अशोक कुमार को मेजर ध्यानचंद लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

पिता के नाम का सम्मान पाकर बेहद रोमांचित हूं-अशोक कुमार

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झांसी। हाकी इंडिया के सबसे ख्याति प्राप्‍त मेजर ध्यानचंद टाईम अचीवमेंट अवॉर्ड महान ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर, शंकर लक्ष्मण, गुरु बक्श सिंह जैसे महान खिलाड़ियों के नाम से जुड़ा है। इन्होने देश का नाम रोशन करते हुए ध्यानचंद की विरासत को ऊंचाइयों पर प्रतिष्ठित करने मे अपना अतुलनीय योगदान देश की हाकी को दिया है। इस बार मेजर ध्यानचंद लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित महान खिलाडियों की श्रंखला में ध्‍यानचंद्र के पुत्र अशोक कुमार ध्‍यानचंद्र भी शामिल हो गए हैं।

विश्व कप के तीनो रंगों के पदकों को अपने सीने पर शोभित किए हुए 1975 विश्व कप मे भारत की ओर से विजय गोल दागने वाले अशोक कुमार मैदान के अंदर जितने लोकप्रिय है। उससे कहीं अधिक मैदान के बाहर अपने चाहने वालो में लोकप्रिय हैं। खेल समीक्षक बृजेन्‍द्र यादव ने बताया कि 1972 म्यूनिख ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता, तीन एशियन गेम्स के रजत पदक विजेता, 1970 के दशक में भारतीय हाकी के पर्याय बन चुके अशोक कुमार ने अपने चाचा ग्रेट ओलंपियन कैप्टन रूप सिंह से अपने खेल और हाकी की ए बी सी डी को सीखा। 1964 टोक्यो ओलम्पिक मे भारतीय हाकी टीम को स्वर्ण पदक जीतते हुए सुनी हुई कमेंट्री ने ओलंपियन बनने का सपना दिखाया और संकल्पित किया। इनामुर्रहमान जैसे हाकी कला के धनी खिलाड़ी से अपनी खेल कला को निखारा, जिन्हें अशोक कुमार अपना आदर्श खिलाड़ी मानते हैं। ध्यानचंद खेल परिवार की स्वर्णिम खेल विरासत और लंबी खेल यात्रा में एक और स्वर्णिम अध्याय अशोक कुमार को मेजर ध्यानचंद लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिलने के साथ जुड़ गया है।
अशोक कुमार एक महान खिलाड़ी होने के साथ साथ एक नेक दिल इंसान हैं।

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सुमित मिश्रा 9415996901

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