शीघ्र ही एमएलबी में पांच आरटीपीसीआर मशीन संचालित होंगी, सैंपल के परिणाम जल्द मिलेंगे

** कोविड संक्रमित मरीजों के साथ भावनात्मक संबंध स्थापित करें **जिलों से सूचना तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि शासन स्तर पर समय से सूचना का प्रेषण हो सके **जालौन में एल-3 वार्ड में तीमारदारो का अंदर जाना एक बड़ा खतरा, इसे रोका जाए **ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता सुचारु हो रहे, कमी ना होने पाए यह सुनिश्चित कर लें

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झांसी। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने आयुक्त सभागार में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर संक्रमित मरीजों को मिल रहे उपचार व सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि हमारा फोकस मरीज की जिंदगी को बचाना होना चाहिए। उनके लिए समय से ऑक्सीजन गैस, दवाओं, वेंटीलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित हो। उन्होंने जिलेवार गैस आपूर्ति, वेंटीलेटर, बेड की उपलब्धता, आरटीपीसीआर द्वारा जांच के साथ ही एंबुलेंस, सफाई व्यवस्था, मरीजों को खाना आदि की बिंदुवार समीक्षा की।
मंडलायुक्त ने संक्रमण के बढ़ते मरीजों का प्रॉपर इलाज कैसे उपलब्ध कराया जाए की जानकारी लेते हुए कहा कि मरीजों की जान बचाना प्राथमिकता है, इसके लिए ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग होम एल-1 और एल-2 की सुविधाओं के साथ मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्हें ऑक्सीजन गैस कैसे और किस मात्रा में वितरित की जा रही है की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में ऑक्सीजन गैस की कमी नहीं होनी चाहिए। बैठक में बताया गया कि एमएलबी में 14 हजार एमटी ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति तथा अन्य सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग होम में 20.15 एमटी की आपूर्ति मांग के अनुसार की जा रही है, कोई समस्या नहीं है। मंडलायुक्त ने जनपद झांसी में वेंटिलेटर की उपलब्धता की जानकारी ली। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में 70 वेंटिलेटर कार्यरत हैं। डॉ एनएस सिंह ने बताया कि 25 वैन्टीलेटर जो खराब है उसमें 15 इंजीनियर द्वारा ठीक करा लिए गए हैं, जल्द ही अन्य वेंटिलेटर ठीक कराते हुए उपयोग में लेना प्रारंभ कर दिया जाएगा। डॉ सेंगर ने बताया कि जनपद ललितपुर से आए 10 वैन्टीलेटर अभी इनस्टॉल कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारी प्राथमिकता है कि मरीजों को वेंटिलेटर तक ना पहुंचने दिया जाए, उससे पूर्व ही उसे स्वस्थ किया जाए। वेंटिलेटर पर जाने के बाद मरीजों के बचने की संभावना कम हो जाती है।
बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में स्थापित आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में समय क्यों लग रहा है, सैंपल के रिजल्ट लंबित क्यों है। इस संबंध में डॉ नमिता ने बताया कि आरटी पीसीआर मशीन की क्षमता 3000 है परंतु 3400 का परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही 5 आरटी पीसीआर मशीन क्रियाशील हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि झांसी, ललितपुर के साथ महोबा से भी सैंपल प्राप्त हो रहे हैं और परिणाम 24 से 48 घंटे में दिए जा रहे हैं। मंडलायुक्त ने समीक्षा के दौरान कोविड-19 मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की जानकारी लेते हुए कहा कि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने प्रॉपर साफ सफाई व्यवस्था के भी निर्देश दिए देते हुए कहा कि मरीजों के साथ भावात्मक र जुड़ाव स्थापित करें ताकि वह अकेलापन महसूस ना करें मनोबल बढ़ सके। उन्होंने कहा कि जनपद जालौन में कोविड-19 के एल-3 वार्ड में तीमारदार संक्रमित मरीज के साथ रह रहे है। यह बेहद खतरनाक है क्योंकि तीमारदार भी संक्रमित हो सकता है इसे कड़ाई से रोका जाए। मंडलायुक्त ने समीक्षा के दौरान आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों के विषय में निर्देश दिए कि लगातार उनसे आई सी सी सी के माध्यम से या अन्य स्तर पर लगातार स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए, उन्हें समय से दवाएं अपना तापमान व अन्य गतिविधियों की जानकारी लेते रहने को कहें। इस मौके पर प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ एन एस सेंगर, अपर नगर आयुक्त शादाब असलम, rt-pcr नोडल डॉ नमिता, एएमए एडी डॉक्टर तालियां, प्रभारी सीएमओ सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉ एके जैन आदि उपस्थित रहे।

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