छपी हुई हैं। ऐसे में दैनिक डायरी को लेकर सियासत बढ़ सकती है। आखिर गलती किसकी मानी जाएगी और किस पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गाँधी सभागार में चल रहे राष्ट्रीय योजना शिविर में वितरित की जा रही दैनंदिनी पुस्तिका में भारत के नक्शे से अक्साई चीन का हिस्सा गायब होने के संबंध में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो वीके सहगल, जिलाधिकारी झांसी एवं एसएसपी को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा है कि यह राष्ट्र विरोधी कृत्य है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता के साथ छेड़छाड़ एवं देशद्रोह की श्रेणी में आता है। ज्ञापन के माध्यम से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की अभाविप इकाई द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) कार्यक्रम समन्वयक, निदेशक व अन्य जिम्मेदारों के विरुद्ध देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की मांग की गई। इससे भविष्य में इस प्रकार के कृत्य की पुनरावृति ना हो सके। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं बुंदेलखंड विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष समरेंद्र प्रताप ने कहा कि इस घटना से छात्रों में आक्रोश है। विश्वविद्यालय शैक्षिक गतिविधियों की शीर्ष संस्था है। ऐसे में एक छोटी सी गलती भी बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकती है। निश्चित ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे आगे के लिए संदेश जा सके। इस अवसर पर प्रांत कार्यकारिणी सदस्य आशुतोष मिश्रा, हिमांशु राय, अंकित श्रीवास्तव एवं अन्य अनेक अभाविप कार्यकर्ताओं के साथ छात्र-छात्रा उपस्थित रहे। इधर, जैसे ही मामले की जानकारी एनएसएस विभाग को हुई, तो तत्‍काल ही उक्‍त दैनिक डायरी छात्र-छात्राओं से तत्‍काल वापिस ले ली गईं।

कांग्रेस के कार्यकाल में छपी दैनिक डायरी

मामले को लेकर विवि के एनएसएस समन्‍वयक डॉ. मुन्‍ना तिवारी का कहना है कि यह दैनिक डायरी काफी पुरानी है। यह भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय से ही छपकर आती हैं। उनके विगत चार साल के कार्यकाल में यह मंगवाई ही नहीं गई है और यह उससे भी पहले की मंगवाई हुई हैं। जोकि सम्‍भवतया कांग्रेस के कार्यकाल में छपी हुई हैं।

क्‍या है दैनिक डायरी

फिलहाल मामला कुछ भी हो लेकिन जानकारी अनुसार सालों से राष्‍ट्रीय सेवा योजना के शिविर में यह दैनिक डायरी वितरित की जाती रही है और उसमें छात्र छात्राएं अपना नाम पता के अलावा एनएसएस से जुड़ी जानकारियां भरते हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का विगत दिवस ही शुभारम्‍भ हुआ है।

सवालों के कठघरे में विवि अधिकारी व एनएसएस समन्‍वयक

विवि के अधिकारी और समन्‍वयक चाहे कुछ भी कह लें, लेकिन सवालों के कठघरे में वह भी आते हैं, आखिर क्‍या अधिकारियों और समन्‍वयक सहित एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारियों को भारत के नक्‍शे का ज्ञान नहीं है। या फिर वह इन सभी गतिविधियों में सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। विगत सालों में आज तक किसी को उक्‍त डायरी को देखने की फुर्सत नहीं मिली, जिससे इस गलती का पता चल पाता। ऐसे में कार्रवाई के हकदार तो कई हैं, देखना यह है कि जिम्‍मेदार किस पर कार्रवाई करते हैं।

LEAVE A REPLY