मण्‍डलायुक्‍त ने अधिकारियों को नए विजन विकसित करने के दिए निर्देश

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झांसी। आज मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने विकासखण्ड बगंरा में विकास खंड स्तरीय विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली और अब तक कितने प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया की जानकारी ली। उन्होंने अब तक की प्रगति पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारी अकर्मणता को छोड अपनी कार्य संस्कृति में सुधार लाएं और संवेदनशील होकर प्रवासी श्रमिकों को विभागीय योजनाओं अथवा कार्यों से जोड़ते हुए रोजगार उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि मात्र मनरेगा से ही रोजगार उपलब्ध कराया जाना संभव नहीं है। सभी विभागों को आगे आना होगा। इनोवेटिव आइडिया के साथ कार्य करने होंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके। विकासखंड बंगरा की प्रगति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और एक सप्ताह में सुधार लाए जाने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने विकास खंड सभागार में उपस्थित विकासखंड स्तरीय अधिकारियों से कहा कि ऐसा कार्य करें कि संतोष मिले। आप अपनी विभागीय योजना के अतिरिक्त अन्य नए प्रयास करें कि अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिल सके। ब्लॉक स्तर पर एग्रोबेस उद्योग, एग्रीकल्चर बेस उद्योग के साथ गोबर से अगरबत्ती व कलात्मक सामान आदि के कार्य को किया जा सकता है, जिसमें महिलाओं की बड़ी संख्या में सहभागिता हो सकेगी।

प्रवासी श्रमिकों के साथ आई महिलाओं को भी रोजगार दिलाए जाने की चुनौती है इन्हें स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जाए। ब्लॉक स्तरीय समीक्षा करते हुए विकासखंड बंगरा की 59 ग्राम पंचायतों में मनरेगा में 266 कार्य चल रहे हैं। जिसमें 10289 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। इसमें 2014 प्रवासी श्रमिक हैं, जबकि ब्लॉक में 6075 प्रवासी श्रमिक आए हैं। शेष 4000 को भी रोजगार उपलब्ध कराएं। विकासखंड में 16289 सक्रिय जॉब कार्ड है तो फिर सभी को रोजगार क्यों नहीं दिया जा रहा है। विभागों द्वारा अब तक कितनों को रोजगार दिया गया की जानकारी लेते हुए लघु सिंचाई विभाग द्वारा अब तक किसी को कोई काम ना देने पर एई मानवेंद्र सिंह को कठोर चेतावनी देते हुए तत्काल कार्य शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने उद्यान विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि प्राइवेट नर्सरी को तैयार कराया जाए ताकि रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके। उन्होंने नए विजन के साथ काम करने के निर्देश और कहा कि सभी विभाग ऐसी कार्य योजना बनाएं कि अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से समूह की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराए जाने की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने अब तक किए कार्य पर असंतोष व्यक्त किया और डीसीएनआरएलएम व एडीआईओएसबी बंगरा को फटकार लगायी और एक सप्ताह का समय देते हुए निर्देश दिए कि ब्लॉक मे जितने भी स्वयं सहायता समूह हैं सभी को रिवाल्विंग फंड/सीआईएसएफ दिलाया जाए।


समीक्षा में 370 समूह के सापेक्ष 214 को रिवाल्विंग फण्ड व 122 समूह को सीआईएसएफ ही दिलाया गया। उन्होंने समूह के उत्पादों की बिक्री हेतु बाजार उपलब्ध कराए जाने की भी निर्देश दिए। ब्लॉक में ही लगी स्टॉल से मंडलायुक्त ने सभी अधिकारियों को गमछा/तौलिया व चादर खरीदने का सुझाव दिया ताकि समूह की आमदनी हो सके। ब्लॉक में स्कूलों की कायाकल्प के कार्यों पर नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए कि 1 जुलाई 2020 तक सभी स्कूलों का कायाकल्प हो जाना चाहिए। मंडलायुक्त ने कहा कि ब्लॉक में आए श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर ली गई है उन्हें स्किल के अनुसार काम दिया जाए। यूनिफॉर्म बनाने के लिए समूह की महिलाओं को जोड़ा जाए। समीक्षा करते हुए उन्होंने एबीएसए को फटकार लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में शिक्षा के सुधार हेतु भी कार्य किए जाएं। उन्होंने लॉकडाउन के 76 दिन का कन्वर्जेन्स का पैसा 550 रुपए प्रति छात्र के अभिभावक के खाते में भेजे जाने के साथ अभिभावक को खाद्यान्न उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। स्कूलों के हैंडपंप प्रवासी श्रमिकों से ठीक कराए जाने का सुझाव दिया। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने ब्लॉक में चेकडैम की समीक्षा करते हुए कहा कि लगभग 5 विभाग चेकडैम बनाते हैं। क्षेत्र में जो चेकडैम है उनकी सूची उपलब्ध है, जब कार्य किया जाए तो कार्य से पूर्व तथा कार्य के मध्य फोटो अवश्य ली जाए। चेकडैम का सर्वे कर लें ताकि डाटा बेस तैयार हो जाए। ग्राम विकास अधिकारी पंचायत का संपत्ति रजिस्टर अवश्य बना लें। लगभग 20 प्रकार के रजिस्टर तैयार होते हैं उन्हें तैयार कराया जाए। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने संबंधित बैठक में मंडलायुक्त ने सीडीपीओ को डोर टू डोर पोषण पैकेट वितरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में एक लाख की धनराशि से भूसा बैंक बनाए जाने के निर्देश सचिव को दिए। जिसका भुगतान राज्य वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से होगा। पंचायती राज विभाग का शासनादेश की गरीब, असहाय निर्धन, निर्बल वर्ग के परिवार में यदि कोई मर जाता है तो अंत्येष्टि के लिए 5000 रुपए तत्काल दिया जाए। साथ ही इलाज हेतु 2000 रुपए तथा भोजन पानी के लिए 1000 रुपए राज्य वित्त आयोग से उपलब्ध कराया जाए। खंड विकास कार्यालय के प्रांगण में विभिन्न स्वयं सहायता समूह द्वारा अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें जय संतोषी माता ग्राम घुराट की गाय के गोबर से धूपबत्ती अगरबत्ती दिया का निर्माण तथा मां गंगे स्वयं सहायता समूह द्वारा भी दिया धूपबत्ती अगरबत्ती आदि के निर्माण के साथ ही रोशनी स्वयं सहायता समूह द्वारा दरी, तौलिया, चादर, अंगोछा आदि की प्रदर्शनी लगाई गई। इसके अतिरिक्त स्कूल ड्रेस निर्माण में लगे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भी प्रदर्शनी में अपने द्वारा तैयार यूनिफॉर्म को प्रदर्शित किया
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, जेडीसी चंद्रशेखर शुक्ला, एसडीएम मऊरानीपुर अंकुर श्रीवास्तव, डीडीओ उग्रसेन सिंह यादव, डीडी मनरेगा राम अवतार सिंह, बीडीओ राहुल मिश्रा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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